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क्या वाकई पीरियड्स के दिनों में अशुद्ध हो जाती हैं महिलाएं? जानें इस पर क्या कहता है साइंस

पीरियड्स आने के बाद अक्सर उन्हें अशुद्ध माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है, पीरियड आना महिलाओं के प्रेग्नेंट न होने का संकेत होता है, जो नॉर्मल है।
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क्या वाकई पीरियड्स के दिनों में अशुद्ध हो जाती हैं महिलाएं? जानें इस पर क्या कहता है साइंस


पीरियड्स किसी भी लड़की या महिला के जीवन के वो पल होते हैं, जिसमें कई बार वो खुद को कोसती हैं, दर्द सहती हैं, गुस्सा करती है और न जाने क्या-क्या? पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द बर्दाश्त करना किसी भी महिला के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि किसी भी महिला के लिए पीरियड्स होना बहुत जरूरी है। यह न सिर्फ उनके फर्टिलिटी से जुड़ा होता है, बल्कि पीरियड्स न होने के कारण सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। पीरियड किसी भी महिल के प्रेग्नेंसी का संकेत भी होता है, क्योंकि कंसीव करने के बाद प्रेग्नेंसी की जर्नी के दौरान महिलाओं को पीरियड्स नहीं होते हैं। लेकिन क्या हो अगर इस पीरियड के दर्द और मूड स्विंग के बीच कोई आपको अशुद्ध बोल दें। जी हां, भारत में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अशुद्ध माना जाता है। लोगों के बीच ये अंधविश्वास है तो पीरियड्स के दौरान महिलाएं अपवित्र या अशुद्ध हो जाती हैं। ऐसे में सेहत और खानपान से जुड़े इस तरह के मिथकों और अंधविश्वास के पीछे छिपे साइंस के बारे में जानकारी देने के लिए ओन्लीमायहेल्थ "अंधविश्वास या साइंस" (Andhvishwas or Science) सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के तहत हम आपको कुछ ऐसे ही अंधविश्वासों से जुड़े साइंस और वैज्ञानिक तथ्यों के बारे में बताने की कोशिश करेंग। तो आइए आज कि इस सीरिज में हम नई दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिक: एवरी वुमन मैटर की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन से जानते हैं कि क्या सच में पीरियड्स का ब्लड खराब होता है, जो महिलाओं को अशुद्ध बना देता है। लेकिन आइए उससे पहले जानते हैं महिलाओं को पीरियड्स आने पर अशुद्ध मानने से जुड़े अंधविश्वास के बारे में। 

क्या पीरियड के दौरान लड़कियां अशुद्ध होती हैं?

भारत में आज के समय में भी महिलाओं को कई स्थानों पर पीडियड के दौरान अशुद्ध माना जाता है। आपने अपनी दादी-नानी को अक्सर देखा होगा या उनसे सुना होगा कि पीरियड्स चल रहे हैं तो किचन में प्रवेश नहीं करना, खाना नहीं पकाना, मंदिर नहीं जाना, पूजा नहीं करना चाहिए। पीरियड्स होने पर महिलाएं पूजा-पाठ सब छोड़ देती हैं। ऐसा कहते हैं लोग कि अगर वे पूजा पाठ का सामान छु भी लेंगी तो सभी चीजों को शुद्ध करना पड़ेगा। क्योंकि उन्होंने अशुद्ध होकर पवित्र चीजों को छुआ है। भारत के कुछ हिस्सों में शारीरिक मल और मूत्र को दूषित माना जाता है। ऐसे में पीरियड्स आने के दौरान महिलाओं के योनि से निकलने वाला खू उन्हें दूषित करता है, जिस कारण उन्हें पूजा पाठ, किचन में जाना या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करने की मनाई होती है।  

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"पीरियड्स के दौरान महिलाएं नहीं होती है अशुद्ध"

प्यूबर्टी से लेकर मेनोपॉज तक महिलाओं में पीरियड्स उनकी प्रेग्नेंसी का संकेत होता है। महिलाओं में एक नए जीवन को जन्म देने की क्षमता होती है। जब भी किसी महिला को पीरियड्स होते हैं, तो इसका अर्थ होता है कि वो प्रेग्नेंट नहीं है। क्योंकि महिलाओं के अंडे फर्टिलाइज न होने के कारण उन्हें पीरियड्स होते हैं। डॉ. गुंजन मल्होत्रा के अनुसार महिलाओं का यूट्रस हर महीने प्रेग्नेंसी के लिए अंडा बनाता है, ऐसे में अगर महिलाएं प्रेग्नेंट हो जाती हैं, तो उनके पीरियड्स रुक जाते हैं, लेकिन अगर अंडा फर्टिलाइज नहीं होता है तो महिलाओं को पीरियड्स होते हैं। प्रेग्नेंट न होने पर महिलाओं के शरीर से यह ब्लड निकलना उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर आपके पीरियड्स के दौरान शरीर से यह ब्लड नहीं निकलेगा, तो आपके शरीर में इंफेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है। 

दरअसल, महिलाओं के शरीर में होने वाला यूट्रस यानी गर्भाशय हर महीने प्रेग्नेंसी के लिए एक ऐसा माहौल बनाता हैं जिससे अंडा चिपकने में मदद मिले। गर्भाशय में हर महीने एंडोमेट्रियम लाइन्स बनती है, जो आपके यूट्रस (Uterus) में अंडे चिपकने में मदद करता है, यानी उन्हें फर्टिलाइज करता है। इसलिए जब आपके एंडोमेट्रियम लाइन्स में अंडा चिपक जाता है तो आप प्रेग्नेंट हो जाती है, लेकिन जब आप प्रेग्नेंट नहीं होते हैं, तो यह लाइन जमने लगती है, और पीरियड्स के ब्लड के रूप में बाहर आते हैं। इसलिए, पीरियड्स एक नॉर्मल प्रोसेस है, जो महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। 

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निष्कर्ष

पीरियड्स किसी भी महिला के शरीर में होने वाली एक नॉर्मल प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना ही पड़ता है। पीरियड्स न होने के कारण महिलाओं में कंसीव न करने की समस्या हो जाती है, या इनफर्टिलिटी भी हो सकती है। इसलिए किसी भी महिला के प्रेग्नेंट होने के लिए जरूरी है कि हर महीने उन्हें समय पर पीरियड्स हो और इस पीरियड के कारण महिलाओं को अशुद्ध मानना गलत है, क्योंकि बिना पीरियड के महिलाओं में ओव्यूलेशन का पता लगाना और कंसीव करना मुश्किल हो सकता है। 

Image Credit: Freepik 

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