महिलाओं को हर माह पीरियड्स की एक निश्चित साइकिल से गुजरना पड़ता है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। इन दिनों में महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। साथ ही यह बदलाव अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकते हैं। कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पेल्विक एरिया (pelvic pain) और जांघों में दर्द महसूस होता है। यह दर्द इतना तेज होता है कि इस समय रोजाना के काम करने में भी महिलाओं को परेशानी का अनुभव होता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि पीरियड्स के दौरान पेल्विक एरिया और जांघों में दर्द क्यों (Causes of pelvic and thigh pain during periods) होता है। साथ ही इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
पीरियड्स में पेल्विक फ्लोर और जांघों में दर्द के कारण - Causes Of Pelvic Pain During Periods In Hindi
मासिक धर्म के दौरान मांसपेशियों का संकुचन (Uterine Contractions)
मासिक धर्म के दौरान गर्भाशय की मांसपेशियां संकुचित होती हैं ताकि ओवरी बिना निषेचित अंडे (unfertilized eggs) और गर्भाशय की परत बाहर निकल सके। यह संकुचन कभी-कभी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों तक फैल जाता है, जिससे दर्द और असुविधा होती है। इस संकुचन से उत्पन्न दर्द जांघों तक भी पहुंच सकता है।
फाइब्रॉइड्स (Fibroids)
गर्भाशय में फाइब्रॉइड्स (गांठें) होने से पीरियड्स के दौरान महिलाओं का दर्द बढ़ सकता है। ये गांठें गर्भाशय की मांसपेशियों पर दबाव डालती हैं, जिससे पेल्विक फ्लोर और जांघों में दर्द हो सकता है। फाइब्रॉइड्स की गंभीर समस्या के कारण मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक दर्द और ज्यादा ब्लीडिंग (Bleeding during Periods) हो सकती है।
प्रोस्टाग्लैंडिन का अधिक लेवल (High Levels of Prostaglandins)
प्रोस्टाग्लैंडिन एक हार्मोन हैं जो गर्भाशय की मांसपेशियों को संकुचित (muscles contraction) करते हैं। जब इनका स्तर अधिक होता है, तो यह अधिक संकुचन का कारण बन सकता है, जिससे न केवल पेट में बल्कि पेल्विक फ्लोर और जांघों में भी दर्द महसूस हो सकता है। प्रोस्टाग्लैंडिन का अधिक लेवल पीरियड्स के शुरुआती दिनों में दर्द का कारण बनता है।
एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)
एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें गर्भाशय की परत के टिश्यू बाहर की बढ़ने लगते हैं। इससे गंभीर पेल्विक दर्द हो सकता है, जो मासिक धर्म के दौरान बढ़ जाता है। इस स्थिति में पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां (pelvic floor muscles) और नसें प्रभावित होती हैं, जिससे यह दर्द जांघों और पीठ तक फैल सकता है।
पीरियड्स में पेल्विक फ्लोर और जांघों में दर्द से कैसे बचाव करें? - Prevention Tips Of Pelvic And Thigh Pain During Periods in Hindi
गर्म सिकाई करें (Heat Therapy)
गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड का उपयोग करने से पेल्विक और जांघों की मांसपेशियों में आराम मिलता है। गर्मी से रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे मांसपेशियों का तनाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है। दिन में 15-20 मिनट तक गर्म सिकाई करने से काफी आराम मिल सकता है।
हल्के व्यायाम और स्ट्रेचिंग
हल्का व्यायाम जैसे योग, पैदल चलना, और स्ट्रेचिंग मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद करता है। विशेष रूप से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों और जांघों को आराम देने वाले योगासन (yoga for period pain) जैसे 'बालासन' और 'सुप्त बद्धकोणासन' का अभ्यास किया जा सकती हैं।
हाइड्रेशन और बैलेंस डाइट
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में पानी की कमी (dehydration) नहीं होती और मांसपेशियों को आराम मिलता है। साथ ही, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी से भरपूर डाइट पीरियड्स के दर्द को कम करने में सहायक होती है। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, और नट्स का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
मसाज थेरेपी
मालिश (Massage Therapy For Periods Pain) से रक्त संचार में सुधार होता है और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों में तनाव कम होता है। एसेंशियल ऑयल का उपयोग करके मालिश करने से दर्द में राहत मिल सकती है। लैवेंडर, मिंट, और कैमोमाइल जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी तेल विशेष रूप से लाभकारी हो सकते हैं।
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Pelvic Floor And Thigh Pain During Periods In Hindi: मासिक धर्म के दौरान पेल्विक फ्लोर और जांघों में दर्द एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। इसके कारणों को समझकर और उचित रोकथाम के उपाय अपनाकर इस दर्द को कम किया जा सकता है। नियमित व्यायाम, सही आहार, और तनाव को दूर करके मासिक धर्म के दर्द को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि दर्द अत्यधिक हो या लगातार बना रहे, तो डॉक्टर से संपर्क करें।