
आज के समय में लोग अपने ऑफिस के स्ट्रेस, काम के प्रेशर, घर के कलह आदि कारणों से तनाव का बहुत ज्यादा सामना करते हैं। बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने के कारण हमें स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर समस्या हो सकती हैं। ज्यादा स्ट्रेस के कारण सिरदर्द, थकान, नींद में कमी, पाचन से जुड़ी समस्याएं, मांसपेशियों में दर्द, चिड़चिड़ापन और हाई ब्लड प्रेशर जैसी कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। इतना ही नहीं, कई लोगों को तनाव के कारण मुंह से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं। वहीं, कुछ लोगों को तनाव के कारण दांत पीसने की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में लोग अक्सर इस सोच में पड़ जाते हैं कि स्ट्रेस के कारण दांत पीसने की समस्या क्यों होती है? तो आइए आज के इस लेख में हम इस बारे में उदयपुर के पारस हेल्थ के कंसल्टेंट-डेंटिस्ट्री, डॉ. अदिति बाली (Dr. Aditi Bali-Consultant -Dentistry - Paras Health, Udaipur) से जानते हैं।
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स्ट्रेस के कारण दांत पीसने की समस्या क्यों होती है?
डॉ. अदिति बाली के अनुसार, लगातार तनाव लेने से शरीर में कई तरह की परेशानियों को जन्म देता है, जिसमें दांत पीसने की समस्या भी शामिल है। मेडिकल भाषा में इसे ब्रक्सिज्म (Bruxism) कहा जाता है। अक्सर लोग इसे हल्के में ले लेते हैं, जबकि यह दांतों और जबड़े को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकती है। इसके होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें-
1. मांसपेशियों में लगातार तनाव
जब हम मानसिक तनाव में होते हैं तो जबड़े और चेहरे की मांसपेशियां अनजाने में सख्त हो जाती हैं। यह लगातार खिंचाव दांत पीसने या दांत भींचने जैसी आदतों का कारण बनता है।
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2. नींद में गड़बड़ी
तनाव की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती है या बार-बार नींद टूटने लगती है। ऐसी स्थिति में दिमाग पूरी तरह रिलैक्स नहीं कर पाता, जिससे नींद के दौरान दांत पीसने की समस्या बढ़ जाती है।
3. एंग्जाइटी और गुस्सा दबाना
जो लोग अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त नहीं कर पाते, उनमें दबा हुआ गुस्सा, एंग्जाइटी और बेचैनी के कारण दांत भींचने या पीसने की समस्या सामने आने लगती है।
4. नर्वस सिस्टम का ओवरएक्टिव होना
तनाव के दौरान शरीर का “फाइट या फ्लाइट” रिस्पॉन्स ज्यादा एक्टिव हो जाता है। इससे नसें ज्यादा एक्टिव रहती हैं और जबड़ा अनजाने में मूव करने लगता है, जिससे ब्रक्सिज्म ट्रिगर होता है।
5. हार्मोनल बदलाव
बहुत ज्यादा तनाव लेने के कारण शरीर में कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं। ये हार्मोन मांसपेशियों के संतुलन को बिगाड़ कर दांत पीसने की समस्या को बढ़ा सकते हैं।

6. ध्यान और फोकस की कमी
ज्यादा मानसिक दबाव के कारण व्यक्ति काम करते समय या एंग्जाइटी के कारण अनजाने में गांत भींचते रहते हैं, जो धीरे-धीरे आगत बन जाती है।
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तनाव से होने वाले दांत पीसने के लक्षण
तनाव के कारण दांत पीसने पर आपको ये लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसमें:
- सुबह उठते ही जबड़े में दर्द या अकड़न होना
- सिरदर्द या कान के पास दर्द होना
- दांतों का घिस जाना या सेंसिटिविटी होना
- चेहरे और जबड़े की मांसपेशियों में थकान होना
डॉक्टर की राय
तनाव के कारण दांत पीसने की समस्या गंभीर हो सकती है। इसलिए इस समस्या से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने तनाव को मैनेज करें। इसके लिए आप मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, योग और पर्याप्त मात्रा में नींद पूरी करें, ताकि तनाव कम करने में मदद मिल सके। इसके साथ ही, सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करना और कैफीन से बचना भी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इसके बाद भी अगर दांत पीसने की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है तो इसे नजरअंदाज न करें, बल्कि डॉक्टर या डेंटिस्ट से कंसल्ट करें, ताकि दांतों और जबड़े को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
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FAQ
दांत पीसना किसका लक्षण है?
दांत पीसना अक्सर, तनाव, चिंता, गुस्सा या उदासी का संकेत होता है, जो नींद के दौरान या जागते समय अनजाने में होता है। इसके अन्य कारणों में नींद से जुड़ी समस्याएं भी शामिल है, कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट और कैफीन या शराब का सेवन भी शामिल है।रात में दांत पीसना कैसे बंद करें?
नींद में दांत पीसने की समस्या से रोकने के लिए तनाव कम करें, कैफीन या शराब का सेवन सीमित करना, गर्म पानी से नहाना और पीठ के बल सोना शामिल है।दांत पीसने की इच्छा क्यों होती है?
दांत पीसने की इच्छा या आदत मुख्य रूप से तनाव, चिंता, गुस्सा आदि भावनाओं के कारण होती है, खासकर जब आप जाग रहे हों।
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Dec 20, 2025 12:33 IST
Published By : Katyayani Tiwari