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मिसकैरेज के बाद हो सकती है हल्की ब्लीडिंग, डॉक्टर से जानें इसके कारण

Is It Normal To Have A Lighter Period After A Miscarriage In Hindi: मिसकैरेज के बाद हल्की ब्लीडिंग होना सामान्य है। इसे किसी तरह की गंभीर समस्या नहीं समझा जाना चाहिए।
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मिसकैरेज के बाद हो सकती है हल्की ब्लीडिंग, डॉक्टर से जानें इसके कारण


Is It Normal To Have A Lighter Period After A Miscarriage In Hindi: मिसकैरेज के दौरान और उसके बाद में महिलाओं को ब्लीडिंग होती है। कुछ महिलाओं को इस दौरान लाइट ब्लीडिंग होती है, तो कुछ को हैवी ब्लीडिंग होती है। आखिर ऐसा क्यों होता है? इस संबंध में हर महिला को जानकारी होना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ब्लीडिंग कम है या ज्यादा, इससे महिला को अपने हेल्थ की कंडीशन का अंदाजा हो जाता है। बहरहाल, मिसकैरेज के बाद सप्ताह भर बाद ब्लीडिंग होना बंद हो जाता है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि आखिर कुछ महिलाओं को इस दौरान लाइट ब्लीडिंग क्यों होती है? इस संबंध में एक्सपर्ट की क्या राय है, जानने के लिए पूरा लेख पढ़िए।

मिसकैरेज के बाद हल्की ब्लीडिंग होने का कारण- Causes Of Light Periods After Miscarriage In Hindi

Causes Of Light Periods After Miscarriage In Hindi

मिसकैरेज के बाद ब्लीडिंग होती है, यह नॉर्मल है। हां, कुछ महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग हो सकती है और कुछ महिलाओं को लाइट ब्लीडिंग होती है। जहां तक सवाल इस बात का है कि आखिर मिसकैरेज के बाद कुछ महिलाओं को लाइट ब्लीडिंग क्यों होती है? इस संबंध में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता का कहना है कि सामान्यतः मिसकैरेज के बाद लाइट ब्लीडिंग होना किसी गंभीर संकट की ओर इशारा नहीं करता है। इसके उलट, इसे हार्मलेस समझा जाना चाहिए। हां, हर महिला के लिए यह जानना आवश्यक है कि ऐसा क्यों होता है? डॉक्टर आगे बताते हैं, "मिसकैरेज के बाद लाइट ब्लीडिंग होने का कारण है हार्मोनल फ्लक्चुएशन यानी हार्मोनल बदलाव होना। महिला को मिसकैरेज के बाद पहली बार ब्लीडिंग होती  है, तो उस समय बॉडी अपने-आप को रेगुलर लाइफस्टाइल में एडजस्ट करने की कोशिश करती है। इसके अलावा, मिसकैरेज की वजह से महिला काफी स्ट्रेस में रहती है। इससे उनकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। आपको बता दें कि जब महिलाएं स्ट्रेस या डिप्रेशन में रहती हैं, तो इसक असर फिजिकल हेल्थ पर भी पड़ता है। ऐसे में हल्की ब्लीडिंग हो सकती है। हां, जैसे-जैस समय बीतता जाता है, स्थिति कंट्रोल में आती है। अगर आपको दूसरे पीरियड्स में भी लाइट ब्लीडिंग हो, तो बेहतर होगा कि एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।"

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मिसकैरेज के बाद होने वाली शारीरिक समस्याएं

Causes Of Light Periods After Miscarriage In Hindi

  • मिसकैरेज के बाद कुछ महिलाओं में मेंस्ट्रुअल बदलाव होने लगते हैं। इसका जिक्र हमने पहले भी किया है। ये बदलाव आपके रेगुलर पीरियड्स से बहुत ज्यादा अलग होते हैं। लेकिन, धीरे-धीरे चीजें सामान्य ट्रैक पर लौट आती हैं।
  • कुछ महिलाओं को मिसकैरेज के बाद लाइट ब्लीडिंग का एक्सपीरियंस हो सकता है। इस संबंध में महिलाओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हां, अगर पीरियड्स मिस हों, तो अच्छा होगा एक्सपर्ट से मिलें।
  • मिसकैरेज के बाद पीरियड्स के दौरान क्रैंप्स हो सकते हैं। यह असहजता से भरा हुआ हो सकता है। इस कंडीशन में आप प्रॉपर रेस्ट करें। जरूरी हो, तो मेडिसिन लें।
  • मिसकैरेज के बाद कुछ मकिहलाएं ब्रेस्ट टेंडरनेस भी महसूस कर सकती हैं। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान भी ब्रेस्ट में बदलाव होते हैं। मिसकैरेज के बाद भी ये बदलाव कुछ समय तक नजर आते हैं। हालांकि,  जैसे-जैसे वक्त बीतता जाता है, समस्या में कमी आने लगती है।

All Image Credit: Freepik

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