
Poor AQI and Dengue Recovery: मौसम में बदलाव के कारण देशभर के कई हिस्सों में डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और खबरों के मुताबिक पंजाब के लुधियाना में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसमें सबसे मुश्किल बात यह है कि मरीजों का बुखार ठीक होने में समय ले रहा है और कुछ मरीजों को तो सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। इन सब की वजह डॉक्टर खराब मौसम (poor AQI) को भी मान रहे हैं। जिस तरह से भारत के कई शहरों का AQI 400 पार जा रहा है, उसे देखते हुए डेंगू मरीजों की रिकवरी में भी समय लग रहा है। इस बारे में हमने अकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. रमन कुमार (Dr Raman Kumar, Chairman, Academy of Family Physicians of India) से बात की। उन्होंने डेंगू के मरीजों को खराब हवा से बचाव के तरीके भी बताए हैं।
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पंजाब में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी और खराब हवा का असर
इस बारे में डॉ. रमन का कहना हैं, “दरअसल पंजाब में इस समय खेतों की पराली जलना और सड़कों पर वाहनों का धुआं लगातार हवा को प्रदूषित कर रहा है। इस समय मौसम में ठंडक होने पर हवा में PM 2.5 और PM10 का लेवल भी बहुत ज्यादा हो जाता है। अगर डेंगू की बात करें, तो बरसात के बाद पानी खड़ा रहता है, जिससे मच्छर तेजी से बढ़ते हैं और डेंगू का रिस्क भी बढ़ जाता है। अगर किसी को डेंगू है, तो उसके शरीर की इम्युनिटी पहले से ही बहुत कमजोर होती है और इस पर खराब हवा मरीज के इलाज को और ज्यादा गंभीर कर देती है।”

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क्या खराब AQI डेंगू की रिकवरी को धीमा कर सकता है?
इस बारे में डॉ. रमन कहते हैं, “जब हवा में PM2.5 और नाइट्रोजन गैस ज्यादा होती है, तो डेंगू के मामलों में भी इजाफा होता है। इतने प्रदूषण में शरीर में सूजन आना और इम्युनिटी कमजोर होना बहुत ही आम है। इसलिए इस मौसम में अगर डेंगू के मरीज पहले से डायबिटीज, बीपी या किसी भी तरह की बीमारी से जूझ रहे होते हैं, तो उनका इलाज और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। बीमारी के इलाज बाद मरीजों की रिकवरी भी काफी धीमी हो जाती है।”
खराब AQI से डेंगू की रिकवरी कैसे धीमी होती है?
डॉ. रमन ने बताया कि डेंगू की वजह से मरीज के प्लेटलेट्स गिर जाते हैं और खराब हवा इसे और ज्यादा गंभीर बना देती है।
- सांस लेने में दिक्कत - कई डेंगू मरीजों में फेफड़ों में सूजन या फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं और खराब AQI इसे गंभीर बना देता है।
- प्लेटलेट्स में बढ़ोतरी धीमी - PM2.5 शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ा देता है, जिससे डेंगू मरीजों की रिकवरी धीमी हो जाती है।
- इम्यून सिस्टम कमजोर - जब शरीर वायरस से लड़ता है, तो खराब हवा इम्यून सिस्टम को और ज्यादा कमजोर कर देती है।
- बुजुर्ग और पहले से बीमार मरीज ज्यादा प्रभावित - जिन मरीजों को हार्ट, किडनी, डायबिटीज या बीपी की समस्या है, उनकी डेंगू और खराब AQI से हालत और ज्यादा बिगड़ सकती है।
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डेंगू मरीजों के लिए सलाह
डॉ. रमन ने डेंगू मरीजों को खराब AQI से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी हैं।
- घर के अंदर साफ हवा बनाए रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- घर की खिड़कियां खुली न रखें।
- घर से निकलने पर मास्क का इस्तेमाल करें।
- मरीज के हाइड्रेशन का ध्यान रखें। मरीज को नारियल पानी, सूप, दाल और हल्का पचने वाला खाना दें।
- मरीज को आराम करना चाहिए।
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी, रिपेलेंट, पानी जमा न होने दें।
निष्कर्ष
वैसे तो खराब AQI के कारण शरीर के विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचता है लेकिन डेंगू होने पर खराब हवा इसे और भी गंभीर बना देती है। इसलिए सबसे जरूरी है कि डेंगू से बचाव करें और खराब हवा से बचने के लिए मास्क जरूर पहनें। डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां और खानपान का ध्यान रखें और रिकवरी धीमी होने पर परेशान न हो।
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FAQ
Normal AQI कितना होता है?
नार्मल AQI 0 से 50 तक होता है, जिसे अच्छा माना जाता है। अगर AQI 50 से ऊपर जाता है, तो मोडरेट कहा जाता है।शुद्ध हवा किसे कहेंगे?
अगर हवा में 78% नाइट्रोजन, 21% ऑक्सीजन और बहुत कम कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य गैस हो, तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) हवा के शुद्ध होने का संकेत देता है।क्या ठंड से चेहरे पर सूजन आ सकती है?
ठंड से एलर्जी, साइनस या किडनी की समस्या होने पर ठंड से चेहरे पर सूजन हो सकती है, इसलिए ठंड में स्किन को नमीयुक्त बनाए रखें।
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Nov 12, 2025 16:04 IST
Published By : Aneesh Rawat