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ठंड बढ़ने पर जोड़ों का दर्द सताता है? इन 5 आयुर्वेद‍िक उपायों से पाएं जल्‍द राहत

ठंड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द होना आम बात है, खासकर बुजुर्गों के ल‍िए। जोड़ों की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए मोर‍िंगा, सोंठ, म‍िलेट्स, सलाई गुग्गुल, रास्ना पत्र वगैरह का सेवन कर सकते हैं।
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ठंड बढ़ने पर जोड़ों का दर्द सताता है? इन 5 आयुर्वेद‍िक उपायों से पाएं जल्‍द राहत


Joint Pain Ayurvedic Remedies: अक्‍टूबर के आगे बढ़ने के साथ मौसम में ठंडक भी बढ़ने लगी है। इस मौसम में कमजोर हड्ड‍ियों के कारण या उम्र की वजह से जोड़ों का दर्द परेशान करता है। आयुर्वेद की मानें, तो जोड़ों का दर्द (Joint Pain) शरीर में वात दोष के बढ़ने की वजह से होता है। आयुर्वेद में इस समस्‍या को दूर करने के ल‍िए कई आयुर्वेद‍िक हर्ब्स का सेवन फायदेमंद माना जाता है। अगर समय रहते इन हर्ब्स को डाइट में शाम‍िल कर लें, तो सर्द‍ियों में जोड़ों की समस्‍याओं से बचाव संभव है। इन उपायों की मदद से जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत म‍िलेगी। चल‍िए फ‍िर देर कैसी, जानते हैं जोड़ों के दर्द को दूर करने के आयुर्वेद‍िक नुस्‍खे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma, Ramhans Charitable Hospital, Haryana से बात की।

1. सोंठ का सेवन करें- Include Sonth In Diet

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Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma ने बताया क‍ि सोंठ यानी सूखी अदरक आयुर्वेद में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुणों के लिए जानी जाती है। इसे चाय, दूध या खाने में पाउडर के रूप में शामिल किया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से जोड़ों की सूजन से राहत मिलती है।

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2. मिलेट्स का सेवन करें- Add Millets In Diet

मिलेट्स जैसे बाजरा, ज्वार और रागी कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर से भरपूर होते हैं। ये हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाए रखते हैं और वात दोष को कम करते हैं। रोजाना मिलेट्स का सेवन करने से ठंड में जोड़ों का दर्द कम होता है।

3. सहजन को डाइट का ह‍िस्‍सा बनाएं- Add Moringa In Diet

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Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma ने बताया क‍ि मोर‍िंगा की पत्तियों से हड्ड‍ियों और जोड़ों को मजबूत बनाने में मदद म‍िलती है। इससे शरीर की सूजन भी दूर होती है। मोर‍िंगा को सब्‍जी, सूप या पाउडर के रूप में अपनी डाइट में शाम‍िल कर सकते हैं। इसकी पत्तियों में व‍िटाम‍िन्‍स, म‍िनरल्‍स, एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स जैसे गुण पाए जाते हैं।

4. सलाई गुग्गुल- Salai Guggul

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेड‍िस‍िन के एक अध्ययन में पाया गया कि सलाई गुग्गुल (Boswellia Serrata) का अर्क घुटने के ऑस्टियोअर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में असरदार है। इसकी मदद से जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद म‍िलती है और शारीर‍िक कार्यक्षमता में सुधार होता है।

5. रास्ना पत्र- Rasna Patra

रास्ना पत्र (Pluchea Lanceolata) आयुर्वेद में इस्‍तेमाल होने वाली एक जड़ी-बूटी का पत्ता है। ठंड में होने वाले जोड़ों के दर्द से राहत के ल‍िए रास्ना पत्र का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। यह वात दोष को संतुलि‍त करता है और हड्ड‍ियों के ल‍िए फायदेमंद माना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेड‍िस‍िन के एक अध्‍ययन के मुताब‍िक, जोड़ों के दर्द, सूजन और कठोरता को कम करने के ल‍िए रास्ना पत्र फायदेमंद है।

निष्कर्ष:

ठंड बढ़ने पर जोड़ों का दर्द दूर करने के ल‍िए रास्ना पत्र, सलाई गुग्गुल, सहजन, मिलेट्स, सौंठ वगैरह का सेवन करें। इन चीजों को डाइट का ह‍िस्‍सा बनाकर आप जोड़ों की तकलीफ से बच सकते हैं।

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FAQ

  • ठंड बढ़ने पर जोड़ों के दर्द से कैसे बचें?

    सर्दियों में जोड़ों को ढककर रखें, हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें। डाइट में कैल्शियम, विटामिन-डी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स शामिल करें। गर्म पानी से स्नान करें और नमी से बचें।
  • जोड़ों में दर्द होने का कारण क्‍या है?

    सर्दी, नमी, उम्र बढ़ना, सूजन या चोट, हड्डियों और मांसपेशियों की कमजोरी या असामान्य लचीलापन जोड़ो में दर्द का कारण हो सकते हैं।
  • जोड़ों में दर्द क‍िस बीमारी का लक्षण है?

    ऑस्टियोअर्थराइटिस, रुमेटाइड अर्थराइटिस, गाउट, ऑस्टियोपोरोसिस और ल्यूपस जैसी बीमारियां जोड़ों में दर्द का संकेत देती हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 07, 2025 15:07 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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