भारत में कई बार लोग बिना वैज्ञानिक आधार के ऐसी मान्यताओं को सच मान लेते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। खासकर जब बात सांप के काटने की हो, तो इसको लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। सांप जहरीला हो या न हो, उसके काटने के बाद सही कदम उठाना बहुत जरूरी होता है। लेकिन कई लोग तुरंत किसी घरेलू उपाय या अंधविश्वास पर भरोसा कर लेते हैं, जिससे मरीज की हालत और बिगड़ सकती है। इन्हीं में से एक आम धारणा यह है कि अगर सांप काट ले, तो तुरंत उस जगह को कपड़े या रस्सी से टाइट बांध देना चाहिए, ताकि जहर शरीर में न फैले।
बता दें कि सेहत से जुड़े ऐसे ही मिथकों और अंधविश्वास के पीछे छिपे साइंस के बारे में बताने के लिए ओन्लीमायहेल्थ "अंधविश्वास या साइंस" सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के तहत हम आपको ऐसे ही अंधविश्वासों से जुड़े साइंस और वैज्ञानिक तथ्य बताने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस सीरीज में आज हम जानेंगे कि क्या सांप काटने पर काटी हुई जगह को कपड़े से टाइट बांध लेने से जहर नहीं फैलता है? इस बारे में जानकारी के लिए हमने यूएचएम, जिला अस्पताल, कानपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राम आशीष यादव (Dr. Ram Ashish Yadav, Pediatrician, UHM, District Hospital, Kanpur) से बात की-
क्या सांप काटने पर टाइट कपड़ा बांधने से जहर नहीं फैलता? - Is Tight Bandage Effective for Snake Bite
सांप के काटने पर जहर फैलने का डर लोगों में इतना गहरा बैठा हुआ है कि कई बार लोग बिना किसी वैज्ञानिक जानकारी के गलत तरीके अपनाते हैं, जैसे कि काटी हुई जगह को कपड़े से टाइट बांधना। यह भ्रांति बहुत आम है और यह सवाल भी अक्सर पूछा जाता है, "क्या सांप के काटने पर काटी हुई जगह को टाइट बांधने से जहर नहीं फैलता है?"
डॉक्टर राम आशीष यादव, जो कि एक पीडियाट्रिशियन (बाल रोग विशेषज्ञ) हैं, बताते हैं कि सांप के काटने पर टाइट कपड़ा बांधना बिलकुल गलत तरीका है। ऐसा करने से जहर के फैलने को रोकने के बजाय स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। जब किसी अंग को टाइट बांधा जाता है, तो वहां की आर्टरीज (धमनियां) ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन रुकने लगता है। इससे शरीर के उस हिस्से में गैंग्रीन (ऊतक सड़ने की समस्या) विकसित हो सकता है। डॉक्टर राम आशीष यादव यह सलाह देते हैं कि काटी हुई जगह को टाइट नहीं बांधना चाहिए और इसे स्थिर रखना (What is the first thing you do for a snake bite) चाहिए।
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भारत में कई जगहों पर सांप के काटने के बाद झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र, और देसी नुस्खों से इलाज करने का चलन है। ये गलत प्रथाएं मरीज की जान को खतरे में डाल सकती हैं। सांप का जहर रक्त में मिलकर तेजी से असर करता है। इसे झाड़-फूंक से बाहर नहीं निकाला जा सकता। केवल एंटी-वेनम (Anti-Venom) ही इसका सही इलाज है।
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सांप काट ले तो तुरंत क्या करना चाहिए? - What Is The Fastest Way To Treat A Snake Bite
- सांप के काटे हुए स्थान को स्थिर (Stable) रखें।
- मरीज को चलने-फिरने से रोकें ताकि जहर धीरे-धीरे फैले।
- जितनी जल्दी हो सके मरीज को नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं।
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई घरेलू उपाय या झाड़-फूंक न करें।
सांप का विष कितने प्रकार के होते हैं? - Types Of Poison In Snakes
भारत में सांपों की लगभग 300 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कई प्रजातियां जहरीली होती हैं। जहरीले सांपों के जहर के आधार पर उन्हें तीन मुख्य प्रकारों में बांटा जाता है-
1. न्यूरोटॉक्सिक सांप - Neurotoxic Snakes
यह जहर नसों (Nervous System) पर असर डालता है और शरीर धीरे-धीरे पैरालाइज (अंगों का काम बंद होना) होने लगता है। साथ ही मरीज की आवाज बदलने लगती है और आंखें बंद होने लगती हैं।
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2. हीमोटॉक्सिक सांप - Hemotoxic Snakes
यह रक्त कोशिकाओं (Blood Cells) को नष्ट कर देता है। आंतरिक रक्तस्राव (Internal Bleeding) होने लगता है और शरीर पर नीले-काले निशान पड़ जाते हैं।
3. कार्डियोटॉक्सिक सांप - Cardiotoxic Snakes
यह जहर सीधे दिल और ब्लड सर्कुलेशन पर असर डालता है और मरीज को दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ सकता है।
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सांप काटने के बाद के लक्षण - Snake Bite Symptoms
- काटे गए स्थान पर दर्द और सूजन
- चक्कर आना और कमजोरी महसूस होना
- मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाहट
- सांस लेने में कठिनाई
- होश खोना और बेहोश हो जाना
सांप काटने पर बच्चों और वयस्कों का इलाज
डॉ. राम आशीष यादव बताते हैं कि सांप के काटने के इलाज में बच्चों और वयस्कों के लिए डोज में कोई अंतर नहीं होता। बल्कि, बच्चों को कभी-कभी अधिक डोज देनी पड़ती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनका शरीर जहर के प्रभाव को तेजी से अवशोषित कर सकता है। इसलिए, बच्चों के मामले में भी तत्काल एंटी-वेनम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
सांप काटने पर टाइट कपड़ा बांधना जहर को नहीं रोकता बल्कि नुकसान पहुंचाता है। यह आर्टरीज को ब्लॉक कर सकता है, जिससे गैंग्रीन जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। अस्पताल में जाकर सही एंटी-वेनम ट्रीटमेंट ही एकमात्र उपाय है। इसलिए, अंधविश्वास छोड़ें और वैज्ञानिक तथ्यों को अपनाएं। किसी को भी सांप काटने की स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प लें और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी देसी नुस्खे या झाड़-फूंक पर विश्वास न करें।