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इन 5 आदतों से बच्चों में बढ़ सकता है मायोपिया का खतरा, कमजोर हो सकती है नजर

लंबे समय तक मोबाइल या स्क्रीन देखना, बाहर न खेलना, गलत पॉश्चर, आंखों को आराम न देना और रेगुलर चेकअप न कराना जैसी खराब आदतें बच्चों में मायोपिया बढ़ा सकती हैं। समय रहते इन आदतों में सुधार करना बच्चों की आंखों की सेहत के लिए जरूरी है।
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इन 5 आदतों से बच्चों में बढ़ सकता है मायोपिया का खतरा, कमजोर हो सकती है नजर


आजकल बच्चों में मायोपिया (नजदीक की चीजें साफ दिखना और दूर की धुंधली द‍िखने की बीमारी) बढ़ने का बड़ा कारण उनकी लाइफस्टाइल की आदतें हैं। भले ही जेनेटिक्स का भी कुछ असर होता है, लेकिन अब पर्यावरण और बच्चों का व्यवहार उनकी आंखों के विकास पर ज्‍यादा असर डाल रहा है। Dr. Bhanu Prakash M, Senior Consultant Cataract Cornea & Refractive Surgeon At Yashoda Hospitals, Hyderabad ने बताया क‍ि माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की आदतों पर गौर करें। अगर मायोपिया का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी बढ़ सकती है और आगे चलकर रेटिना डिटैचमेंट या ग्लूकोमा जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। इस लेख में जानेंगे 5 ऐसी आदतें, जो बच्‍चों में मायोप‍िया का खतरा बढ़ा सकती हैं।

1. स्‍क्रीन टाइम ज्‍यादा होना- Excessive Screen Time

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बच्चे जब लंबे समय तक मोबाइल, टैबलेट या कंप्यूटर पर देखते हैं, तो बच्‍चों की आंखें लगातार पास की चीजों पर फोकस करती हैं। Dr. Bhanu Prakash ने बताया क‍ि स्‍क्रीन टाइम ज्‍यादा होने से आंखों पर दबाव पड़ता है और आंख का आकार लंबा होने लगता है, जिससे मायोपिया (Myopia) हो सकता है।

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2. बाहर न खेलना- Insufficient Outdoor Activity

प्राकृतिक रोशनी आंखों की विकास प्रक्रिया में मदद करती है। शोध दिखाते हैं कि जो बच्चे रोजाना कम से कम 1-2 घंटे बाहर खेलते हैं, उन्हें मायोपिया का खतरा कम होता है, जबकि घर में रहने वाले बच्चों में यह जोखिम ज्यादा होता है।

3. खराब पॉश्चर में पढ़ना- Poor Posture During Study

अगर बच्चे किताब या स्क्रीन के बहुत पास बैठकर पढ़ते हैं, खराब रोशनी में पढ़ते हैं या आंख और वस्तु के बीच उचित दूरी नहीं रखते, तो उनकी आंखों पर लगातार दबाव पड़ता है, जिससे दृष्टि पर असर पड़ता है और मायोप‍िया हो सकता है।

4. स्‍क्रीन ब्रेक न लेना- Lack Of visual breaks

अगर बच्चे 20-20-20 नियम का पालन नहीं करते हैं, तो आंखों में थकान बढ़ती है और धीरे-धीरे मायोपिया का खतरा बढ़ सकता है। Dr. Bhanu Prakash ने बताया क‍ि हर 20 मिनट में स्क्रीन से नजर हटाकर 20 फीट दूर की चीज को 20 सेकंड तक देखना चाह‍िए।

5. नियमित आंंखों की जांच को नजरअंदाज करना- Ignoring Regular Eye Check Ups

कई बच्चे शुरुआत में दूर की धुंधली दृष्टि को महसूस नहीं करते। समय पर आंखों की जांच न कराने से शुरुआती सुधार और डॉक्‍टर की सलाह का मौका खो जाता है।

न‍िष्‍कर्ष:

बच्चों में बढ़ता स्क्रीन टाइम, बाहर न खेलना, गलत पॉश्चर, आंखों को आराम न देना और रेगुलर चेकअप न कराना जैसी 5 आदतें मायोपिया यानी दूर की नजर कमजोर होने का खतरा बढ़ाती हैं। समय रहते लाइफस्टाइल में बदलाव कर बच्चों की आंखों की सेहत को सुरक्षित रखा जा सकता है।

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  • Oct 23, 2025 17:36 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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