National Women’s Day 2025: हर साल भारत में 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह खास दिन देश की प्रसिद्ध राजनीतिक नेता, कवयित्री और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली नेता सरोजिनी नायडू को समर्पित है। भारत की कोकिला के नाम से मशहूर सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 में झांसी में हुआ था। उन्हें सम्मान देने, भारत में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और हर क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को याद करने के लिए राष्ट्रीय महिला दिवस (National Women’s Day 2025) मनाया जाता है। राष्ट्रीय महिला दिवस जैसा खास मौका यह जानने के लिए सर्वश्रेष्ठ कि सेहत से जुड़ी उन योजनाओं को जानने का, जो केंद्र सरकार द्वारा सिर्फ महिलाओं को सेहतमंद रखने के चलाई जा रही है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
1. जननी सुरक्षा योजना (JSY)
देशभर में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा जननी सुरक्षा योजना चलाई जाती है। इस योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न हिस्सों में घर पर होने वाले प्रसव को खत्म करके संस्थागत प्रसव (हॉस्पिटल में डिलीवरी) को बढ़ावा देना शामिल है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता भी देती है ताकि महिलाएं सुरक्षित प्रसव करवा सकें और नवजात शिशु को सही देखभाल मिल सके।
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2. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (PMSMA)
गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान देश के विभिन्न हिस्सों में चलाई जा रही है। इस योजना के तहत हर महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं को मुफ्त में प्रसव पूर्व जांच (ANC) और जरूरी मेडिकल सुविधाएं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी में दी जाती है।
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3. आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - PMJAY)
पैसों के अभाव और आर्थिक तंगी से जूझ रही महिलाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत गरीब और वंचित परिवारों की महिलाओं को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलता है। इससे महिलाएं देश के किसी भी बड़े अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज करवा सकती हैं। आयुष्मान भारत योजना को चलाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को गंभीर बीमारी का इलाज सही समय पर मिल सके, यह करना है।
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4. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY)
यह एक मातृत्व लाभ योजना है जिसमें गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं में कुपोषण को कम करना और महिलाओं को उचित देखभाल के लिए प्रोत्साहित करना है। महिलाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ तभी उठा सकती हैं, जब वह रजिस्टर्ड अस्पताल में बच्चे को जन्म देती हैं।
5. सुमन योजना (Surakshit Matritva Aashwasan - SUMAN)
देश के छोटे जिलों और कस्बों में प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत और नवजात शिशु को सही पोषण के लिए केंद्र सरकार द्वारा सुमन योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत प्रसव के दौरान और प्रसव के बाद महिलाओं को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं और दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। ताकि महिला के परिवार पर किसी प्रकार का आर्थिक बोझ न पड़े और वह बिना किसी संकोच के गर्भधारण कर सके व सही इलाज करवा सके।
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निष्कर्ष
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इन स्वास्थ्य योजनाओं का मुख्य उद्देश्य महिला को सही सेहत प्रदान करना है। यदि इन योजनाओं का सही ढंग से लाभ उठाया जाए, तो महिलाओं की सेहत में बड़ा सुधार किया जा सकता है। हमें इन योजनाओं की जानकारी महिलाओं तक पहुंचानी चाहिए ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होकर इसका लाभ उठा सकें।
राष्ट्रीय महिला दिवस जैसा खास मौका यह जानने के लिए सर्वश्रेष्ठ कि सेहत से जुड़ी उन योजनाओं को जानने का, जो केंद्र सरकार द्वारा सिर्फ महिलाओं को सेहतमंद रखने के चलाई जा रही है।
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