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आंखों को स्मार्टफोन-लैपटॉप की स्क्रीन से होने वाले नुकसान से नहीं बचाते ब्लू लाइट चश्‍मे, नई स्‍टडी में खुलासा

हाल ही में एक स्‍टडी पब्‍ल‍िश हुई है ज‍िसमें ब्‍लू लाइट ग्‍लासेज को स्‍क्रीन के नुकसान से बचाने के ल‍िए कारगर नहीं माना गया है।
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आंखों को स्मार्टफोन-लैपटॉप की स्क्रीन से होने वाले नुकसान से नहीं बचाते ब्लू लाइट चश्‍मे, नई स्‍टडी में खुलासा


Blue Light Effects on Eyes: आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए लोग सब कुछ करना चाहते हैं। मार्केट इस आदत का बखूबी फायदा उठाता है। जैसी भी परेशानी हो, समस्‍या का हल बाजार में म‍िल ही जाता है। जैसे ब्‍लू लेंस चश्‍मे। जो लोग स्‍क्रीन पर ज्‍यादा देर काम करते हैं, उनकी आंखों पर जोर पड़ने लगता है, आंखें थक जाती हैं और कमजोर होने लगती हैं। आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए मार्केट में ब्‍लू लेंस चश्‍मे म‍िलते हैं। इनका चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा माना जाता है क‍ि यह चश्‍मे, लैपटॉप और स्‍मार्टफोन की स्‍क्रीन से न‍िकलने वाली ब्‍लू लाइट से आंखों को सुरक्ष‍ित रखते हैं। आई व‍ियर शॉप्‍स पर इन चश्‍मों को यह कहकर बेचा जाता है क‍ि इनका इस्‍तेमाल करने से स्‍क्रीन की लाइट आंखों को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। हम में से ज्‍यादातर लोग इस प्रलोभन में फंस जाते हैं। मैं भी हर बार ब्‍लू लेंस ग्‍लासेज खरीदती हूं। लेक‍िन हाल ही में एक स्‍टडी पब्‍ल‍िश हुई है जो यह कहती है क‍ि ब्‍लू लेंस ग्‍लासेज लगाने से आंखों को सुरक्षा नहीं म‍िलती और आंखों पर स्‍क्रीन देखने के नुकसान समय के साथ नजर आने लगते हैं। आगे जानेंगे इस स्‍टडी से जुड़ी अन्‍य जरूरी बातें। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्‍प‍िटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की। 

blue lens glasses side effects

आंखों की सुरक्षा नहीं करते ब्‍लू लेंस ग्‍लासेज: स्‍टडी- Blue Lens Glasses Do Not Protect Eyes  

कोक्रेन डेटाबेस ऑफ सिस्टमैटिक रिव्यूज (Cochrane Database Of Systematic Reviews) में प्रकाशित अध्ययन में यह बताया गया है क‍ि नीली रौशनी वाले फ‍िल्‍टर चश्‍मे, स्‍क्रीन की रौशनी से होने वाले नुकसान से आंखों को नहीं बचाते हैं। छह देशों में 17 क्लीनिकल ट्रायल से 619 लोगों का डेटा इकट्ठा कर उस पर परीक्षण किया गया। मेलबर्न यूनिवर्सिटी में ऑप्टोमेट्री और दृष्टि विज्ञान के वैज्ञानिक और वरिष्ठ लेखक लॉरा डाउनी का बयान है क‍ि नीली रोशनी को फिल्टर करने वाले चश्मे, स्‍क्रीन लाइट से आंखों को बचाने में कारगर नहीं है। स्‍टडी में यह भी बताया गया क‍ि इस तरह के चश्‍मे लगाने का कोई फायदा नहीं है। डॉ राजेश हर्षवर्धन ने बताया क‍ि मौजूदा चश्‍मे ब्‍लू लाइट को 10 से 25 प्रत‍िशत तक ही फ‍िल्‍टर करते हैं। लेक‍िन ब्‍लू लाइट से फ‍िलहाल पूरी तरह से बचने का उपाय अभी तक हमारे पास मौजूद नहीं है। 

Study Link: https://www.cochranelibrary.com/cdsr/doi/10.1002/14651858.CD013244.pub2/full

कंप्‍यूटर व‍िजन स‍िंड्रोम के कारण कमजोर होती हैं आंखें- Computer Vision Syndrome 

इस स्टडी में यह भी बताया गया क‍ि आंखों में तनाव का कारण लैपटॉप या मोबाइल की लाइट नहीं है। बल्‍की ज्‍यादा देर स्‍क्रीन देखने से आंखों पर जोर पड़ता है और आंखें कमजोर होने लगती हैं। यानी अध‍िकांश लोगों को कंप्‍यूटर व‍िजन स‍िंड्रोम है। जो लोग लंबे समय तक कंप्‍यूटर स्‍क्रीन पर देखते हैं उनकी आंखें कमजोर होने लगती हैं। डॉ राजेश हर्षवर्धन ने बताया क‍ि ब्‍लू लाइट फ‍िल्‍टर वाले चश्‍मे लगाने से अच्‍छा है आप अपना स्‍क्रीन टाइम कम करें। अगर लैपटॉप के जर‍िए ही काम करना है, तो बीच-बीच में ब्रेक लेना न भूलें।   

इसे भी पढ़ें- लैपटॉप, मोबाइल जैसे डिवाइस की स्क्रीन का आंखों पर पड़ता है बुरा असर, डॉक्टर से जानें कैसे रखें आंखों का ख्याल

आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए क्‍या करें?- How To Keep Eyes Healthy

  • आंखों को स्‍वस्‍थ रखना चाहते हैं, तो कंप्‍यूटर या लैपटॉप पर काम करते समय ब्रेक लेना न भूलें।
  • आंखों को साफ पानी से रोज साफ करें और बाहर न‍िकल रहे हैं, तो सनग्‍लासेज का इस्‍तेमाल करें।
  • आंखों को हेल्‍दी रखने के ल‍िए 20-20-20 रूल फॉलो करें। हर 20 म‍िनट में 20 फीट दूरी रखी चीज को 20 सेकेंड के ल‍िए देखें। 
  • चश्‍मा पहनते हैं, तो अपने चश्‍मे को साफ रखें और उस पर स्‍क्रैच आने पर चश्‍मा तुरंत बदलें।

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