आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाओं को मेनोपॉज या हार्मोनल बदलाव के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनमें सबसे आम समस्या है हॉट फ्लैश, अचानक चेहरे और शरीर पर तेज गर्मी का अहसास होना, पसीना आना और असहज महसूस करना। कई बार यह समस्या इतनी ज्यादा होती है कि दिनचर्या पर भी असर डालती है। हालांकि, सिर्फ महिलाएं ही नहीं, बल्कि तनाव, खराब खानपान और बदलती लाइफस्टाइल की वजह से युवा भी शरीर में ज्यादा गर्मी की शिकायत करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, हॉट फ्लैश का मुख्य कारण शरीर में पित्त दोष का असंतुलन है। पित्त दोष बढ़ने पर शरीर में गर्मी का स्तर बढ़ जाता है और अचानक पसीना आना, चेहरे पर लाली और बेचैनी जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इस स्थिति में प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय बहुत मददगार साबित हो सकते हैं।
कमल की पंखुड़ियों से बनी चाय (Lotus Petal Tea) ऐसे ही उपायों में से एक है। यह सिर्फ एक स्वादिष्ट हर्बल ड्रिंक नहीं है बल्कि शरीर को ठंडक देने वाली प्राकृतिक औषधि के रूप में काम करती है। इस लेख में मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानिए, कमल की पंखुड़ी की चाय के फायदे क्या-क्या हैं?
कमल की पंखुड़ी की चाय के फायदे - Lotus Petal Tea Benefits
डॉ. किरण गुप्ता बताती हैं कि आयुर्वेद में कमल को शांति व ठंडक देने वाला पौधा माना गया है। इसकी फूल की पंखुड़ियों में प्राकृतिक ठंडक, एंटीऑक्सीडेंट्स और कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के पित्त दोष को संतुलित करते हैं। कमल की पंखुड़ियों से बनी चाय न केवल शरीर की गर्मी को कम करती है बल्कि दिल, मन और स्किन के लिए भी फायदेमंद होती है।
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हॉट फ्लैश का मुख्य कारण है एस्ट्रोजन हार्मोन का असंतुलन। जब शरीर में हार्मोन लेवल बिगड़ता है तो अचानक गर्मी का अहसास होता है। कमल की पंखुड़ियों में मौजूद प्राकृतिक तत्व हार्मोनल बैलेंस को सपोर्ट करते हैं। साथ ही, यह शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं और पसीना कम करते हैं। नियमित रूप से कमल की चाय पीने से हॉट फ्लैश की आवृत्ति और तीव्रता दोनों कम हो सकती हैं।
- कमल की पंखुड़ियों की चाय में मौजूद प्राकृतिक तत्व मानसिक शांति देते हैं और तनाव कम करते हैं।
- यह चाय ब्लड प्रेशर को संतुलित रखती है और दिल को मजबूत बनाती है।
- कमल की चाय पेट की जलन और एसिडिटी कम करती है।
- कमल की चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को ग्लो देते हैं और समय से पहले झुर्रियां आने से रोकते हैं।
- यह चाय शरीर को रिलैक्स करती है जिससे नींद की क्वालिटी बेहतर होती है।
NCBI की स्टडी में पता चला कि कमल के अर्क (extract) को ग्रीन टी के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से सीबम (तेल) का स्राव (secretion) काफी हद तक कम हो जाता है।
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सावधानियां
कमल की पंखुड़ियों की चाय प्राकृतिक और सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसे सावधानी से लेना चाहिए। प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इसे सीमित मात्रा में लेना चाहिए क्योंकि यह बीपी को और कम कर सकती है। किसी भी नई हर्बल चाय को नियमित रूप से शुरू करने से पहले एक्सपर्ट से परामर्श लेना जरूरी है।
निष्कर्ष
कमल की पंखुड़ियों से बनी चाय सिर्फ एक हर्बल ड्रिंक नहीं बल्कि आयुर्वेदिक औषधि के समान है। यह शरीर की गर्मी को कम करने, हॉट फ्लैश से राहत देने और पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से न केवल हार्मोन संतुलित रहते हैं बल्कि दिल, दिमाग और स्किन की सेहत भी बेहतर होती है। अगर आप हॉट फ्लैश या शरीर की गर्मी से परेशान हैं तो कमल के फूल की चाय आपके लिए एक आसान और असरदार घरेलू उपाय साबित हो सकती है।
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FAQ
कमल के फूल की तासीर
आयुर्वेद के अनुसार, कमल के फूल की तासीर शीत होती है जो कि शरीर से गर्मी को शांत करने में सहायक हो सकता है। कमल के फूल से बनी चाय पीने के अनेक फायदे होते हैं।हॉट फ्लैशेज क्या होता है?
हॉट फ्लैशेज की समस्या में शरीर में अचानक गर्मी का एहसास होता है, जिसमें अक्सर चेहरा, गर्दन और छाती लाल हो जाती है और पसीना आ सकता है। हॉट फ्लैशेज मेनोपॉज का एक आम लक्षण हैं, लेकिन हार्मोनल बदलाव अन्य कारणों से भी ये समस्या हो सकती है।कमल की चाय बनाने का तरीका
कमल की पंखुड़ी की चाय बनाना बेहद आसान है, सबसे पहले ताजी या सूखी कमल की पंखुड़ियों को अच्छी तरह धो लें और फिर एक कप पानी को उबालें और उसमें 4-5 पंखुड़ियां डालें। इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दें, चाहें तो इसमें थोड़ा शहद मिलाकर स्वाद बढ़ा सकते हैं। यह चाय दिन में 1-2 बार पीना लाभकारी होता है।
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Current Version
Oct 01, 2025 17:21 IST
Published By : Akanksha Tiwari