
गाजियाबाद की 33 वर्षीय पर्सनल फिटनेस ट्रेनर आकांक्षा सरन की कहानी उन हजारों लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो वजन कम करना चाहते हैं। यह जर्नी सिर्फ 70 किलो से 60 किलो तक पहुंचने की नहीं, बल्कि यह उस बदलाव की कहानी है जिसमें एक लड़की ने समाज की बातों, शरीर की तकलीफों और आत्मविश्वास की कमी को हराकर खुद को नया रूप दिया। सबसे खास बात यह है कि आकांक्षा ने वजन घटाने के लिए कभी खुद को भूखा नहीं रखा। उन्होंने क्रैश डाइट नहीं, बल्कि सही भोजन, सही समय और अनुशासन के साथ अपनी बॉडी को पूरी तरह बदल दिया। ओनलीमायहेल्थ की 'फैट टू फिट' सीरीज आज हम जानेंगे आकांक्षा सरन की वेट लॉस स्टोरी (Weight Loss Story)।
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लोगों के तानों को बनाया वेट लॉस की प्रेरणा
आकांक्षा बताती हैं कि बचपन में उन्हें शरीर या वजन को लेकर किसी तरह की चिंता नहीं होती थी, लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ी और वजन बढ़ने लगा, समाज के ताने भी बढ़ने लगे। लोग कहते थे कम खाया करो, वरना शादी में दिक्कत होगी। ये बातें आकांक्षा को चुभती थीं, लेकिन उन्होंने इन्हें अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। इसके बजाय उन्होंने इन कमेंट्स को प्रेरणा बनाकर खुद को बेहतर बनाने का फैसला लिया।
वजन बढ़ने के कारण पहाड़ चढ़ने में कठिनाई हुई
आकांक्षा ने बताया कि वजन बढ़ने के कारण उनके शरीर में कई बदलाव महसूस होने लगे। जैसे- सांस फूलना, जांघों में क्रैंकिंग होना, जल्दी थकान होना ये सभी मोटापे के शुरुआती लक्षण थे, जो आकांक्षा को अपने शरीर में महसूस हो रहे थे। ये वे संकेत थे जो बता रहे थे कि शरीर मदद मां रहा है। लेकिन ट्रिगर पॉइंट तब आया जब एक ट्रेक के दौरान तेज सांस चलने लगी और वह खुद को बहुत कमजोर महसूस करने लगीं। उस दिन उन्होंने तय किया कि अब मैं खुद को बदलकर दिखाऊंगी।
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फिटनेस को चुनकर बनाया करियर
आकांक्षा पर्सनल ट्रेनर हैं और इस प्रोफेशन में फिट दिखना उतना ही जरूरी है जितना फिट रहना। उन्हें लगा कि अगर वह खुद स्वस्थ नहीं होंगी, तो दूसरों को फिटनेस के बारे में कैसे सिखा पाएंगी? यह सोचकर ही उन्होंने अपनी वेट लॉस जर्नी शुरू की और अपने करियर और अपने आत्मविश्वास दोनों को मजबूत बनाया।
हेल्दी भोजन, अनुशासन और निरंतर मेहनत से घटाया वजन
आकांक्षा के वजन घटाने की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उन्होंने भूखे रहकर वजन नहीं घटाया। वह कहती हैं कि उन्होंने पेट भरकर खाया, बस सही चीजें खाईं। उनका डेली डाइट प्लान कुछ ऐसा था-
- ब्रेकफास्ट: ओट्स या पोहा।
- लंच: बेसन चीला या मल्टीग्रेन रोटी के साथ दाल, कोई सब्जी और सलाद।
- डिनर: सूप या सॉटे वेजिटेबल्स।
- उन्होंने प्रोसेस्ड फूड्स, चीनी और तली चीजों से दूरी बनाई, लेकिन खुद को खाने से कभी रोका नहीं।
इस वर्कआउट से घटाया 10 किलो वजन
आकांक्षा वेट लॉस के लिए रोजाना एक्सरसाइज करती थीं और यही उनके ट्रांसफॉर्मेशन की रीढ़ बनी। उन्होंने वेट लॉस जर्नी के दौरान ये सभी एक्सरसाइज की हैं-
- पर्याप्त कार्डियो
- फंक्शनल ट्रेनिंग
- एचआईआईटी वर्कआउट
- हफ्ते में दो दिन वेट ट्रेनिंग
आकांक्षा के अनुभव के मुताबिक शुरुआत में यह करना मुश्किल लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपने शरीर को और मजबूत महसूस करना शुरू कर दिया। पहले आकांक्षा का वजन 70 किलो था और अब 10 किलो वजन घटाकर उनका वजन 60 किलो है।
अनुशासन है वेट लॉस सीक्रेट

आकांक्षा कहती हैं कि मेरा वेट लॉस का सबसे बड़ा सीक्रेट सिर्फ एक शब्द है अनुशासन। उन्होंने चीट मील्स को सीमित रखा, नींद पूरी की, पानी ज्यादा पिया और खुद को हर दिन बेहतर बनाने की कोशिश की।
वजन कम होने के बाद जीवन में आए बदलाव
- 10 किलो वजन घटाने के बाद आकांक्षा आज पहले से कहीं ज्यादा एक्टिव हो गई हैं।
- उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है।
- वे मानसिक रूप से मजबूत हो चुकी हैं।
निष्कर्ष:
आकांक्षा की कहानी यह साबित करती है कि वजन कम करने के लिए भूखे रहने की नहीं, सही खाने की जरूरत होती है। बस थोड़ा-सा अनुशासन, थोड़ा-सा धैर्य और खुद से की गई एक सच्ची प्रतिज्ञा ही खुद को बदलने के लिए काफी है।
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Dec 01, 2025 19:47 IST
Published By : Yashaswi Mathur