आज के समय में बच्चों पर पढ़ाई, को-करिकुलर एक्टिविटीज और डिजिटल स्क्रीन का दबाव तेजी से बढ़ रहा है। नतीजा यह होता है कि छोटी उम्र में ही वे स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और थकान महसूस करने लगते हैं। कई रिसर्च बताती हैं कि नियमित रूप से की गई हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और योग बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। यह न केवल स्ट्रेस को कम करते हैं बल्कि बच्चों की फोकसिंग पावर, बॉडी बैलेंस और इम्यूनिटी को भी बढ़ाते हैं। यहां हम 3 आसान एक्सरसाइज़ के बारे में बता रहे हैं- ट्री पोज (Tree Pose), माउंटेन पोज (Mountain Pose) और डीप ब्रीदिंग (Deep Breathing)। ये एक्सरसाइज़ बिना किसी खास मशीन के घर पर ही कराई जा सकती हैं और बच्चे भी इन्हें आसानी से सीख सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Ozefit Director, Australia & Certified Fitness Coach Payal Asthana से बात की।
1. ट्री पोज- Tree Pose
यह योगासन बच्चों के बैलेंस, कॉन्फिडेंस और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है। इसे वृक्षासन भी कहा जाता है।
स्टेप्स:
- बच्चे को सीधा खड़ा कर दें और दोनों पैरों को मिलाएं।
- अब वह अपना दायां पैर उठाकर बाएं पैर की जांघ के पास रखें।
- हाथों को नमस्कार की मुद्रा में सिर के ऊपर जोड़ें।
- बैलेंस बनाकर 10 से 15 सेकंड तक इसी पोज में रहें।
- फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं और दूसरी ओर से दोहराएं।
फायदे:
- बच्चों का बॉडी बैलेंस और कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है।
- दिमाग को शांत करके ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है।
- स्ट्रेस और एंग्जाइटी के लेवल को कम करता है।
- रीढ़ और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
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2. माउंटेन पोज- Mountain Pose
इसे ताड़ासन भी कहा जाता है। यह बच्चों के पॉश्चर को सुधारता है और शरीर को स्ट्रेच करता है।
स्टेप्स:
- बच्चे को सीधा खड़ा कर दें और दोनों पैर थोड़े-थोड़े खुले हों।
- हाथों को शरीर के किनारे सीधा रखें और सांस सामान्य लें।
- अब गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और हथेलियों को आपस में जोड़ लें।
- पैरों के पंजों पर खड़े होकर पूरे शरीर को खिंचाव दें।
- 5 से 10 सेकंड तक इसी पोजीशन में रहें और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं।
फायदे:
- बच्चों के शरीर की ग्रोथ और पॉश्चर को सुधारता है।
- मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- मानसिक थकान कम करके शरीर में एनर्जी बढ़ाता है।
- ब्रीदिंग में सुधार करता है और लंग्स की कैपेसिटी को बढ़ाता है।
3. डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज- Deep Breathing Exercise
गहरी सांस लेना बच्चों के नर्वस सिस्टम को शांत करता है। यह सबसे आसान और असरदार तकनीक है।
स्टेप्स:
- बच्चे को आरामदायक जगह पर सीधा बैठा दें।
- पीठ सीधी और आंखें बंद रखें।
- नाक से धीरे-धीरे गहरी सांस अंदर लें, 3 से 4 सेकंड रोकें।
- फिर मुंह से धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ें।
- 5 से 10 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
फायदे:
- नर्वस सिस्टम को शांत करके स्ट्रेस और गुस्सा कम करता है।
- दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर फोकस और मेमोरी सुधारता है।
- नींद की गुणवत्ता (Sleep Quality) बेहतर होती है।
निष्कर्ष:
रोजाना 10 से 15 मिनट इन 3 एक्सरसाइज़ को करने से बच्चों का मूड, फोकस और शारीरिक स्वास्थ्य काफी बेहतर हो सकता है।
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FAQ
बच्चों में स्ट्रेस के लक्षण क्या हैं?
बच्चे चिड़चिड़े, उदास या गुस्सैल दिख सकते हैं, पढ़ाई या खेल में रुचि कम हो सकती है, नींद व भूख में बदलाव, सिरदर्द या पेट दर्द जैसे शारीरिक लक्षण भी हो सकती हैं।बच्चों को स्ट्रेस होने पर क्या करें?
बच्चे को प्यार और भरोसा दें, उनकी बातें शांतिपूर्वक सुनें, नियमित रूटीन, पर्याप्त नींद, हेल्दी फूड और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या योग कराएं, जरूरत हो, तो काउंसलर की मदद लें।बच्चों में स्ट्रेस के क्या कारण हैं?
पढ़ाई या परीक्षा का दबाव, परिवार में तनाव, ज्यादा स्क्रीन टाइम, नींद की कमी, खेलकूद व आउटडोर गतिविधियों की कमी जैसे कारण छोटे बच्चों में तनाव पैदा कर सकते हैं।