
युवाओं में व्यस्त जीवनशैली के कारण स्ट्रेस बढ़ता जा रहा है। स्ट्रेस के कारण मोटापे का खतरा बढ़ने लगता है जिसे स्ट्रेस-संबंधी ओबेसिटी कहते हैं। Dr. Vidya Tickoo, Consultant Endocrinologist & Diabetologist At Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया कि युवाओं में स्ट्रेस और हार्मोनल असंतुलन का शरीर की मेटाबॉलिक प्रक्रिया पर गहरा असर पड़ता है। यह असर अक्सर वजन बढ़ने (Weight Gain) और मोटापे (Obesity) का कारण बन सकता है।
लंबे समय तक रहने वाला तनाव शरीर में कॉर्टिसोल (cortisol) नामक हार्मोन की मात्रा बढ़ा देता है। जब यह हार्मोन लगातार ज्यादा मात्रा में बना रहता है, तो पेट के आसपास फैट जमा होने लगता है और शरीर की सामान्य मेटाबॉलिक प्रक्रिया बिगड़ जाती है। इसी तरह, इंसुलिन, थायरायड और लेप्टिन जैसे हार्मोनों में असंतुलन होने पर भूख का नियंत्रण, ऊर्जा खर्च और फैट स्टोरेज की प्रक्रिया प्रभावित होती है। यह सब मिलकर वजन बढ़ाने और मोटापे के जोखिम को और बढ़ा देते हैं। इस लेख में जानेंगे स्ट्रेस-संबंधी ओबेसिटी के नुकसान।
स्ट्रेस-संबंधी ओबेसिटी के नुकसान- Side Effects Of Stress Related Obesity
- लगातार तनाव और मोटापा मिलकर हार्ट पर दबाव डालते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- स्ट्रेस से बढ़ने वाला कोर्टिसोल हार्मोन इंसुलिन को प्रभावित करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
- तनाव और वजन बढ़ने से नींद पूरी नहीं होती, जिससे थकान और मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
- मोटापा शरीर के हार्मोन जैसे इंसुलिन, लेप्टिन और थायरायड को असंतुलित कर देता है, जिससे वजन घटाना मुश्किल हो जाता है।
- लगातार तनाव और बढ़ता वजन, आत्मविश्वास घटाता है और डिप्रेशन या एंग्जाइटी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
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स्ट्रेस-संबंधी ओबेसिटी से कैसे बचें?- How To Prevent Stress Related Obesity

- हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें। नींद की कमी से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है, जो वजन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है।
- ज्यादा मीठा, जंक या तली चीजें खाने से बचें। फल, सलाद और प्रोटीन से भरपूर भोजन लें ताकि वजन कंट्रोल में रहे।
- रोजाना कम से कम 30 मिनट योग, वॉक या स्ट्रेचिंग करें। यह तनाव कम करने और मेटाबॉलिज्म सुधारने में मदद करता है।
- मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से मन शांत रहता है और इमोशनल ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।
- अगर तनाव या वजन कंट्रोल करने में मुश्किल हो रही हो, तो डॉक्टर से सलाह लेकर पर्सनल डाइट प्लान बनवाएं।
निष्कर्ष:
स्ट्रेस-संबंधी ओबेसिटी केवल वजन बढ़ने की नहीं बल्कि पूरे सेहत की समस्या है। अगर समय रहते तनाव को कंट्रोल किया जाए, तो हार्मोनल असंतुलन और मोटापे दोनों पर काबू पाया जा सकता है।
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FAQ
बहुत ज्यादा तनाव में रहने से क्या होता है?
ज्यादा तनाव में रहने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे नींद, पाचन और मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है। यह वजन बढ़ने, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?
मोटापा तब बढ़ता है जब शरीर में ली जाने वाली कैलोरी, बर्न होने वाली कैलोरी से ज्यादा होती है। गलत खान-पान, तनाव, नींद की कमी, हार्मोनल बदलाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी इसके मुख्य कारण हैं।मोटापा बढ़ने से कैसे रोकें?
संतुलित आहार लें, रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज करें, समय पर सोएं, तनाव कम करें और पर्याप्त पानी पिएं। फास्ट फूड, मीठे पेय और प्रोसेस्ड चीजों से बचना भी जरूरी है।
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Nov 10, 2025 20:02 IST
Published By : Yashaswi Mathur