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खट्टे फल खाने से हार्ट बर्न और एसिडिटी की समस्या क्यों होती है? एक्सपर्ट से जानें इसके 4 कारण

How Does Sour Fruits Cause Heartburn And Acidity In Hindi: खट्टे फल खाने से हार्ट बर्न की समस्या हो सकती है। इसके पीछे कई तरह के कारक जिम्मेदार है। आइए, जानते हैं विस्तार से-
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खट्टे फल खाने से हार्ट बर्न और एसिडिटी की समस्या क्यों होती है? एक्सपर्ट से जानें इसके 4 कारण


Why Does Sour Fruits Cause Heartburn And Acidity In Hindi: खट्टे फल स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इसमें विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जिससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है, पाचन क्षमता में सुधार होता है और सूजन में भी कमी आती है। इसका मतलब है कि हर व्यक्ति को अपनी डाइट में खट्टे फल जरूर शामिल करने चाहिए। लेकिन, आपने कई बार नोटिस किया होगा कि खट्टे फल खाने से कुछ लोगों को सीने में जलन और एसिडिटी की दिक्कत हो जाती है। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं। इस संबंध में हमने Divya Gandhi's Diet & Nutrition Clinic की डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।

खट्टे फल खाने से हार्ट बर्न और एसिडिटी की समस्या क्यों होती है?- Does Sour Fruits Cause Acid Reflux In Hindi

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हाई एसिडिटी

खट्टे फलों, खासकर सिट्रस फल जैसे नींबू, संतरा आदि का पीएच का लेवल बहुत कम होता है। इसका मतलब है कि इसमें एसिड की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ऐसे में जब आप सिट्रस फ्रूट का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो इसकी वजह से सीने में जलन और एसिडिटी की दिक्कत हो जाती है। असल में, जब आप खट्टे फलों का सेवन करते हैं, तो इसकी वजह से एसोफेगस लाइनिंग में स्टमक पहुंच जाता है, जो जलन का मुख्य कारण बनता है।

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इरिटेशन

जब आप खट्टे फलों का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो इसकी वजह से एसिड एसोफेगस में लौट आता है। यह स्थिति लाइनिंग को इरिटेट कर सकता है। ध्यान रखें कि इस स्थिति में सूजन भी हो सकती है, जिससे सीने में जलन और अन्य समस्याएं भी ट्रिगर होने लगती हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह स्थिति सीने में जलन की सेंसेशन को बढ़ा भी देती है।

मसल्स को कमजोर करना

जब आप अधिक मात्रा में खट्टे फलों का सेवन कर बैठते हैं, तो इसकी वजह से एलईएस मसल्स कम इफेक्टिव हो जाती हैं। आपको बता दें कि एलईएस, जो कि वॉल्व की तरह काम करती है। यह पेट के एसिड को एसोफेगस वापिस आने से रोकती है। लेकिन, जब आप खट्टे फलों का सेवन करते हैं, तो इसकी वजह से एलईसी मसल्स रिलैक्स हो जाती है, जिससे एसिड एसोफेगस में लौट आता है और आपको सीने में जलन या एसिडिटी की दिक्कत होने लगती है।

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हाई सेंसिटिविटी

कुछ लोग खट्टे फलों के प्रति बहुत ज्यादा सेंसिटिव होते हैं। इस स्थिति में कम मात्रा में खट्टे फलों या एसिडिक फ्रूट का सेवन करने से भी सीने में जलन की स्थिति पैदा हो जाती है। हालांकि, ऐसा सबके साथ नहीं होता है। जो लोग एसिडिक चीजों के प्रति अधिक सेंसिटिव होते हैं, उनमें इस तरह की समस्या अधिक देखने को मिलती है।

खट्टे फलों का सेवन कैसे करें

खट्टे फल खाने से हो रही एसिडिटी से बचना चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आप इन्हें सेवन करने के तरीके में बदलाव करें। जैसे हमेशा कम मात्रा में खट्टे फल खाएं, लो एसिड फ्रूट चुनें, जैसे सेब और नाशपाति। अगर एसिडिटि की समस्या बनी रहती है, तो सिट्रस फ्रूट जैसे संतरा, नींबू आदि का सेवन करने से बचें। अगर खाना ही है, तो इसे सीमित मात्रा में लें। अगर आप खट्टे फलों के प्रति सेंसिटिव हैं, तो भी इनका सेवन करना सही नहीं है।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • खट्टे फल क्यों नहीं खाने चाहिए?

    आमतौर पर खट्टे फलों का सेवन करने से किसी तरह का नुकसा नहीं होता है। हां, अगर सिट्रिक एसिड ज्यादा है, तो इसकी वजह से दांतों को नुकसान हो सकता है। इससे दांतों का एनामेल कमजोर हो जाता है, जिससे दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ सकती है। इसके अलावा, खट्टे फल एसिडिटी और सीने में जलन का कारण भी बन सकता है।
  • क्या एसिडिटी के कारण हार्ट अटैक आता है?

    वैसे तो एसिडिटी के कारण हार्ट अटैक नहीं आता है। हां, हार्ट अटैक के कई लक्षणों में से एक एसिडिटी हो सकती है।
  • खट्टे फलों से कौन सा रोग होता है?

    अधिक मात्रा में खट्टे फलों का सेवन करने से दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है।

 

 

 

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