तनाव, भागदौड़ और अनियमित दिनचर्या का असर शरीर और मन दोनों पर ही पड़ता है। इन दिनों लोगों के जीवन में जितनी भागदौड़ है, उसकी वजह से ज्यादातर लोग शाम को काम से घर लौटने के बाद थकान और कमजोरी महसूस करते हैं। इसका असर न सिर्फ उनके रिश्तों और सामाजिक जीवन पर पड़ता है, बल्कि लंबे समय में ये समस्याएं कई अन्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं। अगर आपके साथ ही ऐसी कोई समस्या है, लेकिन आप एक एक्टिव लाइफस्टाइल चाहते हैं, तो आप कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद ले सकते हैं। नेचुरल तरीके से ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाने में ये जड़ी-बूटियां आपकी मदद कर सकती हैं।
अश्वगंधा कम करेगा तनाव, बढ़ाएगा ताकत
अश्वगंधा को आयुर्वेद में 'बलवर्धक' कहा जाता है। यह न सिर्फ मानसिक थकान को कम करता है, बल्कि शरीर की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इसके अलावा अश्वगंधा के सेवन से इम्यून सिस्टम भी बेहतर बनता है। अगर आप हर वक्त थका हुआ महसूस करते हैं, तो अश्वगंधा आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में मदद करेगा।
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नेचुरल एनर्जी बूस्टर है शिलाजीत
शिलाजीत हिमालय की चट्टानों से निकलने वाला चिपचिपा काला द्रव्य है, जिसे आयुर्वेद में बलवर्धक और यौवनवर्धक माना गया है। इन दिनों यह काफी पॉपुलर हो रहा है। शिलाजीत में बहुत सारे ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। यह थकान, कमजोरी और लो-एनर्जी जैसी समस्याओं को दूर करता है। इसमें मौजूद फुलविक एसिड शरीर के भीतर कोशिकाओं तक पोषण पहुंचाने में मदद करता है।
शतावरी है महिलाओं के लिए फायदेमंद
इन दिनों थकावट और कमजोरी की समस्या महिलाओं में भी आम है, खासकर पीरियड्स या प्रेग्नेंसी के बाद। शतावरी ऐसी जड़ी-बूटी है, जो हार्मोन बैलेंस करने के साथ-साथ शरीर को ताकत भी देती है। यह थकान के साथ मानसिक तनाव को भी कम करती है। इसलिए आप इसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
गिलोय भी एनर्जी बढ़ाने में मददगार
गिलोय को आयुर्वेद में अमृता भी कहा गया है, यानी अमरता देने वाली। यह शरीर को संक्रमणों से बचाने के साथ-साथ थकान और सुस्ती को भी कम करती है। खासकर मौसम बदलते समय या किसी बीमारी के बाद कमजोरी दूर करने में गिलोय बेहद लाभकारी है।
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त्रिफला सुधारेगा पाचन और कम करेगा थकान
थकान का सीधा संबंध पाचन से है। अगर खाना सही से नहीं पच रहा है, तो शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलेगा और आप कमजोर महसूस करेंगे। त्रिफला तीन फलों- हरड़, बहेड़ा और आंवला का मिश्रण होता है। यह पाचन तंत्र को साफ करता है और शरीर की अंदरूनी सफाई में मदद करता है। इसके रेगुलर सेवन से भी आप ज्यादा ऊर्जावान महसूस करेंगे।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को भारत में पॉपुलर बनाने में पतंजलि आयुर्वेद ने बड़ा योगदान दिया है। पतंजलि ने रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजों को भी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण से तैयार कर, लोगों को एक स्वस्थ और केमिकल-रहित विकल्प देने की कोशिश की है। ऊपर बताए गए हर्ब्स भी आपको पतंजलि आयुर्वेद के स्टोर या वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएंगे। लेकिन ध्यान रखें कि इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल आपको किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही करना चाहिए।