Negative Effects Of Too Much Masturbation In Hindi: हस्तमैथुन यौन विकास का एक सामान्य हिस्सा माना होता है। क्लीवलैंड वेबसाइट की मानें, तो हस्तमैथुन प्रक्रिया को इस तरह परिभाषित किया जाता है आपके जननांगों और आपके शरीर के अन्य संवेदनशील हिस्सों को यौन सुख प्राप्त करने के लिए या यौन सुख उत्तेजित करने के लिए अपने हाथ, उंगलियों का उपयोग किया जाता है। विशेषज्ञों की मानें, तो हस्तमैथुन के अपने कई फायदे हैं। जैसे, इसकी वजह से तनाव का स्तर कम होता है, टेंशन रिलीज होता है, नींद में सुधार, मूड को एन्हैंस करने जैसे लाभ मिलते हैं। क्या आप जानते हैं कि इसका मेंटल-फिजिकल हेल्थ पर बहुत अच्छा असर पड़ता है। लेकिन, वहीं अगर कोई सामान्य से ज्यादा बार हस्तमैथुन करता है, तो दिमाग पर इसका नेगेटिव असर भी पड़ सकता है। जानते हैं अधिक हस्तमैथुन करने से दिमाग पर इसका किस तरह से असर पड़ता है। इस बारे में हमने मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से बात की है।
ज्यादा हस्तमैथुन का दिमाग पर असर- Effects Of Too Much Masturbation In Hindi
हस्तमैथुन करने में कोई बुराई नहीं है। यौन संतुष्टि के लिए लोग ऐसा करते हैं। अमूमन मस्तिष्क पर इसका पॉजिटिव असर पड़ता है। लेकिन, अगर लोग सामान्य से ज्यादा हस्तमैथुन करने लगते हैं, तो इसका उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है, जैसे-
1. थकान और कमजोरी
जब कोई बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करता है, तो इसकी वजह से व्यक्ति बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस कर सकता है। असल में, बार-बार और बहुत बार हस्तमैथुन करने की वजह से फिजिकल एक्जॉशन हो जाता है। इस दौरान हार्मोनल बदलाव भी होते हैं, व्यक्ति को कमजोरी भी महसूस होने लगती है। अगर व्यक्ति लंबे समय तक अपनी इस आदत को बनाए रखा, तो इसकी वजह से व्यक्ति बहुत लो फील कर सकता है, जिससे एनर्जी का स्तर भी गिर जाता है।
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2. मूड स्विंग होना
अगर कोई नशे की लत लगने जैसे हस्तमैथुन का आदी हो जाता है, तो यह स्थिति व्यक्ति के लिए बिल्कुल सही नहीं है। अत्यधिक हस्तमैथुन करने के कारण व्यक्ति अंदर से गिल्ट महसूस करने लगता है और अक्सर खुद को रियल दुनिया से अलग-थलग पाता है। ऐसे लोगों को बार-बार मूड स्विंग झेलना पड़ता है। इस तरह के लोगों को चीजों पर फोकस करने में दिक्कत आती है। यहां तक कि इन लोगों का इस हद तक मूड स्विंग होता है, जो उनके पर्सनल रिलेशनशिप को भी प्रभावित करने लगता है।
3. सोशल लाइफ पर असर
अत्यधिक हस्तमैथुन करने से सोशल लाइफ भी प्रभावित होती है। सवाल है, कैसे? एक्सपर्ट की मानें, तो जब किसी व्यक्ति को हस्तमैथुन की आदत हो जाती है, तो वे बिना इस प्रक्रिया को किए सामान्य नहीं हो पाते हैं। यही नहीं, ऐसे लोगों की सोशल लाइफ इफेक्ट होने लगती है, दोस्तों और यारों के बीच भी ये लोग सहज महसूस नहीं करते हैं। इसका उनकी मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है।
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4. न्यूरोट्रांसमीटर में असंतुलन
जब व्यक्ति हस्तमैथुन जैसी एक्टिविटी में बहुत ज्यादा इन्वॉल्व होता है, तो इस तरह की स्थिति व्यक्ति के ब्रेन को भी अंदरूनी तरीके से भी प्रभावित करती है। दरअसल, हस्तमैथुन की वजह से मस्तिष्क का प्लेजर प्वाइंट अत्यधिक सेंसिटिव हो जाता है। ऐसे में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे डोपामाइन और सेरेटोनिन में असंतुलन होने लगता है।
5. मोटिवेशन की कमी
बहुत ज्यादा बार हस्तमैथुन करने से व्यक्ति में मोटिवेशन की भी कमी होने लगती है। जैसा कि पहले ही बताया है कि हस्तमैथुन के कारण प्लेजर सेंसिटिविटी में कमी आ जाती है, जिससे व्यक्ति के रिश्ते प्रभावित होने लगते हैं। रिश्तों में खटास अक्सर व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को नेगेटिवली इंपैक्ट करती है, जिससे व्यक्ति् में मोटिवेशन की भी कमी हो जाती है। ऐसे लोग अक्सर खुद को अलग-थलग कर लेते हैं।
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Oct 04, 2025 18:57 IST
Published By : Meera Tagore