
शरीर की एनर्जी का मुख्य सोर्स भोजन ही होता है। जब आप भोजन को चबाकर खाते हैं तो इससे पाचन क्रिया पर दबाव नहीं पड़ता है और आपको आहार से मिलने वाले सभी विटामिन और मिनरल्स आसानी से अवशोषित होते हैं। लेकिन, जब आप ज्यादा मीठा खाते हैं, कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं या रात में दांत साफ नहीं करते हैं, तो ऐसे में दांतों की सुरक्षा परत खराब होने लगती है। ऐसे में व्यक्ति को दांतों में सड़न की समस्या का सामना करन पड़ता है। दांतों में दर्द होना एक आम समस्या मानी जाती है। अक्सर व्यक्ति दांतों के हल्के दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जब यह दर्द तेज और बढ़ने लगता है तो ऐसे में व्यक्ति को किसी भी काम करने में मन नहीं लगता है। यहां तक कि यह दर्द सिरदर्द का भी कारण बन सकता है। दरअसल, जबड़े से कई नसें सिर की ओर जाती है, ऐसे में जब दांतों में दर्द होता है तो यह नसें सिर में दर्द के संकेत भेजने लगती है। इस लेख में नोएडा सेक्टर 12 डेंटल केयर क्लीनिक के सीनियर डेंटिस्ट डॉ एस यादव से जानेंगे कि दांतों के दर्द की वजह होने वाले सिरदर्द को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?
दांत दर्द से सिरदर्द के क्या कारण हो सकते हैं?
दांत दर्द में आपको सिरदर्द महसूस होना एक आम समस्या है, इन दोनों के बीच एक गहरा संबंध होता है। आपको बता दें कि दांतों से जुड़ी ट्राइजेमिनल नर्व सिर तक जाती है। इन्हीं के माध्य्म से दर्द के सिर तक पहुंचता है। जब दांतों में सड़न, सूजन और इंफेक्शन होता है, तो यह नसे प्रभावित होती है, जिससे सिर में दर्द महसूस होता है। आगे जानते और किन कारणों से दांतों का दर्द सिर में दर्द की वजह बन सकता है।
- दांत का इंफेक्शन या एब्सेस (Abscessed Tooth): जब संक्रमण जड़ तक पहुंचता है तो वहां मवाद (pus) बन जाता है, जो तेज सिरदर्द को जन्म दे सकता है।
- दांत में सड़न (Cavities): जब दांतों में कैविटी होती है, तो वह संक्रमण फैलाने का कारण बन सकती है, जिससे दर्द नसों के माध्यम से सिर तक पहुंचता है।
- ब्रक्सिज्म (Bruxism): दांत पीसने की आदत से जबड़े की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, जिससे सिरदर्द हो सकता है।
- टीएमजे (TMJ Disorder): टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर जबड़ों के जोड़ों में समस्या से होता है, जिससे सिर, कान और गर्दन में दर्द हो सकता है।
दांतों में दर्द की वजह से होने वाले सिरदर्द को कैसे कम करें? - How Do You Get Rid Of A Headache From Toothache?
लौंग का तेल
लौंग में यूजेनॉल नामक तत्व होता है जो प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है। एक रुई में लौंग का तेल लगाकर दांत पर रखने से दर्द और सिरदर्द दोनों में राहत मिलती है।
फिटकरी से कुल्ला करें
दांतों या मसूड़ों में दर्द या सूजन होने पर आप एक गिलास पानी में छोटा फिटकरी का टुकड़ा डालें। इस पानी से रात को सोने से पहले कुल्ला करें। इससे आपको दर्द में राहत मिलेगी, जिससे सिरदर्द की समस्या में भी आराम मिलेगा।
नमक के पानी से कुल्ला
गुनगुने पानी में नमक डालकर कुल्ला करने से बैक्टीरिया मरते हैं और संक्रमण कम होता है, जिससे सिरदर्द भी धीरे-धीरे शांत होता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रात को सोने से पहले हल्दी वाला गर्म दूध पीने से संक्रमण और दर्द में राहत मिलती है।
गर्म सेंक (Hot Compress)
जबड़े या सिर पर गर्म पानी की थैली से सेंक देने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और दर्द में आराम मिलता है।
पिपरमिंट ऑयल
पिपरमिंट तेल को सिर पर लगाने से नर्व्स शांत होती हैं और दांत से जुड़ा सिरदर्द कम हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: बार-बार होता है सिरदर्द? अपनाएं ये 5 घरेलू उपय, मिलेगा जल्द आराम
अगर दांतों का दर्द तेज है और लगातार हो रहा है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से मिलकर दांतों का चेकअप कराएं। इसके अलावा, दांत दर्द के शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज न करें। नियमित रूप से रोज सुबह और शाम के समय दांतों को ब्रश करके ही सोएं। दातों की सफाई के लिए सोफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें। सही समय पर दांतों की समस्या को पहचान उसका इलाज करें।
FAQ
क्या दांत दर्द माइग्रेन का कारण बन सकता है?
हां, दांतों की समस्याएं जैसे इंफेक्शन या टीएमजे डिसऑर्डर से होने वाला दर्द ट्राइजेमिनल नर्व के माध्यम से सिर तक पहुंच सकता है, जिससे माइग्रेन जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।अगर दांत दर्द के साथ सिरदर्द हो तो सबसे पहले क्या करना चाहिए?
सबसे पहले नमक के पानी से कुल्ला करें और लौंग या लौंग का तेल दांत पर लगाएं। इसके बाद जल्द से जल्द किसी डेंटिस्ट से परामर्श लें।क्या दांत निकलवाने के बाद सिरदर्द हो सकता है?
हां, कभी-कभी दांत निकालने के बाद कुछ समय के लिए जबड़े की नसों पर असर पड़ने से हल्का सिरदर्द हो सकता है। यह सामान्य होता है और कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
