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हाल के दिनां में पल्यूशन का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। एक्यूआई 250 से पार जा चुका है और आने वाले दिनों में इसका स्तर और बढ़ सकता है। जाहिर है, यह सही नहीं है। फिर भी आप इस सच्चाई से मुंह नहीं फेर सकते हैं। इसलिए, बहुत जरूरी है कि इन दिनों आप हर वो चीज करें, जिससे पल्यूशन का नेगेटिव असर आप पर कम पड़े। आपने कई विशेषज्ञों को कहते सुना होगा कि बढ़ते पल्यूशन में हाइड्रेट रहना जरूरी है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर बढ़ते प्रदूषण में हाइड्रेट रहने के लिए क्यों कहा जाता है? आइए, जानते हैं कि इसके बड़े कारणों के बारे में।
प्रदूषण बढ़ने पर हाइड्रेट रहना क्यों जरूरी है?- Why Should You Stay Hydrated In Polluted Environment
म्यूकस पतला होता है
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, बढ़ते प्रदूषण में सबसे बड़ी दिक्कत यही है इन दिनों म्यूकस बढ़ने लगता है। आप जितना गला साफ करते हैं, उतनी खराश बढ़ती रहती है। वहीं, अगर आप लगातार पानी पीते हैं, तो इससे म्यूकस पतला हो जाता है। जब एयरवेज में म्यूकस पतला हो जाता है, तो उसे निकलने तथा गले को साफ करने में मदद मिलती है। इससे लंग्स भी साफ होने लगते हैं, जिससे सांस लेने कठिनाई नहीं आती है।
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एयरवेज क्लीन होता है
बढ़ते प्रदूषण में जब हम सांस लेते हैं, तो ऐसे में एयरवेज में प्रदूषित कण पहुंच जाते हैं। इससे एयरवेज में दूषित कण फंस जाते हैं, जो कि रेस्पिरेटरी समस्याएं पैदा करता है। अगर आप चाहते हैं कि प्रदूषित वातावरण में आपके लंग्स और एयरवेज सही तरह से काम करें, तो ऐसे में नियमित रूप से पानी पीते हैं। इससे टॉक्सिंस भी निकल जाते हैं।
इम्यूनिटी बूस्ट होती है
आपको हैरानी होगी कि पानी पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। सवाल है, कैसे? इसका जिक्र हमने कुछ देर पहले किया है कि जब आप पानी पीते हैं, तो इससे पेशाब आने की फ्रिक्वेंसी बढ़ जाती हैं। ऐसे में पेशाब के जरिए टॉक्सिंस शरीर से बाहर निकल जाते हैं, जिससे इम्यूनिटी बूस्ट होने में मदद मिलती है। इम्यूनिटी बूस्ट होती है, तो प्रदूषित माहौल में आप बीमार होने से बच जाते हैं।
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स्किन प्रॉब्लम में कमी
बढ़ते प्रदूषण के कारण स्किन पर भी बुरा असर पड़ता है। वहीं, अगर आप नियमित रूप से पानी पीते रहते हैं, तो इससे स्किन की डलनेस दूर होती है, त्वचा का निखार बढ़ता है और स्किन ग्लोइंग भी नजर आती है। यही नहीं, आपने नोटिस किया होगा कि प्रदूषण के कारण त्वचा में जलन, रैशेज और दाने भी निकल आते हैं। अगर आप लगातार पानी पीते हैं, तो इससे इस तरह की स्किन प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है।
किडनी फंक्शन में सुधार
प्रदूषण का असर सिर्फ हमारी त्वचा या लंग्स पर नहीं पड़ता है। इसके साथ-साथ इसका नेगेटिव असर हमारे सभी ऑर्गन पर पड़ता है। विशेषकर, किडनी की बात करें, तो प्रदूषण के कण जैसे-जैसे शरीर में घुसते जाते हैं, वैसे-वैसे किडनी फंक्शन भी प्रभावित होने लगती है। दरअसल, प्रदूषिण कण टॉक्सिंस होते हैं, जिसे किडनी को शरीर से बाहर निकालने में अतिरिक्त काम करना पड़ता है। यह स्थिति किडनी के लिए सही नहीं है।
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निष्कर्ष
बढ़ते प्रदूषण में बहुत जरूरी है कि आप अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें। नियमित रूप से पानी पीते रहें। आप अपनी उम्र, हाइट के हिसाब से पानी पिएं। वैसे तो आप जितना पानी पिएंगे, टॉक्सिंस शरीर से उतने ज्यादा बाहर रहेंगे। इससे इस प्रदूषिण एंवायरमेंट में भी स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है।
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FAQ
हाइड्रेटेड रहना क्यों महत्वपूर्ण है?
हाइड्रेटेड रहने का मतलब है शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है। इससे फिजिकली परफॉर्मेंस में सुधार होता है, बॉडी डिहाइड्रेट नहीं होती है और दिन भर हम काम करने के लिए एक्टिव बने रहते हैं।हाइड्रेटेड रहने के क्या फायदे हैं?
हाइड्रेटेड रहने से कई तरह की बीमारियों का रिस्क कम होता है, मांसपेशियों की थकान दूर होती है और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्याए होने का रिस्क भी कम रहता है।हाइड्रेटेड रहने का क्या मतलब होता है?
हाइड्रेटेड रहने का मतलब है कि आपके बॉडी का हर अंग सही तरह से काम कर रहा है, इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है और कई तरह की बीमारियों का रिस्क भी कम होता है। हालांकि, स्वस्थ रहने के लिए जरूरी पोषक तत्व मिलना भी आवश्यक है।
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Oct 18, 2025 10:45 IST
Published By : Meera Tagore