Bone Diseases in Hindi: जिस तरह से लोगों का लाइफस्टाइल हो गया है, उसे देखते हुए रात को देर से खाना और सुबह जल्दबाजी में ब्रेकफास्ट छोड़ देना बहुत ही आम है। ज्यादातर लोग यह समझ नहीं पाते कि लगातार ऐसा करने से हड्डियों पर असर पड़ सकता है। दरअसल, जब समय पर शरीर को पोषण नहीं मिलता, तो शरीर का नेचुरल बॉडी क्लॉक (circadian rhythm) बिगड़ जाता है और इससे शरीर को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। क्या देर रात खाना और सुबह का ब्रेकफास्ट न करने से हड्डियों को दिक्कत हो सकती है? इस बारे में जानने के लिए हमने नवी मुंबई के मेडिकवर हॉस्पिटल्स के डायबेटोलॉजिस्ट और इंटेंसिविस्ट, कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. सचिन नलवाडे (Dr Sachin Nalavade Senior Consultant Physician, Diabetologist & Intensivist, Medicover Hospitals, Kharghar, Navi Mumbai) से बात की।
हड्डियों को नुकसान होने का कारण
इस बारे में डॉ. सचिन कहते हैं, “रात में देर से खाना और सुबह नाश्ता छोड़ना हड्डियों की ग्रोथ और रिपेयरिंग प्रक्रिया पर असर पड़ता है। अगर यही रुटीन लंबे समय तक चलता रहा, तो भविष्य में यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।”
सर्केडियन रिद्म का बिगड़ना – देर रात खाने से शरीर की नेचुरल बायोलॉजिकल क्लॉक पर असर पड़ता है। इससे बोन-फॉर्मेशन एक्टिविटी (Bone Formation Activity) धीमा हो जाता है।
कैल्शियम एब्जॉर्ब कम होना - सुबह नाश्ता छोड़ने पर कैल्शियम और प्रोटीन जैसे महत्वपूर्ण न्यूट्रिशन शरीर को नहीं मिल पाते।
हार्मोनल असंतुलन – गलत समय पर खाने की आदतों के चलते मेटाबॉलिज्म और हार्मोन दोनों पर असर पड़ता है। इससे धीरे-धीरे हड्डियां कमजोर होने लगती है।
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हड्डियों के नुकसान से जुड़ी स्टडी
हाल ही में जर्नल ऑफ द एंडोक्राइन सोसाइटी (Journal of the Endocrine Society) में पब्लिश नई स्टडी के अनुसार, खाने की आदतों में बदलाव से ऑस्टियोपोरोटिक बोन फ्रैक्चर होने का रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। दरअसल जो लोग नाश्ता छोड़ते हैं या फिर देर रात में भारी डिनर करते हैं, उन लोगों की हड्डियों की मिनरल डेंसिटी (Bone Mineral Density) कम हो जाती है। इसी कारण 35-40 की उम्र के बाद उनमें ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का रिस्क बढ़ जाता है।
हड्डियों की मजबूती के लिए ब्रेकफास्ट में क्या खाएं?
डॉ. सचिन कहते हैं कि सुबह का नाश्ता शरीर को एनर्जी देता है और अगर इसे छोड़ दिया जाए तो दिनभर शरीर कमजोर रहेगा। इसलिए नाश्ते में प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर भोजन लेना सेहत के लिए फायदेमंद है।
- दूध या दही
- अंडे
- ओट्स और होल ग्रेन्स
- पनीर या चीज़
- बादाम, अखरोट और बीज (flaxseed, chia)
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डिनर में क्या खाएं?
डॉ. सचिन कहते हैं कि सभी को सबसे पहले तो डिनर शाम में कर लेना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि डिनर सोने से 2-3 घंटे पहले होना चाहिए और खाने में हल्का भोजन ही लें।
- डिनर में हरी सब्जियां, सलाद, दाल, दही और हल्की प्रोटीन युक्त चीजें लें।
- नट्स और सीड्स का हल्का सेवन करें।
- देर रात तली-भुनी और जंक फूड से बचें।
हड्डियों को मजबूत बनाने के तरीके
डॉ. सचिन ने इन आदतों को अपनाने की सलाह दी है।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें - वॉकिंग, जॉगिंग, योग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग हड्डियों को मजबूत करती है।
- धूप लेना - सुबह 15-20 मिनट धूप जरूर लें।
- डाइट पर ध्यान दें – कैल्शियम और प्रोटीन और फल अपनी डाइट में शामिल करें।
- कैफीन और कोल्ड ड्रिंक्स न लें - इससे हड्डियों को नुकसान होता है।
निष्कर्ष
डॉ. सचिन कहते हैं कि सभी को रोजाना की छोटी-छोटी आदतों पर ध्यान देना चाहिए। ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में पौष्टिक आहार लेना चाहिए ताकि हड्डियों की सेहत लंबे समय तक बेहतर रह सके। अगर किसी को बार-बार फ्रैक्चर या फिर हड्डियों में दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर टेस्ट जरूर कराएं।