Plant Based Protein Could Reduce Risk of Chronic Kidney Disease: किडनी हमारे शरीर का जरूरी हिस्सा है। किडनी ब्लड को फिल्टर करता है। किडनी की मदद से विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। किडनी की मदद से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। किडनी फंक्शन के खराब होने के कारण क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। क्रोनिक किडनी डिजीज के कारण स्ट्रोक, हार्ट अटैक, एनीमिया और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आपको बता दें कि प्लांट बेस्ड प्रोटीन में फाइबर होता है। फाइबर की मदद से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है और किडनी रोग का खतरा कम होता है। आगे आपको स्टडी से जुड़े तथ्यों को विस्तार से बताएंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
क्या कहती है स्टडी?- Plant Based Protein Reduce Risk of Chronic Kidney Disease
अमेरिकन जर्नल ऑफ किडनी डिजीज (American Journal of Kidney Diseases) की एक रिसर्च में यह बताया गया है कि प्लांट बेस्ड प्रोटीन का ज्यादा सेवन करने से क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा कम होता है। इस स्टडी में यह बताया गया कि जिन लोगों ने प्लांट बेस्ड प्रोटीन का ज्यादा सेवन किया, उनमें क्रोनिक किडनी डिजीज का खतरा कम देखा गया। वहीं जिन लोगों ने एनीमल प्रोटीन का सेवन किया, उनमें किडनी डिजीज का खतरा ज्यादा देखा गया। एनीमल प्रोटीन का सेवन करने से शरीर में इंफ्लेमेशन की समस्या होती है और किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
किडनी रोग को कम करने में मदद करता है प्लांट बेस्ड प्रोटीन
प्लांट बेस्ड प्रोटीन और क्रोनिक किडनी डिजीज का गहरा संबंध है। प्लांट बेस्ड डाइट लेने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा कम होता है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन या डाइट लेने से सैचुरेटेड फैट कंटेंट भी घटता है। प्लांट बेस्ड डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर के गुण मौजूद होते हैं। स्टडी में यह भी बताया गया कि जो लोग प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सेवन करते हैं, उनका ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होता है। हालांकि स्टडी में यह भी बताया गया कि केवल प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सेवन काफी नहीं है। धूम्रपान का सेवन न करना या शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से भी किडनी की बीमारी से बचने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें- किडनी की बीमारी के इलाज में न करें देरी, वरना शरीर में लंबे समय पर नजर आएंगे ये 5 दुष्प्रभाव
प्लांट बेस्ड प्रोटीन के स्रोत- Plant Based Protein Sources
कई प्लांट बेस्ड प्रोटीन हैं जिनका सेवन करके सेहत को बेहतर बनाया जा सकता है-
- टोफू, सोया मिल्क जैसे सोया प्राेडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं।
- मसूर दाल, राजमा, मूंग दाल, लोबिया आदि का सेवन भी कर सकते हैं।
- डाइट में चिया सीड्स, कद्दू के बीज, नट्स के बीज आदि खा सकते हैं।
- नट्स में बादाम, अखरोट, काजू का सेवन कर सकते हैं।
- डाइट में क्विनोआ, ब्राउन राइस, ओट्स, बाजरा, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि को शामिल कर सकते हैं।
- इन सभी हेल्दी स्रोत को डाइट में शामिल कर सकते हैं। किडनी रोग से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, एक्सरसाइज करें और पानी का सेवन करते रहें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
Links:
- https://www.ajkd.org/article/S0272-6386(23)00742-4/abstract
- https://www.frontiersin.org/journals/cardiovascular-medicine/articles/10.3389/fcvm.2021.756810/full