Benefits of Banana Leaf in High Uric Acid : आज के समय में खानपान, जीवनशैली और प्रदूषण के कारण हाई यूरिक एसिड की समस्या आम हो चुकी है। हाई यूरिक एसिड का इलाज अगर सही समय पर न किया जाए तो ये भविष्य में गठिया, किडनी स्टोन और जोड़ों के दर्द जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। दरअसल, जब शरीर में यूरिक एसिड (High Uric Acid) का स्तर सामान्य से ज्यादा हो जाता है, तो इससे खून और जोड़ों में क्रिस्टल जमने लगते हैं। हाई यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए लोग विभिन्न प्रकार (How to Manage High Uric Acid) की दवाओं का सेवन करते हैं।
लेकिन आयुर्वेद में हाई यूरिक एसिड को मैनेज करने के लिए केले के पत्तों (Banana Leaf in High Uric Acid) का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं केले का पत्ता कैसे हाई यूरिक को कम करता है और केले के पत्ते का सेवन कैसे करना चाहिए।
हाई यूरिक एसिड क्या है- What is high uric acid
दिल्ली की अंजना कालिया डाइट क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया (Dr. Anjana Kalia, Ayurvedic Doctor and Nutritionist, Anjana Kalia‘s Diet Clinic, Delhi) के अनुसार, यूरिक एसिड एक नाइट्रोजन युक्त यौगिक है जो शरीर में प्यूरीन (Purine) नामक तत्व के टूटने से बनता है। आम तौर पर खाने के जरिए शरीर में बनने वाला यूरिक एसिड शरीर से मूत्र के जरिए बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर इसका अधिक ज्यादा हो जाए या सही मात्रा में बाहर न निकल जाए तो हाई यूरिक एसिड की परेशानी होती है।
इसे भी पढ़ेंः हाई यूरिक एसिड के मरीज इन 18 फूड्स से करें परहेज, जानें पूरी लिस्ट
हाई यूरिक एसिड के लक्षण- Symptoms of high uric acid
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की स्थिति में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैंः
जोड़ों में दर्द होना
पैर के अंगूठे में सूजन
चलने-फिरने में कठिनाई
बार-बार पेशाब आना
शारीरिक थकावट
इसे भी पढ़ेंः माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द से राहत दिलाएगी ये हर्बल चाय, जानें इसकी रेसिपी
क्या हाई यूरिक एसिड में केले के पत्ते फायदेमंद है- Are banana leaves beneficial in high uric acid
आयुर्वेदिक डॉ. अंजना कालिया के अनुसार, आयुर्वेद में केले को "शीतल", "बलवर्धक" और "त्रिदोषनाशक" कहा गया है। आयुर्वेद में जितना महत्व केले का है, उतना ही महत्व केले के तने और केले के पत्ते का भी है। केले के पत्तों का सेवन करने से शरीर का वात और पित्त दोष शांत होता है। ये शरीर में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व की तरह काम करता है। इससे शरीर की सूजन और जलन कम होती है। इसलिए हाई यूरिक एसिड में केले के पत्ते फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर का कहना है कि हाई यूरिक एसिड में केले के पत्ते बहुत फायदेमंद होता है।
इसे भी पढ़ेंः कंप्यूटर की तरह तेज काम करेगा दिमाग, आज से ही फॉलो करें एक्सपर्ट की ये 4 टिप्स
हाई यूरिक एसिड में केले के पत्ते कैसे फायदेमंद हैं- Benefits of Banana Leaf in High Uric Acid
1. डिटॉक्सिफिकेशन में मददगार
केले के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। केले का पत्ते का सेवन करने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। ये किडनी की कार्य क्षमता को सुधारता है और यूरिक एसिड के निष्कासन की प्रक्रिया को बेहतर बनाता है। जब किडनी सही तरीके से काम करती है तो शरीर सही से साफ हो पाता है।
2. सूजन को करता है कम
केले के पत्तों में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर की सूजन को कम करता है। हाई यूरिक एसिड में केले के पत्तों से बनी चीजों खाने से जोड़ों में सूजन और दर्द से राहत मिलती है।
3. मूत्रवर्धक
आयुर्वेदिक डॉक्टर का कहना है कि केले के पत्ते में प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं। केले के पत्ते और इससे बनने वाले फूड खाने से मूत्र की मात्रा बढ़ती है। जब मूत्र त्याग जल्दी-जल्दी और ज्यादा मात्रा में होता है तो इससे यूरिक एसिड निकालने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ेंः Types of Headache: 6 तरह के होते हैं सिरदर्द, डॉक्टर ने खुद बताए इसके कारण
इसे भी पढ़ेंः ब्रेस्टफीड कराने वाली ज्यादातर मदर्स करती हैं ये गलतियां, एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में
हाई यूरिक एसिड में केले के पत्ता का सेवन कैसे करें- How to consume banana leaf in high uric acid
डॉ. अंजना कालिया का कहना है कि हाई यूरिक एसिड की समस्या कई प्रकार से केले के पत्तों का सेवन किया जा सकता है। इसमें शामिल हैः
केले के पत्ते का काढ़ा
केले के पत्ते का रस
केले के पत्ते की चाय
केले के पत्ते खाते वक्त सावधानियां- Precautions while eating banana leaves
अगर आप प्रेग्नेंट हैं या शिशु को स्तनपान करवा रही हैं तो केले के पत्ते का सेवन सिर्फ आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें।
केले से किसी प्रकार की एलर्जी या अन्य बीमारियों से परेशान होने पर।
अत्यधिक मात्रा में केले के पत्तों का काढ़ा पीने से अपच और कब्ज की समस्या हो सकती है।
किडनी और लिवर संबंधी बीमारियों में भी केले के पत्तों का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें।
इसे भी पढ़ेंः बुखार, सिरदर्द कहीं वायरल मेनिनजाइटिस तो नहीं? डॉक्टर से जानें इस बीमारी के बारे में
निष्कर्ष
आयुर्वेदिक डॉक्टर के साथ बातचीत की सलाह पर हम ये कह सकते हैं कि हाई यूरिक एसिड की समस्या में केले के पत्तों का सेवन काफी प्रभावी हो सकता है। केले के पत्तों के पोषक तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने, सूजन को कम करने और वात को संतुलन बनाने में मदद करते हैं। लेकिन आप प्रेग्नेंट हैं या शिशु को स्तनपान करवा रही हैं तो केले के पत्तों का सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
FAQ
यूरिक एसिड को ठीक करने का सबसे तेज तरीका क्या है?
यूरिक एसिड को ठीक करने का सबसे तेज तरीका विटामिन सी वाले फूड को खाने में शामिल करना है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यूरिक एसिड को कम करने के लिए रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पिएं। नींबू पानी और अजवाइन का सेवन करें। इसके अलावा यूरिक एसिड को कम करने के लिए रोजाना 30 मिनट वॉक या किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज जरूर करें।यूरिक एसिड बढ़ने से क्या दिक्कत आती है?
यूरिक एसिड बढ़ने पर शरीर को एक नहीं बल्कि कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द होना, पैर के अंगूठे में सूजन, चलने-फिरने में कठिनाई और बार-बार पेशाब आने की परेशानी होती है। अगर आपको लगातार जोड़ों में दर्द हो रहा है तो ये यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत हो सकता है।हाई यूरिक एसिड में क्या परहेज करें?
हाई यूरिक एसिड की समस्या खानपान के कारण होती है। हाई यूरिक एसिड की समस्या में जंक, प्रोसेस्ड और अतिरिक्त चीनी वाले फूड आइटम खाने से परहेज करना चाहिए। साथ ही, हाई प्रोटीन और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।