छाछ पीना किसे नहीं पसंद। दही से बनी ये चीज शरीर को हाइड्रेट करने के साथ कई बीमारियों से बचाव में मददगार है। छाछ प्रोबायोटिक है जो कि गट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है तो यह आंतों की गति को तेज कर सकता है जिससे पाचन क्रिया में तेजी आ सकती है। इसके अलावा भी छाछ पीने के कई फायदे (Chach peene ke fayde) हैं। लेकिन, आज हम बात करेंगे कि छाछ पीने से बीपी मैनेज करने में कैसे मदद मिलती है और इससे लो बीपी के मरीजों के लिए कारगर है। इस बारे में विस्तार से जानकारी के लिए हमने Suparna Mukherjee, Clinical Nutrition & Dietetics, Narayana Health City, Bengaluru से बात की।
क्या लो ब्लड प्रेशर में छाछ पीने के फायदे-buttermilk benefits in low bp
सुपर्णा मुखर्जी बताती हैं कि छाछ एक पौष्टिक पेय है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन रक्त की आपूर्ति के उपचार या सीधे तौर पर बढ़ाने में इसकी भूमिका का वैज्ञानिक प्रमाणों द्वारा पर्याप्त समर्थन प्राप्त नहीं है। इसके बजाय, हालांकि, कई ऐसे कारक हैं जिन पर ध्यान दें तो समझ सकते हैं कि लो बीपी में छाछ पीने के क्या फायदे हैं और क्यों इस बारे में हमें सोचना चाहिए।
हाइड्रेशन मिलता है
लो बीपी में छाछ पीने का सबसे बड़ा फायदा (Chach peene ke fayde in low bp) है कि छाछ में पानी की मात्रा अधिक होती है और यह पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो इसे हाइड्रेटेड रहने के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक बनाता है, खासकर गर्मी के मौसम में या शारीरिक गतिविधि के बाद जब लो बीपी की समस्या ज्यादा परेशान करती है।
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नमक मिलाकर छाछ पीना है फायदेमंद
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि छाछ का नियमित सेवन बीपी बैलेंस करने में मदद कर सकता है। छाछ में मौजूद पोटेशियम अतिरिक्त सोडियम के प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकता है इसलिए इसे लोग हाई बीपी में भी पीते हैं। पर ध्यान देने वाली बात यह है जब आप इसमें काला नमक या फिर नमक मिलाकर लेते हैं तो यह बीपी बैलेंस करने में मदद कर सकता है जिससे लो बीपी कंट्रोल होती है।
गैस के कारण होने वाली लो बीपी में असरदार
छाछ में प्रोबायोटिक्स जैसे लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, पाचन में सहायता कर सकते हैं, सूजन कम कर सकते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा इससे पेट के पीएच को बैलेंस करने में मदद मिलती है और एसिडिटी कम हो जाती है। इससे लो बीपी को बैलेंस करने में मदद मिलती है।
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इसके अलावा छाछ में मौजूद राइबोफ्लेविन (विटामिन B2) भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है, जिससे आप पूरे दिन ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। हालांकि, छाछ एक स्वास्थ्यवर्धक ड्रिंक है, कुछ स्रोत बताते हैं कि छाछ सहित डेयरी उत्पाद, अपनी कैल्शियम सामग्री के कारण आयरन के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं। इसलिए, अगर आप एनीमिया से पीड़ित हैं या आपके शरीर में आयरन का स्तर कम है, तो अक्सर आयरन युक्त भोजन या आयरन सप्लीमेंट के साथ छाछ पीने से बचने की सलाह दी जाती है।
सुपर्णा मुखर्जी बताती हैं कि हालांकि छाछ एक स्वास्थ्यवर्धक और लाभकारी ड्रिंक है जिसका पाचन, जलयोजन और हृदय स्वास्थ्य में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के माध्यम से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, लेकिन यह निम्न रक्त आपूर्ति का सीधा इलाज नहीं है। अगर आप लो ब्लड प्रेशर या इससे संबंधित किसी स्थिति के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो उचित निदान और उपचार योजना के लिए किसी एक्सपर्ट की मदद लें।