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हार्मोन्स को संतुलन में रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में करें ये 7 बदलाव, सेहत भी रहेगी बेहतर

खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड्स का सेवन हार्मोन को असंतुलित कर सकता है, जिसे कंट्रोल करने के लिए आप अपनी जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं। 
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हार्मोन्स को संतुलन में रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में करें ये 7 बदलाव, सेहत भी रहेगी बेहतर


Swaps For Balance Your Hormone in Hindi- हमारे शरीर के लिए हार्मोन्स का संतुलिन होना बेहद जरूरी है, क्योंकि हार्मोन खून के माध्यम से शरीर के अन्य हिस्सों, स्किन, मसल्स और टिशू तक संदेश पहुंचाने का काम करते हैं। हार्मोन शरीर के इन हिस्सों को सिग्नल पहुंचते हैं कि उन्हें कब और किस तरह काम करना है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करते हैं। ऐसे में शरीर में असंतुलित हार्मोन्स कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। असंतुलित हार्मोन्स के कारण भूख में कमी, अनिद्रा, तनाव, वजन बढ़ना और मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, अस्वस्थ खानपान और शारीरिक गतिविधियों में कमी अक्सर हार्मोन असंतुलन (Hormone Imbalance) का कारण बनते हैं। ऐसे में हार्मोन और गट हेल्थ कोच डायटिशियन मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके हार्मोन्स को संतुलित करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ जरूरी बदलाव करने की सलाह दी है। 

हार्मोन को ठीक करने के क्या करें? - How To Fix Hormonal Imbalance Naturally in Hindi?

1. खाना खाने के बाद कैफीन का सेवन करना

खाली पेट कैफीन का सेवन कोर्टिसोल हार्मोन (Cortisol Hormone) के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे हार्मोन असंतुलित हो सकता है। ऐसे में आप सुबह या दिन के किसी भी समय खाली पेट कैफीन लेने से परहेज करें और खाना खाने के 45 मिनट बाद ही कैफीन का सेवन करें। ऐसा करने से कोर्टिसोल स्पाइक्स को कम किया जा सकता है। 

2. रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल की जगह A2 घी या कोल्ड-प्रेस्ड तेल चुनें

रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल में अक्सर सूजन-रोधी कंपाउड्स होते हैं, जो हार्मोन असंतुलन का कारण बन सकते हैं। इसलिए आप इस तरह के तेलों के सेवन के स्थान पर A2 घी या कोल्ड-प्रेस्ड तेलों को अपनी डाइट में शामिल करें, क्योंकि ये जरूरी फैटी एसिड और एंटी-ऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो हार्मोनल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। 

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3. सफेद आटे के स्थान पर बाजरे का आटा चुनें

रिफाइंड सफेद आटे में पोषक तत्वों की कमी होती है और इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिसके कारण इंसुलिन का स्तर प्रभावित हो सकता है, जो हार्मोन्स के असंतुलन का कारण बन सकता है। इससे बचाव के लिए आप अपनी डाइट में बाजरे का आटा शामिल कर सकते हैं, क्योंकि ये कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल और हार्मोन्ल संतुलन को कंट्रोल रखने में में मदद कर सकते हैं। 

4. खाने के बाद शारीरिक गतिविधियां करें

खाना खाने के बाद बैठे रहना या सो जाना आपके पाचन पर बुरा प्रभाव डाल सकता है, जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है और इंसुलिन हार्मोन के स्तर को असंतुलित कर सकता है। इसलिए खाना खाने के बाद कम से कम 15 मिनट वॉक करें।

5. चॉकलेट की जगह लें हेल्दी स्मूदी

चॉकलेट खाना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन इसमें मौजूद चीनी की मात्रा इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव हो सकता है। ऐसे में आप मैग्नीशियम से भरपूर कोको स्मूदी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो मिनरल्स से भरपूर होते हैं और आपके हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। 

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6. कार्डियो के साथ अन्य फिजिकल एक्टिविटी भी करें

शारीरिक गतिविधियों के नाम पर सिर्फ कार्डियो करने से बचें और इसके साथ योग या अन्य तरह की फिजिकल एक्टिविटी करने की कोशिश करें, क्योंकि ये हार्मोन को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं।  बता दें कि कार्डियो एंडोर्फिन और चयापचय को बढ़ावा देता है, जबकि योग कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को कम करता है। 

7. नेचुरल केमिकल फ्री ब्यूटी प्रोडक्ट्स चुनें

हार्मोन को संतुलित रखने के लिए थैलेट आधारित कॉस्मेटिक्स के स्थान पर नेचुरल केमिकल फ्री ब्यूटी प्रोडक्स को चुनें क्योंकि कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स में पाए जाने वाले थैलेट्स हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं। 

 

 

 

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A post shared by Dt Manpreet Kalra | Hormone and Gut Health Coach | (@dietitian_manpreet)

हार्मोन को संतुलित करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में इन बदलावों को जरूर करें और इसके साथ स्वस्थ खानपान और अच्छी जीवनशैली को चुनें। 

Image Credit- Freepik 

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