Why Night Worsen Some Health Problems In Hindi: आपने कई बार नोटिस किया होगा कि रात के समय अक्सर बुखार तेज होता है या फिर किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण अधिक उभरने लगते हैं। वैसे तो ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि रात के समय हम किसी भी तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होते हैं। इस दौरान हमारा पूरा ध्यान अपनी बॉडी और अपनी प्रॉब्लम्स पर होता है। यही कारण है कि किसी भी तरह की तकलीफ, शारीरिक समस्या या मन का बेचैन होना, रात के समय अधिक होता है। लेकिन, क्या रात के समय किसी बीमारी के लक्षण का उभरना या परेशानी अधिक महसूस करने के पीछे कोई अन्य कारण भी शामिल है? यहां हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे।
बीमारियों के लक्षण रात को अधिक महसूस क्यों होते हैं?- Why Does Health Get Worse At Night In Hindi
जिनोवा शैल्बी अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. उर्वी माहेश्वरी के अनुसार रात के समय अक्सर बीमारियों के लक्षण ज्यादा उभरने लगते हैं। जैसे दर्द तीव्र हो जाता है, बुखार बढ़ जाता है या सिरदर्द, बदन दर्द आदि समस्याएं भी अधिक देखने को मिलती हैं। सवाल है, ऐसा क्यों होता है? विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि ज्यादातर लोग रात के समय फ्री होते हैं यानी किसी काम में संलिप्त नहीं होते हैं। रात को बिस्तर पर लेटकर लोग चैन की नींद सोना चाहते हैं। वहीं, अगर कोई बीमारी है, तो रात को बिस्तर पर लेटकर उस ओर ध्यान अधिक जाता है। ऐसे में बीमारियों के लक्षण रात के समय अधिक महसूस हो सकते हैं। बहरहाल, इसके पीछे हमारी सर्कैडियन रिदम यानी बॉडी क्लॉक को भी जिम्मेदार माना जा सकता है। सर्कैडियन रिदम की वजह से रात के समय हमारे शरीर में कोर्टिसोन नाम के हार्मोन का स्तर काफी प्रभावित होता है। इससे दर्द और शरीर में आई सूजन बढ़ जाती है। इस तरह देखा जाए, तो रात के समय किसी भी तरह की बीमारी या शारीरिक समस्या अधिक बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़ें: रातभर जागने वाले लोगों में ज्यादा होता है इन 10 बीमारियों का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के टिप्स
कौन-सी बीमारियां रात को अधिक परेशान करती है
दर्दः रात के समय अक्सर दर्द तीव्र हो जाता है। यह दर्द किसी भी तरह का हो सकता है। जैसे पेट दर्द, सिरदर्द, बदन दर्द, पीठ दर्द आदि। यही नहीं, अर्थराइटिस और फाइब्रोमायल्जिया के रोगियों को भी रात को दर्द अहसास अधिक होता है। अगर किसी को बदन दर्द, पेट दर्द या किसी भी तरह की शिकायत है, तो बेहतर है कि आप दिन में ही इसका निवारण कर लें या डॉक्टर की परामर्श पर दवा ले लें।
सांस संबंधी समस्याः रात के समय अस्थमा के मरीजों को भी अधिक परेशानी होने लगती है। इसे हम नॉक्चरनल अस्थमा के नाम से जानते हैं। अस्थमा सांस से संबंधित एक समस्सा है। यह प्रदूषिण हवा में सांस लेने, गंदगी से एलर्जी होने के कारण हो सकती है। कभी-कभी यह रात को ट्रिगर कर जाती है। इसके पीछे कई वजहें हैं, जैसे रात को सोने की पोजिशन सही न होना, बेडरूम में गंदगी का जमा होना या हार्मोन में उतार-चढ़ाव होना।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याः रात के कई बार गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की दिक्कत भी बढ़ जाती है। इस तरह की परेशानी होने पर सीने में जलन, एसिडिटी जैसी परेशानी होने लगती है। रात को अनहेल्दी और तीखी चीजें अधिक खाने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, देर रात सोना, पाचन संबंधी अन्य समस्याएं भी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल को ट्रिगर कर सकती हैं।
All Image Credit: Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version