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आज के समय में कोई भी व्यक्ति बिना लैपटॉप और मोबाइल फोन के अपने जीवन को जीने के बारे में सोच भी नहीं सकता है। यह हमारी लाइफ का एक अहम हिस्सा बन चुका है। काम, पढ़ाई और अपने समय को गुजारने के लिए हम हर चीज के लिए फोन और लैपटॉप पर निर्भर हो गए हैं। हालांकि, लगातार स्क्रीन देखने से आंखों पर दबाव पड़ता है, ड्राईनेस, जलन और सिरदर्द जैसी समस्याएं बढ़ने लगती है। इसका मुख्य कारण स्क्रीन की ब्लू लाइट है, जो आंखों पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसलिए, आइए डॉक्टर अग्रवाल आई अस्पताल के आई स्पेशलिस्ट डॉ. रोहित सतीश खत्री से जानते हैं कि आंखों को ब्लू लाइट से बचाने के लिए क्या करें?
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आंखों को ब्लू लाइट से बचाने के लिए टिप्स
आंखों को ब्लू लाइट और फोन स्क्रीन से सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये समय के साथ आपकी आंखों से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। इसलिए, अपनी आंखों को सुरक्षित रखने के लिए आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं-
1. 20/20/20 नियम अपनाएं
20-20-20 नियम आंखों को आराम देने का सबसे आसान तरीका होता है। इस नियम को फॉलो करने के लिए 20 मिनट में स्क्रीन से नजर हटाकर 20 फीट दूर किसी चीज को 20 सेकंड तक देखें। ऐसा करने से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है और लगातार फोकस करने से आंखों को होने वाली थकान दूर होती है। अगर आप पढ़ाई या ऑफिस के काम में लंबे समय तक स्क्रीन पर देख रहे हैं तो इस नियम को अपनी आदत में शामिल करें।
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2. कमरे में सही रोशनी रखें
मोबाइल फोन या स्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं अंधेरे कमरे में रहने से बचें, क्योंकि इससे आपकी आंखों पर ज्यादा तनाव पड़ता है। इसलिए, हमेशा ध्यान रखें कि जिस कमरे में आप स्क्रीन इस्तेमाल कर रहे हैं, वहां पर्याप्त और संतुलित रोशनी हो। तेज रोशनी या बहुत कम रोशनी वाले कमरे में रहने पर फोन का इस्तेमाल आपकी आंखों के तनाव को बढ़ा सकता है।
3. नियमित आंखों की जांच कराएं
कई बार फोन का लगातार इस्तेमाल करने के कारण आंखों में कमजोरी की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए, हर 6 से 12 महीने में एक बार आंखों की जांच जरूर करवाना चाहिए। अगर आपको धुंधला दिखाई देता है, स्क्रीन पर फोकस करने में मुश्किल होती है या सिरदर्द महसूस हो तो तुरंत आंखों की जांच करवाएं।
4. फोन की लाइट कम करें
स्क्रीन की चमक आंखों के लिए हानिकारक होती है। इसलिए, फोन या लैपटॉप की स्क्रीन को ऐसी स्थिति में रखें, जहां से रोशनी सीधी आपकी आंखों पर न पड़े। अगर संभव हो तो एंटी-ग्लेयर स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करें। यह स्क्रीन की रोशनी को कम करता है और आंखों को लाइट के कारण होने वाले तनाव से बचाता है।
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5. हाई-क्वालिटी वाले स्क्रीन का इस्तेमाल
खराब क्वालिटी वाली या धुंधली स्क्रीन का इस्तेमाल करने से आंखों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इसलिए, हमेशा हाई-रेजोल्यूशन स्क्रीन वाले फोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करें। हाई क्वालिटी वाली स्क्रीन पर शब्द और फोटो ज्यादा साफ दिखाई देते हैं, जिससे आंखों को कम मेहनत करनी पड़ती है।
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6. ब्लू लाइट को कम करें
ब्लू लाइट आंखों की रेटिना पर नकारात्मक प्रभाव डालती है और लंबे समय में नींद और आंखें दोनों को प्रभावित कर सकती है। इसलिए अपने फोन या लैपटॉप में ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें। बाजार में मिलने वाले ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मे का उपयोग करें, जिन्हें आप स्क्रीन के काम के दौरान पहन सकते हैं।
7. स्क्रीन से सही दूरी बनाए रखें
फोन या लैपटॉप बहुत पास रखकर देखने से आपकी आंखों पर ज्यादा दबाव पड़ सकता है। इसलिए फोन को कम से कम 16 इंच की दूरी पर रखें। लैपटॉप या मॉनिटर को आंखों के स्तर से थोड़ा नीचे की ओर रखें, ताकि गर्दन और आंखों पर तनाव कम पड़े।
8. पलक झपकाना न भूलें
हम अक्सर स्क्रीन देखते समय सामान्य से कम बार पलक झपकाते हैं, जिससे आंखें सूखी हो जाती हैं। सामान्य स्थिति में हम एक मिनट में लगभग 10 से 20 बार पलक झपकाते हैं, लेकिन स्क्रीन पर फोकस करते समय यह संख्या 5 से 8 हो जाती है। इसलिए, जानबूझकर आप अपनी पलके झपकाते रहे। इससे आंखों की नमी बनाए रखने में मदद मिलती है और ड्राइनेस कम होता है।
निष्कर्ष
फोन और स्क्रीन का इस्तेमाल हमारे डेली रूटीन का हिस्सा हो गया है, जिससे दूरी बनाना तो संभव नहीं है, लेकिन थोड़ी सावधानी और सही आदतों के साथ हम इसके कारण हमारी आंखों को होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।
Image Credit: Freepik
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FAQ
आंखों को सुरक्षित कैसे रखें?
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए यूवी-प्रोटेक्टिव धूप का चश्मा पहनें, आंखों को रगड़ने से बचें और स्क्रीन का इस्तेमाल करने के दौरान 20-20-20 नियम का पालन करें। इसके साथ ही, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद लेना, स्मोकिंग से बचना और आंखों की नियमित जांच करवाना शामिल है।आंखें कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
आंखें कमजोर होने पर धुंधला दिखना, आंखों में थकान, जलन, सिरदर्द, फोकस करने में मुश्किल होना और रोशनी के प्रति सेंसिटिविटी जैसे लक्षण शामिल हैं।आंखों की रोशनी किसकी वजह से कम होती है?
आंखों की रोशनी कम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें उम्र बढ़ना, पोषक तत्वों की कमी, ज्यादा समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल करना, जेनेटिक कारण, इन्फेक्शन और डायबिटीज आदि स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं।
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Nov 13, 2025 16:13 IST
Published By : Katyayani Tiwari