Doctor Verified

भूख के हार्मोन्स को संतुलित करने के लिए अपनाएं सुबह के समय ये आयुर्वेदिक नियम

भूख का हार्मोन असंतुलित होने के कारण आपको बहुत ज्यादा या बहुत कम भूख लगने की समस्या हो सकती है। ऐसे में इस हार्मोन को संतुलित करने के लिए आप आयुर्वेद के सुबह के इस रूटीन को फॉलो कर सकते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
भूख के हार्मोन्स को संतुलित करने के लिए अपनाएं सुबह के समय ये आयुर्वेदिक नियम


आज के समय में तेज रफ्तार भरी जिंदगी में अनियमित खानपान और तनाव के कारण हमारे शरीर के हार्मोन, खासकर भूख से जुड़े हार्मोन असंतुलित होने लगते हैं। हमारे शरीर में घ्रेलिन और लेप्टिन नाम के दो हार्मोन हैं जो भूख और पेट भरने की भावना को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। मगर जब शरीर में इन हार्मोन्स का असंतुलन होता है, तो हमें बार-बार भूख लगने लगती है, जिसके कारण हम भूख से ज्यादा खाने लगते हैं, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। लेकिन, आयुर्वेद के अनुसार सुबह के समय आपका रूटीन जैसा होता है, आपके शरीर के कई हार्मोन्स पूरे दिन उसी तरह काम करते हैं। इसलिए, अगर आप सुबह के समय अपनी आदतों में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करें, जो आपके शरीर को संतुलित रखने में मदद कर सके तो आपके भूख के हार्मोन को भी संतुलित रखने में मदद मिलती है। इसलिए, आज के इस लेख में हम हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानने की कोशिश करते हैं कि सुबह की शुरुआत कैसे करनी चाहिए?, जो भूख के हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सके।

भूख हार्मोन फॉलो करने के लिए सुबह का रूटीन - Morning Routine to Balance Hunger Hormone in Hindi

आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है कि, भूख हार्मोन असंतुलित होने के कारण आपको बहुत ज्यादा या बहुत कम भूख लग सकती है, जो आपका वजन बढ़ने का कारण बन सकता है और सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए, आप सुबह के समय इन नियमों का पालन करके अपनी भूख के हार्मोन को संतुलित कर सकते हैं-

1. सही समय पर जागना 

आयुर्वेद में ब्रह्म मुहूर्त का खास महत्व होता है। यह समय सूरज निकलने से लगभग 90 मिनट पहले का माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समय जागने से शरीर और मन दोनों को शुद्ध करता है। ब्रह्म मुहूर्त में जागने से शरीर के दोष संतुलित रहता है, मानसिक शांति और अग्नि धीरे-धीरे एक्टिव होने लगती है, जिससे दिनभर पाचन क्रिया बेहतर होती है। इसलिए, अगर कोई व्यक्ति देर से उठता है तो कफ दोष बढ़ता है, जिससे आलस, भारीपन और भूख में कमी जैसी समस्याएं हो सकती है। इसलिए, भूख के हार्मोन को संतुलित करने के लिए सही समय पर जागना जरूरी है।

इसे भी पढ़ें: भूख कम करने के लिए अपनाएं ये नैचुरल तरीके

2. जागने के तुरंत बाद पानी पीना

आयुर्वेद में उषःपान का मतलब होता है सुबह-सुबह खाली पेट पानी पीने की परंपरा। यह शरीर से अम यानी टेक्निक निकालता है, पाचन तंत्र को एक्टिव करता है और लिवर या किडनी को साऱ करता है। इसलिए, आप सुबह उठकर लगभग 1 से 2 गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। रात भर तांबे के बर्तन में रखा गया पानी पीना फायदेमंद हो सकता है। इससे शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन होता है और पाचन अग्नि को बढ़ाता है, जिससे भूख बढ़ती है।

3. हल्का नाश्ता

पानी पीने के लगभग आधे घंटे बाद थोड़े से ड्राई फ्रूट्स जैसे भिगोए हुए बादाम, अखरोट या अनार के दाने खाएं। ड्राई फ्रूट्स में गुरु गुण होते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने से अग्नि ज्यादा बढ़ सकती है। इसके अलावा, इन्हें खाने से ब्लड साफ होता है और शरीर को पोषण मिलता है। जबकि अनार में नेचुरल एंजाइम होते हैं, जो पाचन को बढ़ावा देता है। आयुर्वेद के अनुसार, सुबह के समय भारी भोजन नहीं करना चाहिए, बल्कि हल्के और एनर्जी देने वाले ड्राई फ्रूट्स और फल खाने से भूख हार्मोन कंट्रोल में रहता है, जिससे आप दिनभर ओवरईटिंग से बचते हैं।

Morning-Routine-to-Balance-Hunger-Hormone-inside

4. शारीरिक गतिविधियां करना

सुबह के समय एक्सरसाइज करने से शरीर की अग्नि को संतुलित रखने में मदद मिलती ही। एक्सरसाइज करने से प्राण वायु एक्टिव होती है जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। जब समान वायु और प्राण वायु दोनों संतुलित होते हैं तो पाचन अग्नि स्थिर रहती है। लेकिन ध्यान रहे, ज्यादा एक्सरसाइज  करने से पाचन अग्नि खत्म भी हो सकती है। इसलिए, जरुरत के अनुसार ही एक्सरसाइज करने की कोशिश करें, बहुत ज्यादा कम या बहुत ज्यादा एक्सरसाइज न करें।

इसे भी पढ़ें: क्या भूख कम लगना हो सकता है कैल्शियम की कमी का संकेत, जानें कनेक्शन

5. प्राणायाम और ध्यान

सुबह एक्सरसाइज करने के बाद थोड़ी देर कुछ समय प्राणायाम करना बहुत जरूरी है। आप अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति जैसे प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन के फ्लो को बढ़ाता है। इससे मानसिक शांति मिलती है और भूख के हार्मोन का संतुलन बना रहता है।

निष्कर्ष

भूख के हार्मोन को संतुलित करने के लिए जरूरी है कि आप आयुर्वेद के इस मॉर्निंग रूटीन को फॉलो करें। सही समय पर उठना, पानी पीना, हल्का नाश्ता, एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने से भूख के हार्मोन को संतुलित करने में मदद मिलती है। जिससे आप भूख से ज्यादा खाने से बचने हैं और आपका संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर रहता है।

Image Credit: Freepik

FAQ

  • भूख बढ़ाने वाला हार्मोन कौन सा है?

    भूख बढ़ाने वाला हार्मोन घ्रेलिन है, जिसे आम भाषा में भूख का हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है। यह हार्मोन मुख्य तौर पर आपके पेट में बनता है और दिमाग को भूख लगने का संकेत भेजता है, जिसके बाद आप खाना खाते हैं।
  • भूख ना लगना कौन सी बीमारी का लक्षण है?

    भूख न लगने की समस्या को एनोरेक्सिया के नाम से जाना जाता है। इस समस्या में आपको बिल्कुल भी भूख नहीं लगती है और इस कारण वजन कम होना, कुपोषण या इम्यून सिस्टम कमजोर होने की समस्या हो सकती है।
  • भूख नहीं लगती हो तो क्या करना चाहिए?

    भूख न लगने की समस्या में आप खुद को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें, जिसके लिए नारियल पानी, नींबू पानी और पर्याप्त मात्रा में नॉर्मल पानी पिएं। इसके अलावा खाना खाने से पहले ज्यादा पानी पीने से बचें, जिससे आपकी पर्याप्त मात्रा में खाना खाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। 

 

 

 

Read Next

क्या एक दिन नमक न खाने से शरीर हो जाता है डिटॉक्स या बढ़ जाता है खतरा? डॉक्टर से जानें सच्चाई

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Oct 23, 2025 20:27 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

TAGS