डायबिटीज एक ऐसा मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जिसमें शरीर शुगर या ग्लूकोज को ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता। ऐसे में खान-पान का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि गलत खानपान से डायबिटिक पेशेंट का शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है। भारतीय खाने में रोटी और चावल, दोनों ही मुख्य आहार का हिस्सा हैं। लेकिन जब दोनों को एक साथ खाया जाता है- जैसे एक थाली में 2 रोटी और 1 कटोरी चावल, तो यह शरीर में कार्ब्स की मात्रा को बहुत तेजी से बढ़ा देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों को एक बार में इतना ज्यादा कार्बोहाइड्रेट नहीं लेना चाहिए। आइए जानते हैं रोटी और चावल को एक साथ खाने के पांच नुकसान और एक्सपर्ट की सलाह। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
1. ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है- Rapid Rise in Blood Sugar Level
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि डायबिटीज हो या न हो, एक साथ 2 अनाज का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। रोटी और चावल, दोनों ही हाई कार्बोहाइड्रेट फूड्स हैं। जब इन्हें एक साथ खाया जाता है, तो शरीर में अचानक ग्लूकोज की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इससे ब्लड शुगर तेजी से ऊपर जाता है और इंसुलिन का असर कम होने लगता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एक समय पर इतनी ज्यादा मात्रा में कार्ब्स लेने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मुश्किल हो सकती है।
इसे भी पढ़ें- गर्मियों में किस आटे की रोटी खानी चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें
2. शरीर में फैट जमा होने लगता है- Increased Fat Accumulation
जब शरीर में एक साथ बहुत सारा कार्बोहाइड्रेट आता है और उसका इस्तेमाल एनर्जी के रूप में नहीं हो पाता, तो वह फैट के रूप में जमा होने लगता है। यह विशेष रूप से पेट और कमर के आसपास चर्बी बढ़ाता है। इससे वजन बढ़ता है, जो टाइप 2 डायबिटीज की समस्या का कारण भी बन सकता है।
3. फाइबर की कमी हो सकती है- Lack of Fiber in Body
रोटी और चावल में सीमित मात्रा में फाइबर होता है, खासकर अगर रिफाइंड आटा या सफेद चावल खाया जाए। जब दोनों को साथ में खाया जाता है और सब्जी या सलाद कम होता है, तो डाइट में फाइबर की कमी हो सकती है। फाइबर, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है, इसलिए इसकी कमी डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती है।
4. इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ावा मिलता है- It Promotes Insulin Resistance
लगातार एक साथ रोटी-चावल खाने से शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी कम हो सकती है। यानी शरीर में मौजूद इंसुलिन भी शुगर को सेल्स तक नहीं पहुंचा पाता, जिससे शुगर, ब्लड में ही जमा हो जाती है। यह स्थिति इंसुलिन रेसिस्टेंस कहलाती है, जो डायबिटीज को और गंभीर बना सकती है।
5. पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है- Negative Impact on Digestion
रोटी और चावल, दोनों में स्टार्च होता है। इन दोनों को एक साथ खाने से ये पाचन में मुश्किल पैदा कर सकते हैं। डायबिटीज में धीमा और संतुलित डाइजेशन जरूरी होता है, ताकि ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़े। लेकिन जब दोनों चीजें एक साथ खाई जाती हैं, तो पाचन तंत्र पर ज्यादा लोड आता है और पेट की समस्याओं जैसे- गैस, अपच या भारीपन महसूस होता है।
संतुलित आहार कैसे खाएं?- How to Balance Your Diet
- भोजन के साथ भरपूर फाइबर रिच फूड्स लें, जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद और दालें।
- रोटी खा रहे हैं, तो मल्टीग्रेन, बाजरा या ज्वार की रोटी खाएं।
- चावल खा रहे हैं, तो ब्राउन या रेड राइस लें, सफेद चावल से परहेज करें।
- अगर रोटी और चावल दोनों ही खाने की आदत है, तो एक बार में एक ही चुनें।
- खाने के 30-45 मिनट बाद 10-15 मिनट की वॉक करना, ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद करता है।
रोटी और चावल, दोनों एक साथ खाने से शरीर को जरूरत से ज्यादा कार्ब्स मिलते हैं, जो शुगर लेवल को असंतुलित कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।