आज के दौर में लोग पर बढ़ता काम का प्रेशर स्ट्रेस का मुख्य कारण माना जाता है। हालांकि, स्ट्रेस होने के पीछे अन्य कारण जैसे की किसी तरह की इमोशनल ट्रेजडी, नींद की कमी, मानसिक थकान और ब्रेन से जुड़ी समस्या भी हो सकते हैं। इसके अलावा, जो लोग पहले से मानसिक रोग की दवाओं को ले रहे हैं उनमें भी स्ट्रेस के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। मानसिक थकान और स्ट्रेस को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय मौजूद हैं। वहीं एक्सपर्ट्स बताते हैं कि घास में नंगे पैर चलने से भी स्ट्रेस व तनाव में कमी देखने को मिलती है। इस तरह के एक्टिविटी से पैरों पर एक्यूप्रेशर होता है, इसके अलावा, अर्धिंग और ग्राउंडिंग भी तनाव कम करता है और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर करता है। इस लेख में लीलावती अस्पताल की क्लीनिकल साइक्लॉजिस्ट डॉ. मैत्री ठक्कर से जानते हैं कि क्या नंगे पैर घास में चलने से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है?
क्या तनाव में घास में नंगे पैर चलना फायदेमंद हो सकता है? - Can Walking Barefoot On Grass Beneficial In Stress In Hindi
सदियों से घास पर चलना फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद और प्राचीन योगशास्त्र में इसे एक प्राकृतिक उपचार के रूप में देखा गया है। माना जाता है कि पृथ्वी के संपर्क में आने से शारीरिक और मानसिक संतुलन को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, डॉक्टर स्ट्रेस को मानसिक रोग से जोड़कर देखते हैं, यदि व्यक्ति को दिमागी सस्या के कारण स्ट्रेस है तो ऐसे में उसको पूर्ण इलाज लेना चाहिए। लेकिन, स्ट्रेस के हल्के लक्षणों को दूर करने के लिए आप लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं, जिसमें घास पर नंगे पैर टहलने को भी शामिल किया जाता है। आगे जानते हैं घास में नंगे पैर टहलने के क्या फायदे हो सकते हैं।
शरीर की थकान को दूर करने में मददगार
पृथ्वी में नकारात्मक आयन (Negative Ions) होते हैं। जब हम नंगे पैर जमीन को स्पर्श करते हैं, तो ये आयन हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं और शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) को निष्क्रिय करते हैं। इससे सूजन, तनाव और थकान जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
नर्वस सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव
पैरों के तलवों में अनेक नसों (Nerve Endings) होती हैं जो मस्तिष्क से सीधा संपर्क रखती हैं। जब ये नसें ठंडी, नर्म और नमी भरी घास के संपर्क में आती हैं, तो मस्तिष्क को शांति और सुकून का संकेत मिलता है। इससे तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल का स्तर कम होता है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
घास पर नंगे पैर चलने से पैरों की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और रक्तसंचार बेहतर होता है। यह संपूर्ण शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर करता है जिससे ब्रेन भी अधिक सक्रिय और शांत रहता है।
विटामिन डी के फायदे
सुबह-सुबह घास पर चलने से शरीर को सूरज की हल्की किरणों से विटामिन डी भी मिलता है, जो मानसिक स्वास्थ्य और इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद होता है।
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इसे लाइफस्टाइल में अपनाने के लिए आप रोजाना सुबह व शाम के समय करीब 15 से 20 मिनट पार्क में नंगे पैर टहलें। इस दौरान आप मोबाइल आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूरी बनाएं और घास के स्पर्श को महसूस करें। घास पर नंगे पैर चलना एक आसान, सस्ता और प्राकृतिक तरीका है जो तनाव कम करने में बेहद प्रभावी साबित हो सकता है। यह न सिर्फ आपको मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शरीर को एनर्जी से भर देता है।
FAQ
तनाव से मुक्ति पाने के लिए क्या करें?
तनाव को दूर करने के लिए आप संतुलित आहार लें। इसके अलावा आप पर्याप्त नींद लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। तनाव कम करने के लिए मांसपेशियों को आराम देने, सांस लेने या ध्यान लगाने के व्यायाम, प्रार्थना, योग या तैराकी का प्रयास करें।डिप्रेशन में कौन सा योग करना चाहिए?
डिप्रेशन से राहत पाने के लिए कई योगासन और प्राणायाम फायदेमंद हो सकते हैं। इसमें सुखासन, बालासन (चाइल्ड पोज), अधोमुख श्वानासन, और पश्चिमोत्तासन, प्राणायाम आदि करने चाहिए।तनाव के क्या कारण हो सकते हैं?
काम का दबाव, पारिवारिक समस्याएं, वित्तीय समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां, और किसी दुखद अनुभव व्यक्ति के जीवन में तनाव का कारण हो सकता है।