क्या आप भी शरीर में दर्द, बुखार, आंखों में जलन और किसी भी तरह के दर्द में बिना कुछ सोचे-समझें पेरासिटामोल खा लेते हैं? अगर हां तो सावधान हो जाइए। हालही में हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि ज्यादा पेरासिटामोल खाने से लिवर पर बुरा असर पड़ता है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में पेरासिटामोल खाने से ऑर्गन फेलियर की शिकायत भी हो सकती है। स्कॉटलैंड स्थित एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पिछले दिनों पेरासिटामोल पर एक रिसर्च की। इस दौरान पेरासिटामोल की डोज चूहों को दी गई, तो उसका रिजल्ट नेगेटिव देखने को मिले।
शोधकर्ताओं को रिसर्च के दौरान पता चला कि कुछ परिस्थितियों में पेरासिटामोल लिवर की कोशिकाओं के कामकाज को बाधित कर देता है, जिसकी वजह से लिवर को नुकसान पहुंचता है। इस स्टडी के सामने आने के बाद क्या वाकई पेरासिटामोल लिवर को नुकसान पहुंचाता है और एक दिन में कितनी पेरासिटामोल खाना सुरक्षित है, इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने पैन मेट्रो हॉस्पिटल के चेयरमैन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लिवर ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट डॉ. हर्ष कपूर से बातचीत की।
क्या पेरासिटामोल खाने से लिवर डैमेज हो सकता है?
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. हर्ष कपूर कहते हैं, पेरासिटामोल का सेवन करने से लिवर को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। बल्कि, यह उन मेटाबोलाइट्स के साथ होता है जो पेरासिटामोल के विघटन से उत्पन्न होते हैं जो कि एनएपीक्यूआई है। एनएपीक्यूआई लीवर के ग्लूटाथियोन को कम करता है और लिवर की कोशिकाओं को सीधे नुकसान पहुंचाते हैं। दरअसल, जब भी हम किसी दवा का सेवन करते हैं तो यह ब्लड में घुल जाती है और उसके बाद शरीर में हुई बीमारी पर असर दिखाती है। हालांकि इसकी एक सीमित मात्रा है। ज्यादा मात्रा में पेरासिटामोल खाने से यह लिवर को नुकसान पहुंचाती है। जिन लोगों का लिवर कमजोर है या फिर उन्हें लिवर से संबंधित बीमारी हैं, तो पेरासिटामोल का छोटा डोज भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।
इसे भी पढ़ेंः Measles Cases in MP: मध्य प्रदेश में बढ़ रहे हैं खसरा के मामले, जानें इस बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीके
टॉप स्टोरीज़
ज्यादा पेरासिटामोल खाने से क्या हो सकता है?
डॉ. हर्ष कपूर की मानें तो ज्यादा मात्रा में और लंबे समय तक पेरासिटामोल का सेवन करने से कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा रहता है।
- थकान
- सांस फूलना
- उंगली का नीला पड़ना
- होंठ का नीला पड़ना
- ब्लड प्रेशर का हाई रहना
- हार्ट प्रॉब्लम और स्ट्रोक का खतरा भी रहता है।
किन बीमारियों में ली जाती है पेरासिटामोल?
आम लोग अक्सर नीचे बताई गई बीमारियों में पेरासिटामोल का सेवन करते हैं। कमर में दर्द सिरदर्द
- माइग्रेन, मासिक दर्द
- मांसपेशियों में तनाव औऱ दर्द
- सर्दी
- फ्लू के कारण दर्द
पेरासिटामोल की कितनी डोज है सुरक्षित?
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि पेरासिटामोल का सेवन हमेशा डॉक्टर की देखरेख में ही करना चाहिए। बिना डॉक्टरी सलाह के पेरासिटामोल नहीं लेनी चाहिए। जो लोग बिना किसी डॉक्टरी सलाह के पेरासिटामोल ले रहे हैं उन्हें 24 घंटे में 8 से ज्यादा टैबलेट नहीं खानी चाहिए। डॉक्टर का कहना है कि पेरासिटामोल का सेवन करने के बाद अगर किसी व्यक्ति को उल्टी, दस्त या कोई अन्य परेशानी होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इन्हें नहीं करना चाहिए पेरासिटामॉल का सेवन
अगर कोई व्यक्ति लीवर, पीलिया या किसी तरह की किडनी संबंधित बीमारी से ग्रसित है तो उसे किसी भी दर्द से राहत पाने के लिए पेरासिटामॉल का सेवन नहीं करना चाहिए।