Expert

हार्मोन इंबैलेंस की वजह से हो सकती हैं कई बीमारियां, एक्सपर्ट से जानें इन्हें बैलेंस करने का तरीका

Ways to Balance Hormones: जीवनशैली और खानपान के कारण हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से कई बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं।  
  • SHARE
  • FOLLOW
हार्मोन इंबैलेंस की वजह से हो सकती हैं कई बीमारियां, एक्सपर्ट से जानें इन्हें बैलेंस करने का तरीका


हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोन पाए जाते हैं। शरीर की कार्यप्रणाली के सही होने के लिए हार्मोन्स का संतुलित होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो हार्मोन वह चीज है, जो खून के जरिए शरीर के विभिन्न अंग, मांसपेशियों, त्वचा और बालों की क्वालिटी को भी मैनेज करने में मदद करता है। लेकिन आजकल की जीवनशैली, खानपान और शराब का सेवन करने की वजह से लोगों को हार्मोन असंतुलन की समस्या हो रही है। हार्मोन के अंसुलित होने के कारण ब्लड प्रेशर, थायराइड, डायबिटीज और कई जेनेटिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि सभी लोगों को हार्मोन को संतुलित करने के लिए लगातार कोशिश करती रहनी चाहिए। इसलिए आज इस लेख में हम आपको 5 हार्मोन के असंतुलन के कारण होने वाली परेशानियां और इसे संतुलित करने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।

1. एस्ट्रोजन 

गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा की मानें तो एस्ट्रोजन महिलाओं में पाए जाने वाला सेक्स हार्मोन है। एस्ट्रोजन महिला प्रजनन प्रणाली के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन के अंसुलित होने से पीरियड्स में परेशानी, दर्द, पीसीओडी और पीसीओएस की समस्या होती है। मनप्रीत कालरा का कहना है कि एस्ट्रोजन हार्मोन को संतुलित करने के लिए क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे की ब्रोकली, गोभी, विटामिन बी6 युक्त खाद्य पदार्थ जैसे शकरकंद और छोले जैसी चीजों को डाइट का हिस्सा बनाएं।

इसे भी पढ़ेंः नॉर्मल डिलीवरी में कितने टांके आते हैं? डॉक्टर से जानिए इसके बारे में

Imbalance In Hormones In Men: Here Are 10 Signs Of It | OnlyMyHealth

2. प्रोजेस्टेरोन

प्रोजेस्टेरोन भी महिलाओं में पाया जाने वाला मुख्य हार्मोन है। प्रोजेस्टेरोन प्रेग्नेंसी में अहम भूमिका निभाता है। एक्सपर्ट के अनुसार, ओवरी और एड्रेनल ग्रंथि प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का निर्माण करते हैं, जिससे प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी की समस्या को दूर किया जा सकता है। शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को नियंत्रित करने के लिए डाइट में चेस्टबेरी चाय, जिंक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कद्दू के बीज, छोले, काजू, नारियल, नट्स और घी जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए।

इसे भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में दृष्टि धामी ने भारी डंबल्स के साथ किया वर्कआउट, डॉक्टर से जानें क्या ऐसा करना है सेफ?

3. कोर्टिसोल

कोर्टिसोल हार्मोन शरीर में नमक और पानी का संतुलन बनाता है। गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा का कहना है कि कोर्टिसोल हार्मोन ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इस हार्मोन के असंतुलित होने से चेहरे, छाती और पेट पर फैट बढ़ने लगता है। कोर्टिसोल हार्मोन को संतुलित करने के लिए शाम के समय अश्वगंधा की चाय और सोने से पहले योग निद्रा का अभ्यास करना चाहिए।

4. मेलाटोनिन

मेलाटोनिन हार्मोन है जो एक अच्छी स्लीप साइकिल में योगदान देता है। जिन लोगों को नींद कम आती है, नींद देरी से आती है या फिर लंबे समय बिस्तर पर लेटे रहने के बाद भी नींद आने में परेशानी आती है, उनमें मेलाटोनिन हार्मोन का असंतुलन होता है। गट हेल्थ कोच का कहना है कि मेलाटोनिन को संतुलित करने के लिए कैमोमाइल चाय का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही सोने से पहले गहरी सांस लेने के व्यायाम करें और रात के खाने के बाद 3-4 भीगे हुए मुनक्का और 1 भीगा हुआ काजू खाने से भी मेलाटोनिन को संतुलित करने में मदद मिलती है।

5. इंसुलिन

इंसुलिन हार्मोन शरीर में ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए महत्वपूर्ण है। इंसुलिन का असंतुलन होने से डायबिटीज जैसी लाइलाज बीमारी हो सकती है। गट हेल्थ कोच के अनुसार, इंसुलिन को संतुलित करने के लिए रात के खाने के बाद दालचीनी का पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही अपने दिन की शुरुआत मेथी के बीजों की चाय के साथ करनी चाहिए।

All Image Credit: Freepik.com

 

 

 

Read Next

डायबिटीज की दवा खाने से पहले या बाद में कब लेनी चाहिए? डॉक्टर से जानें

Disclaimer