सर्दी में जोड़ों के दर्द दूर करने में कारगर हैं ये 10 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें इस्तेमाल का तरीका

सर्दियों के बढ़ने के साथ जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। ऐसे में आप इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां के इस्तेमाल के बारे में जानें जो कि आसान और लाभकारी है। 
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सर्दी में जोड़ों के दर्द दूर करने में कारगर हैं ये 10 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें इस्तेमाल का तरीका


सर्दियों में जोड़ों का दर्द (joint pain in winter) अक्सर बढ़ जाता है। दरअसल, सर्दियों में तापमान में कमी आने से आपकी हड्डियों के भीतर तरल पदार्थ और गैसों का विस्तार होना शुरू हो जाता है। इससे आपकी नसों पर दबाव पड़ता है और यही दर्द का कारण बनता है। साथ ही ठंड के मौसम में, आपका ब्लड सर्कुलेशन भी धीमा पड़ जाता है, जिससे ज्वाइंट्स के आसपास के टिशूज और मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं और जब आप चलते-फिरते हैं तो आपके जोड़ों में दर्द होता है। ऐसे में दवाइयों के अलावा जोड़ों के दर्द में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां काम कर सकती हैं। ये जड़ी-बूटियां एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हैं जो कि सूजन और दर्द को कम करने का काम करती हैं। इन्हीं जड़ी बूटियों के बारे में जानने के लिए हमने संजीवनी आयुर्वेदा क्लीनिक, लखनऊ के डॉ. डी.पी अग्रवाल से बात की।

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सर्दी में जोड़ों के दर्द के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां-Ayurvedic herbs for joint pain 

1. लोबान 

लोबान को पीस कर लेप लगाने से आप जोड़ों के दर्द से राहत पा सकते हैं। इसके अलावा आप लोबान का सेवन कर सकते हैं या फिर इसके तेल से अपने जोड़ों की मालिश कर सकते हैं जो कि दर्द को कम करने में मददगार है। दरअसल, लोबान में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि जोड़ों को मजबूत रखने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह न केवल दर्द को कम करता है, बल्कि सूजन को कम करने और गतिशीलता को और बढ़ाने में भी मदद करता है। तो सर्दियों में आप अगर आपको जोड़ों के दर्द की समस्या रहती है तो आपको रेगुलर रात में सोते समय लोबान के तेल से जोडों की मालिश करनी चाहिए। 

2. दालचीनी और शहद

दालचीनी और शहद दोनों ही हमारी रसोई में मिल जाते हैं। जोड़ों के दर्द में ये दोनों ही रामबाण इलाज की तरह काम करती हैं। जैसे कि दालचीनी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है जो कि टिशूज और लिगामेंट्स के अंदर के सूजन और दर्द को कम कर सकता है। इसके साथ ही ये जोड़ों के अंदर टिशूज की क्षति को भी रोकता है।  फिर जब आप इसे शहद के साथ मिला कर लेते हैं तो इसकी मेडिसनल गुण बढ़ जाते हैं। तो, सर्दियों में आपको इन दोनों को एस साथ लेना चाहिए। इसे लेने के लिए  एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना खाली पेट पीने से जोड़ों का दर्द और सूजन कम हो जाती है। दरअसल, आयुर्वेद में बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन और पित्त के बैलेंस का अपना ही महत्व है जो कि गठिया के इलाज में भी मददगार है। इसके अलावा आप दर्द वाली जगह पर दालचीनी और शहद का लेप भी लगा सकते हैं जो कि घुटनों के दर्द को कम करता है।

3. नीलगिरी का तेल

नीलगिरी का तेल एनाल्जेसिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। इसमें मौजूद घटक ब्लड सर्कुलेशन बढ़ा सकते हैं। ये त्वचा के तापमान को बढ़ाकर दर्द को कम कर सकते हैं। दर्द से राहत के लिए नीलगिरी के तेल को प्रभावित क्षेत्रों पर गोलाकार गति में मालिश करें। इसे पेट्रोलियम जेली के साथ मिला कर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा आप नीलगिरी के पत्तों के अर्क को इस्तेमाल कर गठिया के दर्द से राहत पा सकते हैं। दरअसल, इस पौधे की पत्तियों में टैनिन होता है, जो गठिया से संबंधित सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। पर ध्यान रखें कि इसे किसी और तेल में मिला कर इस्तेमाल करें और इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें। 

4. दशमूल 

दशमूल एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी नहीं है बल्कि दस औषधीय जड़ी बूटियों का मिश्रण है जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मददगार है। दशमूल को बनाने के लिए पांच पेड़ों की जड़ें ली जाती हैं और पांच झाड़ियों को इनमें मिलाया जाता है।  दशमूल से शरीर में बढ़े हुए वात को कम किया जाता है। दरअसल, वात बढ़ने से सूजन बढ़ने लगती है और ये जोड़ों के दर्द को बढ़ा देता है। दशमूल का एंटी इंफ्लेमेटरी , एंटी-ऑक्सीडेंट, एनाल्जेसिक औरगु ण जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं। आप इसके पाउडर से लेप बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं, इसके पाउडर का सेवन कर सकते हैं साथ ही इसका तेल भी लगा सकते हैं। 

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5. अजवाइन 

अजवायन में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो जोड़ों के दर्द के लिए एक प्राकृतिक उपाय है। इसके लिए आधा चम्मच अजवाइन के बीजों को मसलकर 2 चम्मच गर्म सरसों के तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। दर्द को कम करने के लिए पेस्ट को अपने घुटने पर लगाएं। इसके अलावा आप दो चम्मच अजवाइन को रात भर पानी में भिगोकर सुबह पी सकते हैं। ये दोनों ही तरीके से जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार है। 

6. बिच्छू बूटी

बिच्छू बूटी के इस्तेमाल से गठिया का दर्द तेजी से कम हो सकता है। दरअसल, बिच्छू बूटी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि गठिया या फिर पुरानी मांसपेशियों के दर्द को कम कर सकता है। साथ ही इसमें कैल्शियम भी होता है जो कि हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। आप  इसे पीसकर दर्द वाली जगह पर लगा भी सकते हैं या फिर इसे चाय या काढ़ा बना कर पी सकते हैं। इसके अलावा बिच्छू बूटी के फायदे कई हैं। जैसे कि ये शरीर को डिटॉक्स करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है जो कि दर्द को करने के लिए बेहद जरूरी है। 

7. मुलेठी 

मुलेठी का एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को कम कर सकता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो कि शरीर की गर्मी बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आप जोड़ों में दर्द होने पर मुलेठी का सेवन कर सकते हैं। आप रात में इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा रोज सुबह इसे चाय में डाल कर ले सकते हैं। 

8. अदरक

अदरक में उत्कृष्ट एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो घुटने के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह प्रभावित क्षेत्र को गर्म करने और ठीक करने के लिए रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। अपने दैनिक आहार में अदरक को शामिल करें। रोज सुबह अदरक की चाय पिएं या अदरक के पेस्ट को अपने घुटने और अन्य प्रभावित जगह पर लगाएं।

9. मेथी, सरसों, हल्दी, अजवाइन और नमक से बनी पोटली  

जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए आप पोटली का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये सदियों की पुरानी आयुर्वेदिक तकनीक है। इसमें आपको मेथी, सरसों, हल्दी, अजवाइन और सेंधा नमक जैसे प्राकृतिक अवयवों को डालना है। फिर इस पोटली को तवे पर रख कर हल्का-हल्का गर्म करना है और इससे अपने जोड़ों की सिकाई करनी है। ये सूजन और दर्द दोनों में ही राहत पहुंचाने का काम करता है। आप इसे एक बार बना कर रख लें और इस्तेमाल करते रहें। 

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10. देसी घी और सहजन के पत्ते

जोड़ों के दर्द का प्रमुख कारण है आपके ज्वाइंट्स में ल्यूब्रिकेंट की कमी, जिससे हड्डियों के बीच घर्षण बढ़ता है और दर्द व सूजन होती है। ज्वाइंट्स पर देसी घी मलने से आपको इस घर्षण से थोड़ा आराम मिल सकता है। इसके अलावा आप सहजन के पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। सहजन के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि जोड़ों के दर्द से जल्दी राहत दिलाने में मददगार है। इसलिए सहजन के पत्तों का पेस्ट बनाकर प्रभावित जोड़ों पर लगाएं। 

इन तमाम विकल्पों के अलावा आप जोड़ों के दर्द से बचने के लिए एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर फूड्स का सेवन कर सकते हैं। साथ ही हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन सी, कैल्शियम और विटामिन डी लें। ये सब मिल कर आपके जोड़ों का दर्द कम कर सकता है।

All images credit: freepik

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