Doctor Verified

क्या हाइपरथायराइड के कारण हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है? जानें डॉक्टर से

Hyperthyroidism Can Cause High Blood Pressure: थायराइड हार्मोन पूरे शरीर पर असर डालता है। क्या यह ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह भी बन सकता है? इस बारे में डॉक्टर ने विस्तार से बताया।
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या हाइपरथायराइड के कारण हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है? जानें डॉक्टर से


Hyperthyroidism Can Cause High Blood Pressure: थायराइड गर्दन में एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जो हार्मोन को बैलेंस करती है। यह शरीर के हार्मोन को बैलेंस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर यह थायराइड ग्लैंड हार्मोन बहुत ज्यादा बनाने लग जाए, तो इस स्थिति को हाइपरथायराइड कहते हैं। इसमें लोगों को वजन कम होने की सबसे बड़ी समस्या होती है। इसके अलावा, सोने में परेशानी होना, नर्वस होना और हार्टबीट का अनियंत्रित (symptoms of hyperthyroid) होना भी शामिल है। क्या हाइपरथायराइड में हार्टबीट के अनियंत्रित होने की वजह ब्लड प्रेशर का बढ़ना तो नहीं है? क्या हाइपरथायराइड हाई ब्लड प्रेशर होने की वजह तो नहीं हैं? यह जानने के लिए हमने झायनोव्हा शाल्बी अस्पताल की इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. उर्वी महेश्वरी से बात की।

क्या हाइपरथायराइड का कनेक्शन हाई ब्लड प्रेशर से है? - Does Hyperthyroidism Affect Blood Pressure?

डॉ. उर्वी कहती हैं, “जी हां, ऐसा मुमकिन है। हाइपरथायराइड एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मेटाबॉल्जिम इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। इसे हाइपरटेंशन कहते हैं।” हाइपरथायराइड में दिल की धड़कनें बढ़ सकती हैं, जिससे सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर की सबसे टॉप रीडिंग को दिखाता है। अगर समय पर हाइपरथायराइड रोगी इस पर ध्यान न दें, तो ब्लड प्रेशर गंभीर हो सकता है।

hyperthyroid can cause high blood pressure expert advice

इसे भी पढ़ें: क्या थायराइड की वजह से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें मैनेज करने के तरीके

हाइपरथायराइड में ब्लड प्रेशर बढ़ने के क्या लक्षण हैं?

डॉ. उर्वी कहती हैं, “कई मामलों में शुरूआती दौर में रोगी को बीपी बढ़ने के लक्षण नजर नहीं आते, इसलिए ब्लड प्रेशर चेक करते रहना चाहिए। इसके अलावा, अगर हाइपरथायराइड रोगी को ये लक्षण दिखें, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।”

  1. सिरदर्द
  2. बैचेनी
  3. पसीना आना
  4. घबराहट
  5. सीने में जलन
  6. छाती में भारीपन महसूस होना
  7. दिल की धड़कनें बढ़ना

हाइपरथायराइड के रिस्क फैक्टर क्या हैं? - Which is the Major Risk Factor for Hyperthyroidism?

डॉ. उर्वी कहती हैं कि हरपरथायराइड में बीपी बढ़ने की समस्या होने की कई वजहें हो सकती है। फैमिली हिस्ट्री होने के अलावा, महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद हाइपरथायराइड की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आमतौर पर ये रिस्क फैक्टर हो सकते हैं।

  1. वायरल इन्फेक्शन
  2. ऑटोइम्यून समस्या
  3. बहुत ज्यादा आयोडीन की समस्या
  4. डायबिटीज
  5. थायराइड ग्लैंड का बढ़ना
  6. स्मोकिंग
  7. थायराइड में सूजन होना
  8. शराब का बहुत ज्यादा सेवन

इसे भी पढ़ें: क्या थायराइड की वजह से मस्तिष्क को नुकसान पहुंच सकता है? डॉक्टर से जानें इसके ब्रेन फंक्शन पर प्रभाव

हाइपरथायराइड को कैसे मैनेज करें? - How to Manage Hyperthyroidism?

डॉ. उर्वी कहती हैं, “थायराइड की दवाई लेना, बीपी को कंट्रोल के लिए दवाई और जो भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उससे जुड़ी दवाई लेनी चाहिए।” इसके अलावा जीवनशैली में कुछ बदलाव करके हाइपरथायराइड को मैनेज किया जा सकता है।

  1. हाइट के अनुसार वजन सही रखें।
  2. स्मोकिंग बिल्कुल न करें।
  3. स्ट्रेस को मैनेज करने की कोशिश करें।
  4. संतुलित और प्रचुर मात्रा में घर का बना भोजन लें।

अगर रोगी का वजन लगातार कम हो रहा है, तो उसे हाइपरथायराइड की समस्या हो सकती है। ऐसे में रोगी को समय रहते इलाज कराना चाहिए ताकि हाई बीपी जैसी समस्याओं से बचा जा सके। इसके साथ, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर भी थायराइड और बीपी को काफी हद तक मैनेज किया जा सकता है।

Image Credit: Freepik

Read Next

HMPV वायरस कितना खतरनाक है? डॉक्टर से जानें इससे क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं

Disclaimer