When To Eat Diabetes Medicine: खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने और इंसुलिन का इस्तेमाल प्रभावित होने के कारण डायबिटीज की बीमारी होती है। आज के समय में इस बीमारी का खतरा युवाओं में भी बढ़ रहा है। निष्क्रिय जीवनशैली और खानपान से जुड़ी गड़बड़ी के कारण भारत डायबिटीज की राजधानी बन गया है। इस बीमारी में डॉक्टर मरीजों को खानपान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, डायबीटीज की दवाएं भोजन के बाद या पहले खानी चाहिए?
खाने से पहले या बाद में कब लेनी चाहिए डायबिटीज की दवा?
डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए दवाओं के सेवन की जरूरत पड़ती है। डॉक्टर मरीजों को नियमित रूप से इन दवाओं के सेवन की सलाह देते हैं। ब्लड शुगर कंट्रोल में रहने से डायबिटीज के मरीजों की परेशनियों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "डायबिटीज में मरीजों की स्थिति के आधार पर अलग-अलग तरह की दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है। हर दवा शरीर में अलग तरह से काम भी करती है। कुछ मरीजों को खाली पेट दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है, तो कुछ लोगों को भोजन करने के बाद। इसलिए हमेशा मरीजों को अपने डॉक्टर की सलाह के आधार पर ही इसका सेवन करना चाहिए।"
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डायबीटीज में शुगर कंट्रोल के लिए दवाओं का इस तरह से सेवन करना चाहिए-
मेटफॉर्मिन (Metformin): यह डायबिटीज में इस्तेमाल की जाने वाली सबसे आम दवा है। मेटफॉर्मिन आमतौर पर भोजन के साथ या खाने के तुरंत बाद ली जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि यह भोजन से प्राप्त होने वाले शुगर के अवशोषण को धीमा कर देती है और शरीर को इंसुलिन का बेहतर इस्तेमाल करने में मदद करती है। भोजन के साथ लेने से पेट की गड़बड़ी के प्रभावों को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
एसएलए (SGLT2 Inhibitors): ये दवाएं किडनी के माध्यम से अतिरिक्त ब्लड शुगर को पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देती हैं। इन्हें आमतौर पर सुबह के समय खाली पेट या भोजन के साथ लिया जा सकता है।
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डीपीपी-4 इनहिबिटर्स (DPP-4 Inhibitors): ये दवाएं शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती हैं और ग्लूकागन नामक हार्मोन के रिलीज को रोकती हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा देता है। इन्हें आमतौर पर भोजन के साथ या खाने से पहले लिया जा सकता है।
एसयूएलएफओनीलयूरेस (Sulfonylureas): ये दवाएं अग्नाशय से इंसुलिन रिलीज को बढ़ाती हैं। इन्हें आमतौर पर भोजन से 30 मिनट पहले लिया जाता है।
इंसुलिन (Insulin): इंसुलिन इंजेक्शन सीधे ब्लडफ्लो में इंसुलिन पहुंचाते हैं। इंसुलिन की खुराक और उसे लगाने का समय इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार का इंसुलिन ले रहे हैं और आपका भोजन कैसा है। इस बारे में विस्तृत जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
डायबिटीज में दवाओं के सेवन के साथ जीवनशैली और खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के आधार पर भोजन का सेवन करें और नियमित एक्सरसाइज जरूर करें, इससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और शरीर को हेल्दी रखने में मदद मिलेगी।
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