International Yoga Day 2025 : गर्मियों का मौसम अपने साथ कई चुनौतियां लेकर आता है, खासकर जब बात आंखों की सेहत की हो तो तेज धूप, लू, पसीना, धूल और बढ़ता हुआ स्क्रीन टाइम मिलकर आंखों पर ज्यादा तनाव डालते हैं। इन कारणों से आंखों में जलन, ड्राईनेस, थकान, लालिमा और सिरदर्द जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। इसके अलावा, लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन को देखने से आंखों की मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं और दृष्टि यानी नजर पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में केवल आंखों को ठंडे पानी से धोना या आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना ही काफी नहीं होता, बल्कि आंखों को अंदरूनी रूप से आराम और एनर्जी देने की जरूरत होती है। यही काम योग करता है। योग अभ्यास न केवल शरीर और मन को संतुलन में रखता है बल्कि इंद्रियों की कार्यक्षमता को भी बनाए रखता है।
गर्मियों में विशेष रूप से कुछ योग अभ्यास ऐसे हैं जो आंखों की थकान को दूर करने, आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और आंखों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। इस लेख में हम उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम से विस्तार से जानेंगे कि कौन से योग अभ्यास गर्मियों में आंखों को ठंडक पहुंचाने, थकान कम करने और दृष्टि को बेहतर बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
आंखों की थकान दूर करने के योग अभ्यास - Yoga For Eye Strain In Summer
आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में घंटों स्क्रीन पर काम करना, मोबाइल देखना और पर्याप्त नींद न लेना, आंखों की थकान के मुख्य कारण हैं। गर्मियों में तेज धूप और बढ़ी हुई यूवी किरणें आंखों पर ज्यादा तनाव डालती हैं। कई बार गर्म हवाएं और धूल-मिट्टी भी आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं। इन सबका असर आंखों की नमी पर पड़ता है, जिससे ड्राईनेस, जलन और धुंधला दिखना जैसी समस्याएं होती हैं। योग न सिर्फ शरीर और मन को शांति देता है बल्कि आंखों के फंक्शन को भी बेहतर बनाता है। योग के कुछ विशेष अभ्यास आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, तनाव कम करते हैं और आंखों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं। नियमित योग अभ्यास से आंखों की थकान दूर होती है और दृष्टि बेहतर बनी रहती है।
इसे भी पढ़ें: ब्लोटिंग और गैस की समस्या से हैं परेशान? करें ये योगासन
1. पल्मिंग - Palming
पल्मिंग आंखों की थकान दूर करने का सबसे सरल योग अभ्यास है। इस अभ्यास में हथेलियों को आपस में रगड़कर गर्म किया जाता है और फिर बंद आंखों पर रखा जाता है। इसका अभ्यास करने के लिए किसी शांत जगह पर बैठें और आंखें बंद करें। इसके बाद हथेलियों को आपस में रगड़ें जब तक वह गर्म न हो जाएं। अब गर्म हथेलियों को आंखों पर हल्के से रखें और गहराई से सांस लें। यह प्रक्रिया 2-3 बार दोहराएं। पल्मिंग से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है, थकान कम होती है और मानसिक तनाव भी घटता है।
2. त्राटक क्रिया - Trataka
त्राटक क्रिया आंखों के योग अभ्यास में बेहद प्रभावशाली मानी जाती है। इसमें किसी स्थिर वस्तु (जैसे दीया) पर बिना पलक झपकाए देखना होता है। एक अंधेरे कमरे में दीया जलाएं और उसे आंखों के सामने 2-3 फीट की दूरी पर रखें। अब सीधे बैठें और दीये की लौ को एकटक देखें। जब आंखें थकने लगें तब आंखें बंद करके दीये की छवि को मन में देखें। यह अभ्यास 3-5 मिनट तक करें। इससे एकाग्रता बढ़ती है, दृष्टि स्पष्ट होती है और आंखों की थकान में राहत मिलती है।
इसे भी पढ़ें: रोज शीर्षासन करने के क्या फायदे होते हैं? जानें एक्सपर्ट से
3. पलक झपकाना
लगातार स्क्रीन देखने से हम कम पलक झपकाते हैं, जिससे आंखों में सूखापन होता है। ब्लिंकिंग एक्सरसाइज से आंखों की नमी बनी रहती है। सीधे बैठकर सामने देखें और लगातार 10 बार तेजी से पलकें झपकाएं। फिर आंखें बंद कर गहराई से सांस लें, यह प्रक्रिया 3-4 बार दोहराएं। इससे आंखें मॉइश्चराइज रहती हैं, थकान कम होती है और आंखों का तनाव घटता है।
4. आंखों की गोलाई में घुमाएं - Eye Rotation Exercises
इस अभ्यास में आंखों को चारों दिशाओं में घुमाया जाता है जिससे आंखों की मांसपेशियों की एक्सरसाइज होती है। इसका अभ्यास करने के लिए आराम से बैठें और सिर को स्थिर रखें। आंखों को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं और गोलाकार घुमाएं। हर दिशा में 5-5 बार यह क्रिया करें। इससे आंखों में ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और थकान कम होती है।
5. शवासन के साथ ब्रह्मारी प्राणायाम
शवासन के दौरान ब्रह्मारी प्राणायाम करना आंखों और मन दोनों को गहरा आराम देता है। पीठ के बल लेट जाएं और आंखें बंद करें। गहरी सांस लेकर 'ओम' की ध्वनि करते हुए ब्रह्मारी प्राणायाम करें। यह प्रक्रिया 5-7 बार करें। इससे मानसिक तनाव कम होता है, आंखों को ठंडक मिलती है और नींद की क्वालिटी भी बेहतर होती है।
निष्कर्ष
गर्मियों में आंखों की सेहत बनाए रखना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह मौसम कई तरह की आंखों की परेशानियां बढ़ा सकता है। नियमित योग अभ्यास जैसे पल्मिंग, त्राटक और ब्रह्मारी प्राणायाम आंखों को थकान से राहत देने में बेहद प्रभावी हैं। इसके साथ थोड़ी सी लाइफस्टाइल में सावधानी और बैलेंस डाइट आंखों को लंबी उम्र तक हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
All Images Credit- Freepik
FAQ
आंखों में थकान होने पर क्या करें?
आंखों में थकान होने पर सबसे पहले स्क्रीन टाइम कम करें और हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए दूर देखें। ठंडे पानी से आंखों को धोना राहत देता है। गुलाबजल में रुई भिगोकर आंखों पर 10 मिनट रखें। खीरे या आलू के पतले स्लाइस भी आंखों की सूजन कम करते हैं। पर्याप्त नींद और हाइड्रेशन जरूरी है। अगर थकान बनी रहे या दर्द हो, तो नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।आंखों में थकान होने का क्या कारण है?
आंखों में थकान होने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम वजह लंबा स्क्रीन टाइम है, जैसे मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का लगातार उपयोग। पढ़ते समय या ड्राइव करते हुए आंखों पर अधिक जोर डालना भी थकान ला सकता है। कम रोशनी में काम करना, नींद की कमी, तनाव, या चश्मे का सही नंबर न होना भी इसके कारण हो सकते हैं। ड्राई आई सिंड्रोम, एलर्जी या पोषण की कमी भी आंखों की थकावट बढ़ा सकते हैं।आंखों की कमजोरी के क्या लक्षण हैं?
आंखों की कमजोरी के लक्षणों में धुंधला दिखना, पास या दूर की वस्तुएं साफ न दिखना, पढ़ते समय आंखों में दर्द या थकान महसूस होना शामिल है। बार-बार सिरदर्द होना, आंखों का पानी आना या सूखना, रोशनी के प्रति सेंसिटिविटी और आंखों को बार-बार मसलना भी इसके संकेत हो सकते हैं। मोबाइल या टीवी देखते समय आंखों में जलन या भारीपन महसूस होना और रात में साफ न दिखना भी कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं।