Computer Vision Syndrome: आजकल हर काम फोन या लैपटॉप पर होता है। ऑफिस की मीटिंग हो या घर का सामान मंगवाना हो, बस फोन या लैपटॉप उठाओ और बैठे-बैठे हर काम हो जाता है। जहां एक तरफ इन उपकरणों ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है वहीं दूसरी तरफ ऐसे उपकरणों के कारण सेहत को कुछ नुकसान भी उठाने पड़ते हैं जिनमें से एक है कंप्यूटर विजन सिंड्रोम। स्क्रीन को लगातार देखने के कारण आंखों पर दबाव बनता है और इस वजह से सिर दर्द होता है, आंखों से पानी निकलता है, दृष्टि कमजोर हो जाती है और आंख से संबंधित अन्य समस्याएं होने लगती है। इस कंडीशन को कंप्यूटर आई सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है। क्या यह बीमारी ठीक हो सकती है? या इसका इलाज संभव है? इस सवाल का जवाब हम विस्तार से आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के लक्षण- Computer Vision Syndrome Symptoms
छोटे बच्चों से लेकर व्यस्कों तक आजकल सभी कंप्यूटर पर काम करते हैं। ऐसे में यह समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। कंप्यूटर आई सिंड्रोम होने पर आंख में खुजली, जलन, आंख लाल होना और फोकस करने में दिक्कत जैसी समस्याएं होने लगती हैं। जिन लोगों को कंप्यूटर आई सिंड्रोम होता है उनके चश्मे का नंबर जल्दी-जल्दी बढ़ने लगता है। इसके अलावा कंप्यूटर विजन सिंड्रोम होने पर डबल विजन, कंधे में अकड़न और पीठ व कमर के हिस्से में दर्द महसूस होता है।
क्या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का इलाज संभव है?- Is Computer Vision Syndrome Curable
हां कंप्यूटर विजन सिंड्रोम को ठीक किया जा सकता है। कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर के पास जाएं और चेकअप कराएं। आंखों की जांच करवाकर कंप्यूटर विजन सिंंड्रोम का पता लगाया जा सकता है। अगर आपको कंप्यूटर विजन सिंड्रोम है, तो आप विजन थेरेपी की मदद ले सकते हैं। विजन थेरेपी में एक्सपर्ट आंखों की एक्सरसाइज करवाते हैं जिससे आंखों को स्वस्थ रखा जा सके। स्क्रीन टाइम कम करने से कंप्यूटर विजन सिंड्रोम को ठीक किया जा सकता है। लैपटॉप स्क्रीन को आंखों से 20 से 28 इंच दूर रखना चाहिए। इसके अलावा 20-20-20 नियम को फॉलो करें। हर 20 मिनट में 20 सेकेंड्स के लिए 20 फीट दूर किसी चीज को देखें। साथ ही आंखों को ड्राईनेस से बचाने के लिए समय-समय पर पलकों को झपकाते रहें।
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कंप्यूटर विजन सिंड्रोम से बचने के उपाय- Computer Vision Syndrome Prevention Tips
- काम करने वाली जगह पर लाइट का पूर्ण इंतजाम होना चाहिए। कम लाइट वाले एरिया में बैठकर काम न करें।
- टेबल पर रखे लैपटॉप की हाइट आपकी आंखों की हाइट जितनी आनी चाहिए। इससे ऊंचा या नीचा लैपटॉप होगा तो आंखों पर जोर पड़ेगा।
- आई स्ट्रेन से बचने के लिए समय-समय पर ब्रेक लेते रहें।
- आंखों को बार-बार साफ पानी से धोना न भूलें। आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारना फायदेमंद होता है।
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