
Ayurvedic Herbs For Eye Strain And Screen Fatigue In Hindi: आज के समय में ज्यादातर लोग लंबे समय तक लैपटॉप, मोबाइल और टीवी देखते रहते हैं। जिसके कारण आंखों पर स्ट्रेस होने, धुंधलापन होने, आंखों के कमजोर होने, देखने में परेशानी होने, लंबे समय तक स्क्रीन देखने के कारण आंखों में थकान होने और आंखों के ड्राई होने की समस्या होती है। ऐसे में आंखों की थकान को दूर करने, आंखों पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करने और ड्राई आई की समस्या से राहत के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानें कि आंखों की थकान और स्ट्रेस को कम करने के लिए कौन सी जड़ी-बूटियां फायदेमंद हैं?
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आंखों की थकान और स्ट्रेस को कम करने के लिए जड़ी-बूटियां - Herbs To Reduce Eye Fatigue And Stress In Hindi
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, आंखों की थकान और स्ट्रेस को कम करने के लिए कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनमें बहुत से औषधीय गुणों होते हैं, जिनका इस्तेमाल करने से आंखों को हेल्दी रखने और इनसे जुड़ी समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
अश्वगंधा का इस्तेमाल
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक अश्वगंधा में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, साथ ही, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से आंखों के स्ट्रेस को कम करने, आंखों की थकान को दूर करने, ड्राई आई की समस्या से राहत देने और स्क्रीन का आंखों से बचाव करने में मदद मिलती है।
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सौंफ का इस्तेमाल
सौंफ की तासीर ठंडी होती है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते ह सौंफ का सेवन करने या सौंफ के पानी का सेवन करने या इससे आंखों को धोने से आंखों को रिलैक्स करने, आंखों की ड्राईनेस को कम करने, थकान दूर करने, आंखों के स्ट्रेस को कम करने और आंखों की स्क्रीन का बचाव करने में मदद मिलती है।
त्रिफला का इस्तेमाल
आयुर्वेदिक औषधीयों में से एक त्रिफला का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसको आंवला, बिभीतकी और हरीतकी से मिलाकर बनाया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से स्किन को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। इसके पानी से आंखों को धोने से आंखों को साफ करने, आंखों के टिश्यूज को हेल्दी रखने और आंखों को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
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भृंगराज का इस्तेमाल
भृंगराज में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से आंखों की थकान को दूर करने, आंखों के टिश्यूज को हेल्दी रखने, आंखों की रेडनेस को कम करने और जलन को कम करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
आंखों के स्ट्रेस को कम करने, थकान को दूर करने और आंखों की ड्राईनेस को कम करने के लिए अश्वगंधा, सौंफ, त्रिफला और भृंगराज जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका सेवन करने से आंखों को हेल्दी रखने में मदद मिलती है, लेकिन ध्यान रहे, आंखों से जुड़ी अधिक समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
आंखों के लिए क्या खाना चाहिए?
आंखों के स्वास्थ्य को हेल्दी रखने के लिए डाइट में गाजर, पालक और केल जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंद, खट्टे फल, बादाम, अखरोट, अलसी के बीज और सूरजमुखी के बीज जैसे ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, अंडे और मछली जैसे फूड्स को शामिल करें।आंखें कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
आंखों के कमजोर होने पर व्यक्ति को आंखों में थकान होने, जलन होने, सिर में दर्द होने, काम पर फोकस करने में परेशानी, धुंधला दिखने, आंखों से पानी आने, रात में देखने में परेशानी होने, लाल होने और सूजन आने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।आंखों को हेल्दी रखने के लिए क्या करें?
आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों से युक्त फूड्स खाएं, स्क्रीन टाइट में करें, रात को सोने से 1 घंटे पहले फोन से दूरी बना लें, 20-20-20 रूप फॉलो करें, आंखों की नियमित जांच कराएं, स्मोकिंग से बचें और पर्याप्त नींद लें। इससे आंखों के स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है।
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Oct 12, 2025 20:42 IST
Modified By : Priyanka SharmaOct 12, 2025 20:42 IST
Published By : Priyanka Sharma