
आजकल लगभग हर उम्र के लोग दांतों की अचानक बढ़ी सेंसिटिविटी की समस्या से जूझ रहे हैं। कभी गर्म चाय का एक घूंट, कभी आइसक्रीम और कभी मीठी चीज खाते ही दांतों में बिजली-सी दौड़ जाना, यह अनुभव बेहद परेशान करने वाला होता है। कई बार तो लोग डर के कारण अपनी पसंदीदा चीजें खाना तक छोड़ देते हैं। हैरानी की बात यह है कि यह समस्या केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही। युवा, ऑफिस में काम करने वाले प्रोफेशनल्स और यहां तक कि कॉलेज स्टूडेंट्स भी दांतों की सेंसिटिविटी की शिकायत करने लगे हैं। बदलती लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, अनियमित खानपान और गलत ओरल केयर आदतें इस परेशानी को तेजी से बढ़ा रही हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि दांतों में अचानक सेंसिटिविटी क्यों बढ़ जाती है, इसके पीछे कौन-से कारण जिम्मेदार हैं और कब इसे गंभीरता से लेने की जरूरत होती है। इस बारे में सही जानकारी के लिए हमने, दांतों के डॉक्टर अनिमेष वर्मा (Dr Animesh Verma, BDS, MDS MPH FMC (Germany), Director, D&D Fix Polyclinic Aliganj, Lucknow) से बात की-
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दांतों में अचानक सेंसिटिविटी क्यों बढ़ जाती है? - Why is my tooth sensitive all of a sudden
डेंटल एक्सपर्ट डॉ. अनिमेष अग्रवाल बताते हैं कि दांतों में अचानक बढ़ी सेंसिटिविटी अक्सर किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई छोटी-छोटी गलतियों का नतीजा होती है। जब दांतों की सुरक्षा परत घिस जाती है या मसूड़े सिकुड़ जाते हैं, तो दांतों की जड़ें खुलने लगती हैं। यही जड़ें गर्म, ठंडे और खट्टे पदार्थों पर तुरंत रिएक्शन करती हैं, जिससे असहनीय झनझनाहट महसूस होती है।
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1. गलत ब्रशिंग से बढ़ती समस्या
बहुत से लोग दांत साफ करने के लिए ज्यादा जोर लगाकर ब्रश करते हैं। डॉ. अनिमेष अग्रवाल के अनुसार, हार्ड ब्रिसल वाले ब्रश या गलत दिशा में ब्रश करने से दांतों की इनेमल धीरे-धीरे घिस जाती है। इससे दांत कमजोर हो जाते हैं और अचानक सेंसिटिविटी बढ़ सकती है। खासकर सुबह-सुबह ठंडा पानी लगते ही दर्द महसूस होना इसी का संकेत हो सकता है।
2. खट्टे और एसिडिक फूड्स का सेवन
आजकल खानपान में नींबू, सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस और सिरके का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। ये सभी चीजें एसिडिक होती हैं, डॉक्टर अनिमेष अग्रवाल बताते हैं कि ज्यादा एसिडिक फूड्स दांतों की सतह को नुकसान पहुंचाते हैं। लगातार इनके सेवन से इनेमल पतली हो जाती है और दांतों की संवेदनशीलता अचानक बढ़ सकती है।

3. दांतों की जड़ का खुलना
मसूड़ों की सूजन, ब्लीडिंग या पायरिया जैसी समस्याएं भी दांतों की सेंसिटिविटी का बड़ा कारण हैं। जब मसूड़े कमजोर होने लगते हैं, तो दांतों की जड़ें खुल जाती हैं। डॉ. अनिमेष अग्रवाल के अनुसार, दांतों की जड़ पर इनेमल नहीं होती, इसलिए यह हिस्सा ज्यादा संवेदनशील होता है और थोड़े से तापमान बदलाव पर भी तेज दर्द हो सकता है।
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4. दांत पीसने और स्ट्रेस का असर
कई लोग तनाव के कारण अनजाने में दांत पीसते हैं, खासकर रात के समय, इसे ब्रुक्सिज्म कहा जाता है। डॉक्टर बताते हैं कि दांत पीसने से इनेमल तेजी से घिसती है, जिससे सेंसिटिविटी बढ़ जाती है। लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने वाले लोगों में यह समस्या अचानक उभर सकती है।
दांतों में सेंसिटिविटी हो तो क्या करें? - What to do if you have sensitive teeth
दांतों की सेंसिटिविटी से बचने के लिए सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें और हल्के हाथ से ब्रश करें। सेंसिटिव टूथपेस्ट का नियमित उपयोग फायदेमंद हो सकता है। बहुत ज्यादा खट्टा, मीठा और ठंडा-गर्म खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, नियमित डेंटल चेकअप से समस्या को शुरुआती लेवल पर ही रोका जा सकता है।
निष्कर्ष
दांतों में अचानक बढ़ी सेंसिटिविटी को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। यह दांतों की अंदरूनी समस्या का संकेत हो सकती है। डॉ. अनिमेष अग्रवाल के अनुसार, सही ब्रशिंग आदतें, संतुलित खानपान और समय पर डेंटिस्ट से सलाह लेने से इस परेशानी को काफी हद तक रोका जा सकता है। अगर सेंसिटिविटी लंबे समय तक बनी रहे या दर्द बढ़ता जाए, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है, ताकि दांतों को नुकसान से बचाया जा सके।
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FAQ
क्या ठंडा पानी दांतों को नुकसान पहुंचाता है?
ठंडा पानी खुद दांतों को कमजोर नहीं करता लेकिन अगर दांत पहले से संवेदनशील हैं या इनेमल पतली हो चुकी है, तो ठंडा पानी दर्द और झनझनाहट बढ़ा सकता है।क्या दांतों की सेंसिटिविटी अपने आप ठीक हो सकती है?
अगर सेंसिटिविटी हल्की है और कारण अस्थायी है, तो सही देखभाल से यह कम हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक बनी रहने पर डेंटिस्ट से सलाह लेना जरूरी है।ज्यादा समय तक ब्रश करने से क्या होता है?
ज्यादा जोर से या देर तक ब्रश करने से दांतों की इनेमल घिस सकती है और मसूड़े कमजोर हो सकते हैं, जिससे सेंसिटिविटी बढ़ने का खतरा रहता है।
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Dec 23, 2025 09:02 IST
Published By : Akanksha Tiwari