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बच्चों को सुबह घास पर नंगे पैर चलने से मिलते हैं कई फायदे, कई बीमारियां रहती हैं दूर

Benefits of walking barefoot in grass for children : बच्चों को नंगे घास पर चलने की आदत ना सिर्फ उनकी शारीरिक सेहत को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक विकास भी तेज करती है।  Benefits of walking barefoot in grass for children
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बच्चों को सुबह घास पर नंगे पैर चलने से मिलते हैं कई फायदे, कई बीमारियां रहती हैं दूर


Benefits of walking barefoot in grass for children : आज के डिजिटल जमाने में बच्चे मोबाइल, टीवी और ऑनलाइन गेम्स की दुनिया में इतने व्यस्त हो चुके हैं कि उनका शरीर और दिमाग प्राकृतिक तत्वों से कटने लगा है। डिजिटल स्क्रीनिंग के जमाने में बच्चे न सिर्फ ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं बल्कि उन्हें प्रकृति से जोड़ना काफी मुश्किल काम हो गया है। ऐसे में बच्चों को सेहतमंद रखने के लिए रोजाना सुबह नंगे पैर घास पर चलना काफी फायदेमंद होता है। बच्चों को नंगे घास पर चलने की आदत ना सिर्फ उनकी शारीरिक सेहत को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक विकास भी तेज करती है।

नंगे पैर घास पर चलने पर पर क्या कहती है रिसर्च- What does research say about walking barefoot on grass?

International Journal of Environmental and Public Healthके अनुसार, नंगे पैर घास पर चलने की प्रक्रिया को Earthing या Grounding। घास पर नंगे पैर चलने की प्रक्रिया एक प्राकृतिक तकनीक से कनेक्टेड है। इससे व्यक्ति अपने शरीर को सीधे पृथ्वी की सतह के संपर्क में लाता है, जैसे कि घास, मिट्टी, रेत या कंकड़। इस प्रकिया को रोजाना करने से सेहत को दुरुस्त रखने और बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है।

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घास पर नंगे पैर चलने के फायदे- Benefits of walking barefoot on grass-

सीएमआरआई कोलकाता में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि गोलाश का कहना है कि पृथ्वी की सतह पर नकारात्मक इलेक्ट्रॉनों की भरपूर मात्रा होती है। जब कोई बच्चा नंगे पैर घास पर चलता है, तो ये इलेक्ट्रॉन शरीर में जाकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress) और फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद करते हैं। इससे शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट होती है और बीमारियों को खतरा कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा नंगे पैर घास पर चलने से बच्चों को कई फायदे मिलते हैं।

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1. नर्वस सिस्टम को सुधारें- Improve your nervous system by walking on grass

डॉ. रूचि गोलाश के अनुसार, हर व्यक्ति के पैरों के तलवों में हजारों नसें होती हैं। जब बच्चा नंगे पैर हरी घास पर चलता है, तो इससे शरीर में नेचुरल तरीके से एक्यूप्रेशर बनता है। इससे बच्चे के नर्वस सिस्टम सुधरता है और दिमाग तेज बनता है।

2. मूड स्विंग को करें ठीक- Walking on grass can cure mood swings

घास पर चलने से पैरों के तलवों को ठंडक मिलती है और दिमाग की नसों को शांत करती है। इससे बच्चों के मूड स्विंग, गुस्से और चिड़चिड़पन को दूर करने में मदद मिलती है। जो बच्चे जंक और प्रोसेस्ड फूड ज्यादा खाते हैं उन्हें रोजाना 30 मिनट नंगे पैर घास पर जरूर चलना चाहिए।

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3. बीमारियों का खतरा करें कम- Walking on grass reduces the risk of diseases

नंगे पैर घास पर चलने से शरीर को प्राकृतिक इलेक्ट्रॉन मिलते हैं जो सूजन और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इससे बच्चे की इम्यूनिटी स्ट्रांग बनती है और संक्रामक बीमारियों का खतरा कम होता है।

4. नींद को बनाए बेहतर- Walking on grass improves sleep

International Journal of Environmental and Public Health (2012) द्वारा किए गए रिसर्च का हवाला देते हुए डॉक्टर बताते हैं कि नंगे पैर घास पर चलने से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर संतुलित होता है। रोजाना थोड़ी देर नंगे पैर घास पर चलने से बच्चों की गहरी और संतुलित होती है। जब बच्चे की नींद बेहतर होती है तो उसके सीखते की क्षमता बढ़ती है।

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5. पाचन संबंधी परेशानी होती है दूर- Walking on grass relieves digestive problems

नंगे पैर चलने से बच्चा शरीर की अतिरिक्त कैलोरी खर्च करता है। इससे कब्ज, पेट दर्द और मोटापे की संभावना काफी कम हो जाती है। साथ ही, ये बच्चे को फिजिकल रूप से काफी एक्टिव भी बनाता है।

6. दिमाग बनाए तेज- Walking on grass makes your brain sharp

नंगे पैर घास पर चलने से दिमाग में ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है। इससे बच्चे का दिमाग तेज होता है और वह पढ़ाई व खेलकूद में भी काफी एक्टिव बनता है।

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7. आंखों की रोशनी बढ़ाए- Walking on grass improves eyesight

रोजाना थोड़ी देर घास पर चलने से आंखों की रोशनी की तेज होती है। बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि सुबह के समय जब घास के ऊपर ओस की बूंदों से होती हैं, तब घास पर नंगे पैर चला जाए तो इससे आंखों से जुड़ी नसों पर ठंडक पहुंचती है, जिससे आंखों का तनाव कम होता है। घास पर नंगे पैर चलने से आंखों की रोशनी भी तेज होती है।

8. हड्डियों को बनाए मजबूत- Walking on grass makes your bones stronger

सुबह के समय जब बच्चे नंगे पैर घास पर चलता है तो वो सूरज की पहली किरण के संपर्क में आता है। इससे शरीर में विटामिन डी का निर्माण तेजी से होता है। सूरज की पहली किरण शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को भी बेहतर बनाती है। इससे बच्चों की हड्डियों की मजबूती और शारीरिक विकास में मदद मिलती है।

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9. शारीरिक संतुलन बनाने में मददगार- Walking on grass helps in building physical balance

नंगे पैर चलने से बच्चों के पैरों की छोटी-छोटी मांसपेशियां सक्रिय होती हैं। इससे बच्चा शारीरिक संतुलन बनाना सीखता है।

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10. हार्ट के लिए बेहतर- Walking on grass is better for the heart

हरी घास पर नंगे पैर चलने से बच्चे के शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाता है। इससे हार्ट पर पड़ने वाला दबाव होता है। यह आदत भविष्य में दिल की बीमारियों से भी सुरक्षा देती है। इन दिनों जब कम उम्र में हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक की समस्या हो रही है, तब घास पर चलना ज्यादा फायदेमंद होता है। बच्चों के पैरों में कई एक्यूप्रेशन प्वाइंट्स होते हैं। जब बच्चा नंगे पैर घास पर चलता है तो ये प्वाइंट्स दबते हैं तो आंतों को एक्टिव करते हैं। इससे पेट में दर्द, कब्ज, एसिडिटी और पाचन से जुड़ी अन्य परेशानियां नहीं होती हैं।

FAQ

  • सुबह-सुबह घास पर चलने से क्या फायदा होता है?

    कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सुबह-सुबह घास पर चलने से आंखों की रोशनी तेज होती है। सुबह-सुबह घास पर चलने से मानसिक तनाव कम होता है। सुबह-सुबह घास पर चलने से इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है। इससे संक्रमित बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
  • जब हम घास पर चलते हैं तो क्या होता है?

    घास पर चलते हैं तो पैरों के तलवों की ठंडक मिलती है। ये नसों को एक्टिव करके मानसिक तनाव कम करती है। 
  • क्या घास पर चलने से आंखों की रोशनी बढ़ती है?

    हां, कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि घास पर चलने से आंखों की नसों पर असर पड़ता है।

 

 

 

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