Is It Safe To Have Sex With Protection During Periods In Hindi: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की प्रॉब्लम होती है, जैसे मूड स्विंग होना, पेट और पीठ दर्द होना आदि। इन दिनों अक्सर महिलाओं को कुछ भी करने का मन नहीं करता है। कुछ महिलाएं इन दिनों सेक्स करने से भी बचती हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो पीरियड्स में भी महिलाएं शारीरिक संबंध स्थापित कर सकती है। हां, यह महिला की अपनी च्वाइस पर निर्भर करता है। क्योंकि कुछ महिलाओं को ब्लीडिंग होने के कारण असहजता होती है। बहरहाल सवाल यह है कि क्या पीरियड्स के दौरान सुरक्षा के साथ शारीरिक संबंध बनाना सेफ होता है? आइए, जानते हैं मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से।
क्या पीरियड्स के दौरान सुरक्षा के साथ शारीरक संबंध बनाना सेफ है?- Is It Safe To Have Sex With Protection During Periods In Hindi
पीरियड्स का मतलब यह नहीं होता है कि आप सेक्सुअल एक्टिविटी से दूर रहें। लेकिन, जहां तक सेफ्टी यूज करने की बात है, तो विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शारीरिक संबंध बनाते हुए सुरक्षा का इस्तेमाल करना जरूरी है। विशेषकर, अगर कोई पीरियड्स के दौरान सेक्स की बात कर रहा है, तो उन्हें यह कंफर्म करना चाहिए कि कहीं एसटीआई या एसटीडी जैसी कोई गंभीर समस्या नहीं है। ध्यान रखें कि इन दिनों सेक्स करने की वजह से इस तरह की बीमारियां आसानी से एक से दूसरे पार्टनर को हो सकती है। यही नहीं, पीरियड्स के दौरान भले ही शारीरिक संबंध बनाने पर प्रेग्नेंसी की संभावना दर कम होती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि महिला कंसीव ही नहीं कर सकती है। पीरियड्स में सेक्स करने पर भी कंसीव किया जा सकता है। इसके अलावा, पीरियड्स में शारीरिक संबंध बनाने से पहले हाईजीन का ध्यान जरूर रखें। शारीरिक संबंध बनाने के लिए जिस बेडशीट का यूज करें, उसको बाद में चेंज करें। शारीरिक संबंध बनाने के बाद इंटीमेट वॉश जरूर करें।
पीरियड्स में सेक्स करने के फायदे- Benefits Of sex During Periods In Hindi
पीरियड्स में सुरक्षित सेक्स किया जाना चाहिए। इन दिनों सेक्स करने से महिला को कई तरह के लाभ मिलते हैं, जैसे-
दर्द से राहत
विशेषज्ञों के मुताबिक अगर महिला पीरियड्स के दिनों में सेक्स करती है,तो इससे उनके क्रैम्प्स कम होते हैं और ब्लीडिंग भी लाइट होती है। लेकिन, ध्यान रखें कि अगर इन दिनों आपको सेक्स करने में असहजता हो, इस प्रक्रिया को करने से बचें। वहीं, अगर शारीरिक संबंध बनाते वक्त दर्द कम होने के बजाय बढ़े या जलन जैसी समस्या हो, तो भी इस प्रक्रिया में इंवॉल्व न हों।
तनाव कम होना
पीरियड्स के दौरान अक्सर महिला मूड स्विंग और तनाव का शिकार हो जाती हैं। वहीं, अगर महिला सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाती हैं, तो इससे मूड एन्हैंस होता। इस तरह उनके तनाव के स्तर में कमी देखी जा सकती है। इतना ही नहीं, कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी कम होने लगती हैं, जैसे सिरदर्द आदि।
नींद में सुधार
कुछ महिलाएं पीरियड्स क्रैम्पस या मूड स्विंग के कारण सो नहीं पाती हैं। ऐसे में सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाया जाए, तो नींद में सुधार हो सकता है। इससे महिलाओं की इम्यूनिटी भी बढ़ती है और ओवर ऑल हेल्थ में भी सुधार देखा जा सकता है।
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