धीरे-धीरे गर्मी कम हो रही है और मौसम ने बदलना शुरू कर दिया है। बदलते मौसम में शरीर को गर्म और स्वस्थ रखना जरूरी है क्योंकि मौसम में बदलाव आने से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है जिससे सर्दी-जुकाम, खांसी, पेट की समस्या और थकान हो सकती है। शरीर में प्राकृतिक गर्मी को बनाए रखने के लिए आयुर्वेदिक गुणों वाले खाद्य पदार्थों का सेवन फायदेमंद होता है। शरीर की प्राकृतिक गर्माहट बनाए रखेंगे, तो पाचन ठीक रहेगा, शरीर में एनर्जी बनी रहेगी, मानसिक स्वास्थ्य संतुलित रहेगा और इंफेक्शन से बचाव होगा। इस लेख में जानेंगे आयुर्वेदिक गुणों वाली 5 चीजें जिनका सेवन करने से बदलते मौसम में ठंडक से बचाव भी होगा और शरीर बीमार भी नहीं होगा। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma, Ramhans Charitable Hospital, Haryana से बात की।
1. गर्म और ताजा खाना खाएं- Eat Fresh And Hot Food
केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) की मानें, तो बदलते मौसम में ताजा, गर्म और हल्का भोजन खाना चाहिए। ताजा भोजन खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है और पाचन तंत्र एक्टिव रहता है। इसके साथ ही ताजा बना गर्म खाना खाएं, जिससे शरीर की आंतरिक गर्मी बनी रहे और सर्दी-जुकाम जैसे इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिल सके। मौसमी फल और सब्जियां जैसे- सेब, संतरा, गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं। इसके अलावा अदरक की चाय, तुलसी का काढ़ा और हल्दी के दूध का सेवन करें। आयुर्वेद के मुताबिक, घी और तिल का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।
2. महासुदर्शन काढ़ा- Mahasudarshan Kadha
- Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma ने बताया कि महासुदर्शन काढ़ा, आयुर्वेद की कारगर दवा से कम नहीं है। उनके मुताबिक, कोविड महामारी के दौरान कई मरीजों को इससे फायदे हुए थे। महासुदर्शन काढ़ा का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। महासुदर्शन काढ़ा का सेवन गुनगुने पानी के साथ कर सकते हैं।
- यह काढ़ा एक तरह का लिवर टॉनिक भी है, लिवर की कार्य प्रणाली को बेहतर रखता है।
- त्वचा के लिए यह काढ़ा बेहद फायदेमंद है।
- गर्मी से सर्दी या सर्दी से गर्मी में बदलने के दौरान इसका सेवन करना फायदेमंद होता है।
- यह शरीर को डिटॉक्स करता है और लिवर फंक्शन को बेहतर बनाता है।
- अर्थराइटिस, नाक या गले की एलर्जी जैसी समस्याओं में इसका सेवन फायदेमंद होता है।
3. सितोपलादि चूर्ण- Sitopaladi Churna
- सितोपलादि चूर्ण का सेवन बदलते मौसम में करना फायदेमंद माना जाता है।
- Ayurveda Expert Dr. Shrey Sharma ने बताया कि सितोपलादि चूर्ण, पित्त दोष को शांत करने में मदद करता है।
- इसे सर्दी होने पर या मौसमी खांसी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है।
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4. तिल- Sesame Seeds
- तिल, वात और कफ दोष को शांत करता है और इसकी तासीर गर्म होती है।
- तिल, त्वचा को नमी और ताकत देता है और शरीर में आंतरिक गर्माहट बनाए रखता है।
- मौसम बदलने पर इसे डाइट में शामिल कर लेंगे, तो सर्दी-जुकाम जैसी कॉमन समस्याओं से बच सकते हैं।
5. हल्दी- Turmeric
- वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित करने के लिए हल्दी फायदेमंद होती है।
- बदलते मौसम में हल्दी के दूध का सेवन करें या हल्दी का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।
- हल्दी, इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है और शरीर को गर्माहट देता है जिससे शरीर की एनर्जी भी बढ़ती है।
निष्कर्ष:
बदलते मौसम में शरीर को गर्म और स्वस्थ रखने के लिए महासुदर्शन काढ़ा, महासुदर्शन काढ़ा, हल्दी, तिल का सेवन करें। इसके साथ ही केवल ताजा खाना खाएं ताकि गर्म खाने से शरीर को आंतरिक गर्मी मिल सके।
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FAQ
गर्म तासीर वाले फूड्स कौन से हैं?
गर्म तासीर वाले फूड्स शरीर में आंतरिक गर्मी बढ़ाते हैं और ठंड से बचाते हैं। इनमें अदरक, हल्दी, लहसुन, घी, तिल, मुनक्का और शिलाजीत शामिल हैं। ये पाचन को सुधारते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।बदलते मौसम में बीमारियों से कैसे बचें?
बदलते मौसम में शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए पौष्टिक और ताजा भोजन खाएं। पर्याप्त पानी पिएं और एक्सरसाइज करें। किचन के मसाले जैसे अदरक, हल्दी, काली मिर्च को सीमित मात्रा में डाइट में शामिल कर सकते हैं।गर्म तासीर वाले अनाज कौन से हैं?
बाजरा, ज्वा, रागी, मूंग गर्म तासीर वाले आहार हैं। ये शरीर को ठंड से बचाते हैं और शरीर की एनर्जी को भी बढ़ाने में मदद करते हैं।
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Sep 29, 2025 14:59 IST
Published By : Yashaswi Mathur