Best Foods to Manage Menopause: मेनोपॉज महिलाओं के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण स्टेज होती है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियो का सामना करना पड़ता है। इसमें अचानक चेहरे का गर्म हो जाना, गर्दन या छाती पर भी गर्मी महसूस होना, पसीने आना और बेचैनी महसूस होना (symptoms of menopause) शामिल है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी हॉट फ्लैश की होती है। अचानक गर्मी लगने के कारण महिलाएं कई बार खुद को असहज भी महसूस करती हैं। इस दौरान अगर कुछ आयुर्वेदिक फूड्स मिल जाए, जो इसे मैनेज करने में मदद करें, तो महिलाओं का मेनोपॉज की समस्या काफी हद तक आसान हो सकती है। इसलिए हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के सीनियर आयुर्वेदिक पंचकर्मा कंसल्टेंट डॉ. चेतन शर्मा (Dr. Chetan Sharma, Sr. Ayurveda Panchakarma Consultant, Sarvodaya Hospital, Faridabad & Noida) से बात की।
7 ऐसे आयुर्वेदिक फूड्स, जिनसे हॉट फ्लैश में मिल सकती है राहत
अलसी - Flax Seeds
डॉ. चेतन कहते हैं, “अलसी के बीच मेनोपॉज के दौरान काफी अच्छे रहते हैं। ये शरीर में नेचुरल एस्ट्रोजन जैसा प्रभाव दिखाते हैं। इससे हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करते हैं और हॉट फ्लैश को बार-बार आने से रोकने में मदद करते हैं। महिलाएं अलसी के बीजों का पाउडर बना लें और इसे सुबह दही या स्मूदी में डालकर खा सकती हैं। इससे काफी आराम मिलता है।”
सोया प्रोडक्ट्स - Soya Products
डॉ. चेतन ने बताया कि सोयाबीन काफी अच्छा घरेलू नुस्खा है। सोयाबीन, टोफू या सोया दूध से आइसोफ्लेवोन्स हार्मोन बैलेंस रहता है। जो महिलाएं रेगुलर सोया या इसके प्रोडेक्ट्स लेती है, उनकी हड्डियां भी मजबूत रहती हैं और साथ ही शरीर में महसूस होने वाली गर्मी से भी राहत मिलती है।
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तिल - Sesame Seeds
डॉ. चेतन कहते हैं, “तिल के बीजों में कैल्शियम और फाइटोएस्ट्रोजेन काफी अच्छी मात्रा में होता है। इससे हड्डियां तो मजबूत होती ही है, साथ ही शरीर को भी ठंडक मिलती हैं। अगर सर्दियों में हॉट फ्लैश की समस्या हो तो तिल के लड्डू बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा, गर्मियों में भुना तिल भी डाइट में शामिल किया जा सकता है।”
हरी पत्तेदार सब्जियां - Green Vegetables
डॉ. चेतन ने कहा कि महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। पालक, मेथी, सरसों और चौलाई जैसी हरी सब्जियां पित्त को शांत करती हैं। अगर इन सब्जियों को रोजाना अपनी डाइट में शामिल किया जाए, तो शरीर को ठंडक मिलती है और इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कमजोरी को दूर करने में मदद करते हैं।
दही और छाछ - Curd and Lassi
डॉ. चेतन ने कहा, “आयुर्वेद में दही और छाछ को शीतल माना जाता है। छाछ और दही पाचन को सुधारते हैं और शरीर की गर्मी को कम करते हैं। गर्मियों में नमक और भुना जीरा डालकार छाछ पीना अच्छा रहता है। महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान दही और छाछ जैसे फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।”
नारियल पानी - Coconut Water
नारियल पानी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स हॉट फ्लैश को कम करने में मदद करते हैं। नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और पित्त दोष को संतुलित करता है। इसलिए महिलाओं को मेनोपॉज के समय नारियल पानी रोजाना पीना चाहिए। इससे शरीर काफी बेहतर महसूस करता है।
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आंवला - Amla
डॉ. चेतन कहते हैं कि आंवला को आयुर्वेद में रसायन कहा जाता है। आंवले में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है और इम्युनिटी को बढ़ाता है। महिलाएं आंवले को मुरब्बे, जूस या पाउडर को रेगुलर ले सकती हैं। इससे शरीर को ठंडक मिलती है और मेनोपॉज के लक्षणों में राहत मिलती है।
आयुर्वेदिक लाइफस्टाइल टिप्स
डॉ. चेतन कहते हैं कि महिलाओं को डाइट के साथ अपने लाइफस्टाइल पर भी ध्यान देना जरूरी है।
- महिलाओं को अच्छी नींद लेनी चाहिए।
- स्ट्रेस को मैनेज करना चाहिए।
- रोजाना योग और प्राणायाम करना चाहिए।
- मसालेदार और गर्म तासीर वाले खाने से परहेज करें।
- अशोक, शतावरी और यष्टिमधु जैसी आयुर्वेदिक औषधियां एक्सपर्ट की सलाह पर लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
वैसे तो हर महिला को मेनोपॉज के लक्षण अलग-अलग महसूस होते हैं, लेकिन हॉट फ्लैश ऐसा लक्षण है, जो लगभग सभी महिलाएं महसूस करती हैं। इसलिए आयुर्वेद के अनुसार, इस दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर तो ध्यान देना ही चाहिए साथ ही लाइफस्टाइल को भी बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इस तरह महिलाओं की मेनोपॉज की स्टेज काफी आसानी से गुजर सकती है।