
आज की तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान के कारण हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं। इस स्थिति में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (Lipid Profile Test) एक अहम जांच साबित होती है। यह टेस्ट आपके ब्लड में कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और अन्य फैटी सब्सटेंस का लेवल जांचता है। डॉक्टर अक्सर सलाह देते हैं कि हर वयस्क व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार यह टेस्ट करवाना चाहिए। समय पर लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने से न केवल हृदय रोग का खतरा कम होता है बल्कि शरीर में अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान भी जल्दी हो जाती है। इस लेख में हम जानेंगे कि लिपिड प्रोफाइल टेस्ट क्यों जरूरी है, इसके फायदे क्या हैं और इसे कब और कैसे करवाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ. राजेश हर्षवर्धन से बात की।
1. फैमिली हेल्थ की जानकारी मिलती है- LPT Provides Family Health Insights
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि परिवार में हृदय रोग या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो, तो लिपिड प्रोफाइल टेस्ट शुरुआती चेतावनी देता है। इससे आप और आपके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
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2. वजन पर निगरानी रहती है- Test Monitors Weight
- यह टेस्ट मेटाबॉलिक सिंड्रोम, मोटापा और डायबिटीज से जुड़े जोखिम का भी संकेत देता है।
- सही समय पर जांच कराने से स्वास्थ्य समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है।
3. हृदय रोग का जोखिम कम होता है- It Reduces Heart Disease Risk
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि नियमित लिपिड प्रोफाइल टेस्ट से हार्ट अटैक, एंजाइना और स्ट्रोक के खतरे का अंदाजा लगाया जा सकता है। समय रहते बदलाव करके डाइट, एक्सरसाइज और दवाओं से हार्ट डिजीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
4. ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल की जांच हो जाती है- It Measures Triglycerides & Cholesterol Level
- ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) ज्यादा होने से हृदय और लिवर पर दबाव बढ़ सकता है।
- इस जांच से हाई ट्राइग्लिसराइड्स लेवल का समय पर पता चलता है और जीवनशैली में सुधार किया जा सकता है।
- लिपिड प्रोफाइल टेस्ट शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और गुड कोलेस्ट्रॉल के लेवल का पता चलता है।
- इससे पता चलता है कि हृदय रोग या स्ट्रोक (Stroke) का जोखिम कितना है।
5. दवा या डाइट के असर का पता चलता है- Evaluates Effect Of Medication & Diet
अगर आप कोलेस्ट्रॉल कम करने की दवा ले रहे हैं या डाइट बदल रहे हैं, तो लिपिड प्रोफाइल टेस्ट इसका असर दिखाता है। डॉक्टर इसे देखकर दवा की डोज और डाइट को सही कर सकते हैं।
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कब और कैसे करवाएं?- When & How Lipid Profile Test To Be Done
- हर वयस्क व्यक्ति को साल में कम से कम 1 बार लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना चाहिए।
- उम्र बढ़ने पर (40 वर्ष और ऊपर) या अगर डायबिटीज, मोटापा या हाई ब्लड प्रेशर जैसी स्थितियां हैं, तो टेस्ट की जरूरत बढ़ जाती है।
- आमतौर पर टेस्ट से कुछ घंटे पहले कुछ न खाएं। पानी पी सकते हैं।
- लैब में आपकी बांह से ब्लड सैंपल लिया जाता है।
- 1-2 दिनों में रिपोर्ट मिल जाती है।
- रिपोर्ट देखकर डॉक्टर बताएंगे कि डाइट, दवा या लाइफस्टाइल में बदलाव करने हैं या नहीं।
निष्कर्ष:
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट साल में एक बार कराना हर वयस्क के लिए जरूरी है। यह टेस्ट न केवल शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल का पता लगाता है बल्कि हृदय रोग, स्ट्रोक, मोटापा और मेटाबॉलिक समस्याओं की शुरुआती चेतावनी भी देता है।
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Oct 08, 2025 20:25 IST
Published By : Yashaswi Mathur