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Women's Day 2025: 35 की उम्र में हर महिलाओं को जरूर करवाने चाहिए ये 8 हेल्थ चेकअप, जानें क्यों हैं ये जरूरी

महिलाओं के स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि वे नियमित रूप से अपने सेहत का ध्यान रखें। ऐसे में 35 की उम्र के बाद महिलाओं को ये हेल्थ चेकअप करवाने चाहिए।
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Women's Day 2025: 35 की उम्र में हर महिलाओं को जरूर करवाने चाहिए ये 8 हेल्थ चेकअप, जानें क्यों हैं ये जरूरी


Essential Health Checkups For Women Of 35 Ages in Hindi: महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को लेकर लापरवाही करती हैं, जिसका असर उनकी सेहत पर नजर आता है। महिलाएं अपने नौकरी, घर-परिवार और घर के कामकाज को लेकर काफी परेशान रहती हैं, जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। लेकिन, जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़नेे लगती है। खासकर, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। बता दें कि हर साल 8 मार्च को महिला दिवस (Women Day 2025)के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य महिलाओं के प्रति समाज में सम्मान बढ़ाना और उनकी उपलब्धियों को बढ़ावा देना है। महिला दिवस के खास मौके पर आइए दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन से जानते हैं कि 35 की उम्र में महिलाओं को कौन से हेल्थ चेकअप करवाने चाहिए?

35 की उम्र में हर महिलाओं को कौन-कौन से हेल्थ चेकअप करवाने चाहिए? - What Are The Medical Check Ups After 35 For Women in Hindi?

1. लिक्विड-बेस्ड साइटोलॉजी टेस्ट

लिक्विड-बेस्ड साइटोलॉजी टेस्ट, सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाने वाला एक टेस्ट है, जो आज के समय में महिलाओं में कैंसर का पता लगाने में मदद करता है। यह पैप स्मीयर टेस्ट की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है, जो सर्वाइकल कैंसर के जोखिम का पता लगाने में मदद करता है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को 2 से 3 साल में 1 बार जरूर करवाना चाहिए।

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2. विटामिन डी और कैल्शियम की कमी की जांच

विटामिन डी और कैल्शियम महिलाओं के शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व हैं, जो हड्डियों के विकास और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है। जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, उनके शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, जिसके कारण महिलाओं के जोड़ों में दर्द, हड्डियों में कमजोर होना और शरीर में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। महिलाओं के शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी के कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं। इसलिए, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को नियमित रूप से अपने शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की जांच करवानी चाहिए।

3. लिपिड प्रोफाइल टेस्ट

35 की उम्र के बाद महिलाओं के लिए नियमित रूप से लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवाना भी जरूरी है। यह टेस्ट महिलाओं के शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल लेवल के साथ-साथ गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल की जांच करता है। अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज्यादा है तो ब्लड वेसल्स में जमा हो सकता है, जो दिल और दिमाग के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

Health Checkups For women

4. विटामिन बी12 का टेस्ट

आज के समय में महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी भी तेजी से बढ़ रही है। महिलाओं के शरीर में विटामिन बी12 की कमी के कारण थकान, एनर्जी की कमी और मांसपेशियों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं के लिए नियमित रूप से बी12 की कमी की जांच करवाना जरूरी है ताकि किसी भी बड़े नुकसान के पहले उस कमी को पूुरा किया जा सके।

5. थायराइड टेस्ट

महिलाओं में थायराइड की समस्या काफी आम है। खासकर, 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं में थायराइड की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है, जिसके कारण वजन बढ़ने, बालों के झड़ने, नाखूनों के भंगुर होने और बिना कारण थकान महसूस होने की समस्या नॉर्मल हो जाती है। थायराइड ग्लैंड T3, T4 और TSH नाम के हार्मोन रिलीज होते है, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इनमें से किसी भी बदलाव से शरीर में हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को समय-समय पर थायराइड टेस्ट करवाना चाहिए।

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6. ब्लड शुगर टेस्ट

35 की उम्र के बाद महिलाओं में डायबिटीज का जोखिम ज्यादा बढ़ सकता है, खासकर अगर परिवार में किसी अन्य सदस्य का डायबिटीज का इतिहास हो। इसलिए 35 की उम्र के बाद महिलाओं को निमयित रूप से ब्लड शुगर लेवल की जांच करवानी चाहिए।

7. मेटाबॉलिक टेस्ट

मेटाबॉलिक टेस्ट से शरीर में मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल असंतुलन के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है। इससे यह पता चलता है कि आपका शरीर किस तरह से एनर्जी का इस्तेमाल कर रहा है और क्या कोई मेटाबॉलिक बीमारी जैसे हाइपोथायरायडिज्म या हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा तो नहीं है। इसलिए, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को मेटाबॉलिक टेस्ट भी जरूर करवाना चाहिए।

8. एनीमिया टेस्ट

भारत में एनीमिया की समस्या भी महिलाओं में काफी आम है। खून की कमी के कारण महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को अपने शरीर में खून की कमी या आयरन की कमी की जांच करवानी चाहिए। ताकि शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल का पता लगाया जा सके।

निष्कर्ष

35 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जो अपने साथ कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि महिलाएं समय-समय पर इन हेल्थ चेकअप को करवाएं, ताकि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं और किसी गंभीर बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके।
Image Credit: Freepik

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