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ज्‍यादा बैठने से बुजुर्गों को हो सकती हैं डायब‍िटीज और हार्ट की बीमार‍ियां, नई स्‍टडी में हुआ खुलासा

Prolonged Sitting: नई स्‍टडी प्रकाश‍ित हुई है ज‍िसमें यह बताया गया है क‍ि अगर बुजुर्ग ज्‍यादा देर बैठें, तो उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।   
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ज्‍यादा बैठने से बुजुर्गों को हो सकती हैं डायब‍िटीज और हार्ट की बीमार‍ियां, नई स्‍टडी में हुआ खुलासा


Prolonged Sitting Side Effects: हाल ही में एक स्‍टडी पब्‍ल‍िश हुई है ज‍िसमें यह बताया गया है क‍ि ज्‍यादा देर बैठना बुजुर्गों की सेहत के ल‍िए हान‍िकारक हो सकता है। अगर आप अपने रूटीन में बैठने का 30 म‍िनट कम कर दें, तो ब्‍लड प्रेशर कम हो जाता है। जामा नेटवर्क की ओर से हाल ही में एक स्‍टडी पब्‍ल‍िश हुई है ज‍िसमें यह बताया गया है क‍ि ज्‍यादा देर बैठना सेहत के ल‍िए नुकसान होता है। स्‍टडी के ल‍िए ऐसे लोगों को ल‍िया गया ज‍िनकी उम्र 60 से 89 साल है और ज‍िनका बॉडी मॉस इंडेक्‍स 30 से 50 के बीच है। आगे जानेंगे बुजुर्गों के ल‍िए ज्‍यादा देर बैठने के नुकसान। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

prolonged sitting side effects

बुजुर्गों के ल‍िए ज्‍यादा देर बैठने के नुकसान- Prolonged Sitting Side Effects For Older Adults

  • ज्‍यादा देर बैठने से मोटापा और हार्ट की समस्‍याएं हो सकती हैं। 
  • ज्‍यादा देर बैठने से ब्‍लड क्‍लॉट होने लगते हैं और ये ब्‍लड क्‍लॉट फेफड़ों की तरफ बढ़ने लगते हैं।    
  • ज्‍यादा देर बैठने से डायब‍िटीज की समस्‍या भी हो सकती है। 
  • लंबे समय तक बैठने से पेट की मांसपेशियां कमजोरी हो सकती है। इससे मोटापा, पीठ दर्द और स्थायी शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। 
  • लंबे समय तक बैठने से रक्त प्रवाह में कमी हो सकती है ज‍िससे थकान और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। 
  • लंबे समय तक बैठने से हड्डियों की कमजोरी हो सकती है, जो ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती है। 

इसे भी पढ़ें- बुजुर्ग माता-प‍िता को हो सकती हैं ये 5 स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं, जानें कैसे रखें उनका ख्‍याल

बुजुर्ग खुद को एक्‍ट‍िव कैसे रखें?- How Older Adults Can Stay Active

  • बुजुर्गों को रोज एक्‍सरसाइज करना चाह‍िए। आप घर पर हल्‍के योग, वॉक‍िंग, ब्र‍िस्‍क वॉक और अन्‍य एक्‍सरसाइज कर सकते हैं।   
  • बुजुर्गों को अपनी डाइट में प्रोटीन, फल, सब्‍ज‍ियां, अनाज और पर्याप्‍त पानी को शाम‍िल करना चाह‍िए। 
  • बुजुर्गों के ल‍िए समय का प्रबंधन जरूरी है। इससे उन्‍हें मानस‍िक तनाव महसूस नहीं होता और शरीर को एक्‍ट‍िव रखने में मदद म‍िलती है। 
  • बुजुर्गों को पर्याप्‍त नींद लेना चाह‍िए। इससे शरीर और मस्‍त‍िष्‍क को आराम म‍िलता है और शरीर एक्‍ट‍िव रहता है। 
  • बुजुर्गों के ल‍िए डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज भी अच्‍छा योग है। इसे करने से स्‍ट्रेस कम होता है और शरीर की स्‍ट्रेंथ बढ़ती है।     

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study link: https://jamanetwork.com/journals/jamanetworkopen/fullarticle/2816825

study source: jamanetwork

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