Male Fertility in Winters: फर्टिलिटी की समस्या को हमेशा महिलाओं से ही जोड़कर देखा जाता है, लेकिन महिला की प्रेग्नेंसी में पुरुषों की फर्टिलिटी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। भारत में अक्सर इसे मेल इगो की तरह देखा जाता है, लेकिन मेडिकल फील्ड में पुरुषों की फर्टिलिटी पर भी कई रिसर्च हुए हैं और पाया गया है कि पुरुषों की फर्टिलटी के चलते महिलाओं को प्रेग्नेंसी में दिक्कत होती है। किसी भी पुरुष की फर्टिलिटी उसके स्पर्म की संख्या, सेहत और उसकी गतिशीलता पर निर्भर करती है। स्पर्म की सेहत पुरुषों के हार्मोनल बैलेंस, लाइफस्टाइल और खानपान पर बहुत निर्भर करती है। क्या पुरुषों की फर्टिलिटी का असर मौसम से भी जुड़ा हुआ है? इस बारे में हमने दिल्ली के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के डिपार्टमेंट ऑफ फर्टिलिटी विभाग की डायरेक्टर डॉ. शिप्रा सिंगला (Dr Shipra Singhla, Director - Department of Fertility at Cloudnine Group of Hospitals, Patparganj, New Delhi) से बात की। उन्होंने सर्दियों में पुरुषों की फर्टिलिटी घटने के कारणों पर विस्तार से बात की।
क्या सर्दियों में पुरुषों की फर्टिलिटी कम होती है?
डॉ. शिप्रा सिंगला कहती हैं, “यह सच है कि सर्दियों में पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है और इसके कम होने के कई कारण हैं।
विटामिन D की कमी
दरअसल सर्दियों में दिन छोटे हो जाते हैं और कड़ाके की ठंड के कारण लोग बाहर कम ही निकलते हैं। इसका सीधा असर विटामिन D के लेवल पर पड़ता है। विटामिन D पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बनाने और स्पर्म की क्वालिटी बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है। जब विटामिन D की कमी होती है, तो इसका सीधा असर स्पर्म की क्वालिटी पर भी पड़ता है।
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टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होना
टेस्टोस्टेरोन सेक्स हार्मोन होता है, जो पुरुषों के लिबिडो, स्पर्म बनाने और उसकी गतिशीलता को कंट्रोल करता है। सर्दियों में धूप की कमी, फिजिकल एक्टिविटी कम होने और नेचुरली हार्मोनल साइकल के कारण पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के लेवल गिर जाता है। इससे फर्टिलिटी पर असर पड़ता है।
फिजिकल एक्टिव न होना और वजन बढ़ना
ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग एक्सरसाइज या वॉक करने से बचते हैं और बाहर के खेलकूद में ज्यादा हिस्सा नहीं लेते। इस वजह से सर्दियों में पुरुषों का वजन भी बढ़ जाता है। फिजिकली एक्टिव कम होना और मोटापा दोनों ही पुरुषों की स्पर्स की क्वालिटी और संख्या को कम करते हैं और इससे फर्टिलिटी पर असर पड़ता है।
खानपान में बदलाव
अक्सर लोग सर्दियों में तेल वाले मीठे फूड आइटम्स बहुत ज्यादा खाते हैं। इस वजह से वजन बढ़ने के साथ-साथ ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ जाता है। यह सब मिलकर स्पर्म की गतिशीलता को कम करते हैं। इस वजह से भी सर्दियों में पुरुषों की फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
स्ट्रेस और सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD)
अक्सर ठंड के मौसम में कम धूप लेने और ज्यादातर समय घर के अंदर बंद रहने से कई लोगों को 'सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर' (Seasonal Affective Disorder - SAD) भी हो जाता है। इससे शरीर में उदासी, थकान, एनर्जी कम होने और स्ट्रेस की समस्याएं हो जाती है। लगातार स्ट्रेस रहने से शरीर का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे स्पर्म बनने में दिक्कत होने लगती है और इस वजह से पुरुषों की फर्टिलिटी कमजोर हो जाती है।
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सर्दियों में फर्टिलिटी को कैसे बचाएं?
डॉ. शिप्रा सिंगला के अनुसार, कुछ सावधानियां और लाइफस्टाइल में बदलाव करके पुरुष सर्दियों में भी अपनी फर्टिलिटी को बचा सकते हैं।
- रोजाना कम से कम 20 मिनट सुबह की गुनगुनी धूप में बैठें। डॉक्टर की सलाह लेकर विटामिन D सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
- घर में बहुत ज्यादा समय तक हीटर चलाकर न रखें और न ही बहुत ज्यादा गर्म कपडे़ पहनें। इससे स्पर्म्स को नुकसान पहुंच सकता है।
- बहुत ज्यादा टाइट अंडरवियर पहनने से बचें।
- रोजाना कसरत या ब्रिस्क वॉक जरूर करें। आप चाहे तो योगा भी कर सकते हैं। शरीर को एक्टिव रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
- रोजाना अपनी डाइट में मौसमी फल सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स और प्रोटीन से भरपूर फूड आइटम्स शामिल करें।
- स्ट्रेस कम करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और पर्याप्त नींद जरूर लें। इससे स्ट्रेस कम होगा।
निष्कर्ष
डॉ. शिप्रा कहती हैं कि सर्दियों का मौसम पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर डाल सकता है, लेकिन इस समस्या से निपटना भी आसान है। बस पुरुषों को विटामिन D के साथ फिजिकल एक्टिव होने की जरूरत है। सर्दियों में एक्सरसाइज करना बिल्कुल न छोड़े और स्मोकिंग जैसी बुरी आदतों को तुरंत छोड़ दें। हालांकि यह सच है कि सर्दियों में पुरुषों की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंचता है, लेकिन लाइफस्टाइल की आदतों को सही रखकर इससे बचा भी सकता है।
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Current Version
Oct 06, 2025 19:29 IST
Modified By : Aneesh RawatOct 06, 2025 19:29 IST
Published By : Aneesh Rawat