
Why Regular Health Checkups Matter Even For Healthy Looking Kids In Hindi: अक्सर लोग गोल-मटोल बच्चों को देखकर उनको स्वस्थ और हेल्दी समझ लेते हैं, लेकिन स्वस्थ दिखने वाले बच्चों का भी नियमित रूप से मेडिकल चेकअप जरूर कराना चाहिए। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है कि स्वस्थ बच्चों का मेडिकल चेकअप कराना क्यों जरूरी है? ऐसे में आइए नोएडा के मेदांता अस्पताल के इंटर्नल मेडिसिन के निदेशक एवं प्रमुख डॉ. जी. सी. वैष्णव (Dr. G. C. Vaishnava, Director & Head- internal medicine, Medanta Hospital, Noida) से जानें स्वस्थ दिखने वाले बच्चों के लिए भी नियमित स्वास्थ्य जांच क्यों जरूरी है?
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हेल्दी दिखने वाले बच्चों को लिए नियमित हेल्थ चेकअप क्यों जरूरी है? - Why Are Regular Health Checkups Important For Healthy Looking Children?
डॉ. जी. सी. वैष्णव के अनुसार, "जिन बच्चों के परिवार में डायबिटीज पॉजिटिव, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट रोग या ब्रेन स्ट्रोक का इतिहास है, उन्हें 20 की उम्र से ही नियमित रूप से जांच करवानी जरूरी है। इसके अलावा, बच्चों में मोटापे यानी अधिक वजन वाले हैं या शारीरिक रूप से इन-एक्टिव हैं, तो उन्हें नियमित जांच करानी चाहिए।"
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डॉ. वैष्णव कहते है कि, "आज के समय में बच्चे काउच पोटैटो कल्चर, फास्ट फूड कल्चर, कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल कल्चर को फॉलो करते हैं। उसमें बच्चों की शारीरिक गतिविधि समाप्त हो गई है। इसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। ऐसे में बच्चों को किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने या कोई परेशानी से बचने के लिए बच्चों की नियमित जांच कराना जरूरी है।"
बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी करानी चाहिए जांच - Along With Children Adults Should Also Get Tested
डॉ. जी. सी. वैष्णव के अनुसार, "हर इंसान के लिए नियमित रूप से स्वस्थ जांच कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि कोविड के बाद से वॉक करते समय, एक्सरसाइज करने के बाद या कई स्थिति में लोगों के गिरने जैसी कई समस्याएं देखने को मिलती हैं, खासकर उन लोगों में जिनको पहले से कोई बीमारी नहीं थी और कोई पारिवारिक इतिहास भी नहीं था। ऐसी स्थिति में नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराना बेहद जरूरी है। इसे प्रिवेंटिव चेकअप कहते हैं। जिसमें कम से कम आपको पता तो चलता है कि आपके पैरामीटर सही हैं या नहीं।"
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डॉ. जी. सी. वैष्णव आगे कहते हैं कि "बीमारी के बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है, हमारे देश में लोगों में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के बारे में बहुत कम जागरूकता है और ये तभी आ सकती है, जब हम नियमित रूप से जांच करवाएं। खासकर 40 की उम्र के बाद हर साल नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना जरूरी है और 50 की उम्र के बाद इसे साल में 2 बार करवाना चाहिए और हमें अपने स्वास्थ्य जांच के पैरामीटर देखने चाहिए।"
निष्कर्ष
आज के समय में ज्यादातर बच्चे लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं और फिजिकलि इन-एक्टिव रहते हैं। इसके कारण बच्चों के कमजोर होने और उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। ऐसे में बच्चों की नियमित रूप से जांच करानी बेहद जरूर है। इससे बच्चों के स्वास्थ पैरामीटर की जांच की जा सकती है, ताकि बच्चों का किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाव किया जा सके।
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Nov 19, 2025 20:24 IST
Published By : Priyanka Sharma