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सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत चाहिए? ये फूड्स ज्वाइंट्स को ल्यूब्रिकेट कर बनाएंगे फ्लेक्सिबल

सर्दियों के मौसम में तापमान गिरने से ब्लड फ्लो कम होता है, मांसपेशियां सख्त होने लगती हैं और चलने-फिरने में अकड़न या दर्द बढ़ जाता है। यहां जानिए, सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत के लिए क्या खाएं?
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सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत चाहिए? ये फूड्स ज्वाइंट्स को ल्यूब्रिकेट कर बनाएंगे फ्लेक्सिबल

सर्दियों का मौसम आते ही कई लोगों की सुबह की शुरुआत एक ही शिकायत से होती है कि आज तो घुटने जम गए हैं। यह समस्या सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं, बल्कि युवाओं में भी तेजी से देखने को मिल रही है। असल में, जैसे ही तापमान गिरता है, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। इस वजह से जोड़ों के आसपास की मांसपेशियां सख्त होने लगती हैं और ज्वाइंट फ्लूड यानी जोड़ों का प्राकृतिक तेल गाढ़ा हो जाता है। यही कारण है कि सर्दियों में ज्वाइंट स्टिफनेस, दर्द और चलने-फिरने में असहजता बढ़ जाती है। इस लेख में यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद की चीफ डाइटिशियन सुजाता स्टीफन (Dt. Sujatha Stephen, Chief Dietician, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, ज्वाइंट्स को ल्यूब्रिकेट करने के लिए क्या खाएं?


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जोड़ों की ग्रीस बढ़ाने के लिए क्या खाएं? - Which food is best for joint lubrication

चीफ डाइटिशियन सुजाता स्टीफन कहती हैं, ''हम अक्सर हेल्दी फैट्स को डाइट से हटा देते हैं, लेकिन वही फैट्स हमारे जोड़ों का नेचुरल ल्यूब्रिकेंट हैं।'' सर्दी में ठंडी हवा और गिरता तापमान शरीर की ब्लड वैसेल्स को संकुचित कर देता है। इससे जोड़ों तक ब्लड सप्लाई धीमी हो जाती है, जिसके कारण आसपास की मांसपेशियां टाइट हो जाती हैं। टाइट मसल्स का मतलब, अकड़न, सूजन और दर्द। यहीं पर सही पोषण सबसे बड़ा रोल निभाता है।

1. ओमेगा-3

खासकर ठंड में शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड की बहुत जरूरत होती है। यह न सिर्फ जोड़ों को लचीला बनाता है बल्कि सूजन भी कम करता है। डाइटिशियन सुजाता स्टीफन बताती हैं, ''सैल्मन, सार्डिन और मैकेरल जैसी फिश जोड़ों की मूवमेंट को आसान बनाती हैं।'' रिसर्च भी बताती हैं कि ओमेगा-3 जोड़ों के लिए बेहद लाभकारी है।
यदि आप वेजिटेरियन हैं, तो-

  • अलसी
  • चिया सीड्स
  • अखरोट

बेहतरीन विकल्प हैं। एक मुट्ठी अखरोट या सुबह पानी में भिगोए दो चम्मच अलसी पाउडर जोड़ों को नेचुरल ऑयल की तरह काम करता है।

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2. हेल्दी फैट्स

अक्सर वजन बढ़ने के डर से लोग घी, तेल और हैल्दी फैट्स को कम कर देते हैं, लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक यह बड़ी गलती है। एक चम्मच एक्स्ट्रा-वर्जिन ऑलिव ऑयल रोजाना जोड़ों की सूजन कम करता है। इसके अलावा-

  • एवोकाडो
  • बादाम
  • काजू

मिक्स सीड्स भी कार्टिलेज को सुरक्षित रखकर ल्यूब्रिकेशन बढ़ाते हैं।

3. एंटी इंफ्लेमेटरी फूड्स

हल्दी और अदरक नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड हैं, ठंड में सुबह उठते ही जो स्टिफनेस महसूस होती है, वह शरीर में बढ़ी हुई सूजन का संकेत है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन और अदरक में पाए जाने वाले जिंजरॉल ऐसे यौगिक हैं जो सूजन को तेजी से कम करते हैं। गर्म दूध में हल्दी या सुबह अदरक की चाय, दोनों ही जोड़ों के लिए थेरेपी की तरह काम करते हैं।

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4. हरी पत्तेदार सब्जियां

पालक, मेथी, बथुआ और केल जैसे हरी पत्तेदार साग सर्दियों में खूब मिलते हैं। इनमें कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं जो कार्टिलेज को सुरक्षा देते हैं और घिसाव रोकते हैं। हर दिन एक कटोरी साग जोड़ों की पकड़ को मजबूत बनाता है।

5. हाइड्रेटिंग फूड्स

सर्दियों में प्यास लगती नहीं, लेकिन शरीर को पानी पहले से ज्यादा चाहिए। हमारे जोड़ों के बीच जो synovial fluid होता है, वह 70% पानी से बना होता है। पानी कम होने पर यह फ्लूइड घटता है और friction बढ़ता है, जिससे जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है।
हाइड्रेशन बढ़ाने के लिए-

  • खीरा
  • तरबूज
  • ग्रीन टी शानदार विकल्प हैं।

6. बोन ब्रॉथ और विटामिन-C फूड्स

हड्डियों से तैयार किया गया बोन ब्रॉथ ग्लूकोसामिन और कोलेजन का नेचुरल सोर्स है। यह जोड़ों के कुशन (cartilage) को मजबूत करता है। वहीं विटामिन-C जो नींबू, संतरा, अमरूद और शिमला मिर्च में मिलता है, टिश्यू रिपेयर को तेज करता है और सूजन घटाता है।

एक्सपर्ट की सलाह

डाइटिशियन सुजाता स्टीफन बताती हैं कि सर्दियों में refined grains शरीर में सूजन बढ़ाते हैं। इसकी जगह अगर आप मिलेट्स जैसे बाजरा, ज्वार, रागी या ब्राउन राइस शामिल करें, तो न केवल एनर्जी स्थिर रहती है बल्कि जोड़ों की सूजन भी कम होती है।

निष्कर्ष

सर्दियों में जोड़ों का दर्द या स्टिफनेस बढ़ना आम है, लेकिन सही पोषण इसे काफी हद तक कंट्रोल कर सकता है। ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स, हेल्दी फैट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी मसाले, हरी सब्जियां और पर्याप्त पानी, ये सभी मिलकर आपके जोड़ों को ऐसा ल्यूब्रिकेशन देते हैं कि ठंड में भी चलना-फिरना आसान और बिना दर्द के हो जाता है।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • सर्दियों में जोड़ों में दर्द क्यों बढ़ जाता है?

    ठंड में शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिससे आसपास की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है। इसी कारण पुराने दर्द भी बढ़ जाते हैं।
  • क्या ठंड से जोड़ों में दर्द हो सकता है?

    ठंडी हवा से स्टिफनेस और दर्द बढ़ सकता है, खासकर बुजुर्गों और अर्थराइटिस वाले लोगों में।
  • क्या सर्दियों में पानी कम पीने से भी जोड़ों का दर्द बढ़ता है?

    जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज का बड़ा हिस्सा फ्लूइड से बना होता है। डिहाइड्रेशन होने पर यह लुब्रिकेशन कम हो जाती है और दर्द बढ़ता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 03, 2025 18:19 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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