What are Hot and Cold Flashes : आप सभी ने कई बार हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्याओं के बारे में सुना होगा। यह बहुत ही आम मेडिकल कंडीशन हैं। हालांकि, अगर आप इन स्थितियों के बारे में नहीं जानते हैं, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए हैं। यहां हम जानेंगे कि हॉट और कोल्ड फ्लैश क्या हैं और ये स्थितियां कब उत्पन्न हो सकती हैं? जैसा कि आप इन स्थितियों के नाम से ही समझ गए होंगे, हॉट फ्लश की समस्या में अचानक बहुत तेज गर्मी महसूस होने लगती है। ठीक इसी तरह, कोल्ड फ्लैश की स्थिति में अचानक बहुत ठंड लगने लगती है। इस बारे में हमने डॉ. ज्योत्सना सिंह, सलाहकार - प्रसूति एवं स्त्री रोग, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Jyotsna Singh, Consultant – Obstetrics & Gynaecology, Metro Hospital, Noida) से बात की है। आइए इन सवालों का जवाब विस्तार से जान लेते हैं।
हॉट फ्लशेज क्या है?- What are Hot Flashes
हॉट फ्लैश की समस्या उन महिलाओं में पायी जाती है, जिनके पीरियड्स बंद हो चुके होते हैं या बंद होने वाले होते हैं। अगर मेडिकल भाषा में समझने की कोशिश करें, तो मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को हॉट फ्लैश की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में महिलाओं को अचानक तेज गर्मी महसूस होने लगती है। बता दें कि आमतौर पर यह स्थिति चेहरे, गर्दन और छाती में होती है। इसके साथ महिलाएं पसीना आना और दिल की धड़कन तेज होने जैसी परेशानियों का सामना भी कर सकती हैं।
कोल्ड फ्लशेज क्या है?- What are Cold Flashes
जैसा आप इसके नाम से ही समझ गए होंगे कि "कोल्ड फ्लैश" का मतलब है, जब अचानक महिलाओं का शरीर ठंडा महसूस होने लगता है। इससे बॉडी में कंपकंपी आती है और शरीर का तापमान गिरने का अहसास होता है | बता दें कि यह स्थिति हॉट फ्लैश के विपरीत होती है। हालांकि, कोल्ड फ्लैश की समस्या भी महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान ही देखने को मिलती है। आइये अब जानते हैं कि यह दोनों स्थितियां उत्पन्न होने के क्या कारण हैं?
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हॉट और कोल्ड फ्लैश के लक्षण- Symptoms of Hot and Cold Flashes
बता दें कि हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। आइए इन संकेतों के बारे में जानते हैं:
- अचानक से तापमान में बदलाव: हॉट और कोल्ड फ्लैश के दौरान अचानक से तापमान में बदलाव हो सकता है। कई मामलों में महिलाओं को ज्यादा गर्मी और कई मामलों में ज्यादा सर्दी लग सकती है।
- पसीना आना: हॉट और कोल्ड फ्लैश के दौरान महिलाओं को बहुत ज्यादा पसीना आ सकता है।
- दिल की धड़कन बढ़ना: हॉट और कोल्ड फ्लैश के दौरान महिलाओं के दिल की धड़कन बढ़ सकती है।
- चिंता और तनाव: हॉट और कोल्ड फ्लैश के दौरान चिंता और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या कब उत्पन्न होती है?- When Does the Problem of Hot and Cold Flash Arise
हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है। आइए इन कारणों के बारे में जानते हैं:
- मेनोपॉज: मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आ सकती है। इससे महिलाओं में हॉट या कोल्ड फ्लैश की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- हार्मोनल परिवर्तन: हार्मोनल बदलाव, जैसे कि थायराइड हार्मोन में बदलाव के कारण हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या हो सकती है।
- तनाव और चिंता: तनाव और चिंता की वजह से भी हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या को बढ़ सकती है।
- नींद की कमी: नींद की कमी के कारण हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या हो सकती है।
- कुछ दवाएं: कुछ दवाओं की वजह से भी हॉट और कोल्ड फ्लैश की समस्या हो सकती है। जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट और ब्लड प्रेशर की दवाएं खाने से ये स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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अगर आप इन स्थितियों से बचना चाहते हैं, तो लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव कर सकते हैं। अगर आप लाइफस्टाइल सुधारते हैं, तो शरीर को कई छोटी-बड़ी समस्याओं से बचाया जा सकता है।
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