Why Are The Early Years Important For Babies Brain Development in Hindi: ऐसा माना जाता है कि बचपन में शिशुओं का ध्यान जितने बेहतर तरीके से रखा जाएगा, भविष्य में शारीरिक और मानसिक समस्याएं उतनी ही कम आएंगी। फिर चाहे खाने-पीने की बात हो या फिर उनके खेलने-कूदने की, हर चीज बच्चे के वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के स्वास्थ्य के साथ भी जुड़ा जाती है। ठीक इसी तरह, कहा जाता है कि शिशुओं के दिमाग के विकास के लिए माता-पिता को शुरुआती कुछ साल अपने बच्चे को ज्यादा अच्छे तरीके से देना चाहिए, क्योंकि इन समय उनके दिमाग का विकास सबसे ज्यादा होता है। इसलिए, अक्सर पेरेंट्स के मन में ये सवाल जरूर आता है कि शुरुआती कुछ साल शिशुओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्यों जरूरी हैं (How does early childhood affect mental health) और शुरुआती बचपन में मस्तिष्क का विकास कैसे होता है? आइए नई दिल्ली के MBBS और जनरल फिजिशियन डॉ. सुरिंदर कुमार से जानते हैं-
बच्चे के दिमाग के विकास के लिए शुरुआती साल क्यों महत्वपूर्ण हैं? - Why Are The Early Years Important For Brain Development in Hindi?
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि, शिशु की लाइफ के शुरुआती कुछ साल दिमाग के बेहतर विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस समय उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं, इमोशनल हेल्थ और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। कई रिसर्च बताते हैं कि दिमाग का 90% विकास 5 साल तक की उम्र तक हो जाता है, जिस कारण शुरुआती 5 साल बच्चे के सीखने, याददाश्त तेज करने और सही व्यवहार बनाए रखने (Why are the first 5 years of a child's life so important) के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए, यह समझना कि दिमाग के विकास के लिए बचपन इतना महत्वपूर्ण क्यों है, माता-पिता और बच्चे की देखभाल करने वालों को बच्चे के भविष्य के लिए सबसे अच्छी नींव रखने में मदद कर सकता है।
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बचपन में दिमाग का विकास कैसे होता है? - How Is Brain Develop in Early Childhood in Hindi?
1. तेज दिमाग का विकास और नर्व कनेक्शन
जन्म के समय, एक बच्चे के दिमाग में अरबों न्यूरॉन्स होते हैं, लेकिन यह उनके बीच के कनेक्शन हैं, जिन्हें सिनेप्स कहा जाता है, जो बुद्धि और विकास को आकार देते हैं। पहले कुछ सालों के दौरान दिमाग हर सेकेंड में एक मिलियन से ज्यादा नए नर्व कनेक्शन बनाता है। ये कनेक्शन भाषा जानने, मोटर कौशल और भावनात्मक कार्यों में मदद करते हैं। ऐसे में बच्चे से बात करने, गाने और इंटरैक्टिव खेल में शामिल करने से ये कनेक्शन मजबूत होते हैं और सीखने में मदद मिलती है।
2. नई चीजों को जानने का उत्साह
बच्चे संवेदी अनुभवों के माध्यम से सीखते हैं, जैसे वे क्या देखते हैं, सुनते हैं, छूते हैं, स्वाद लेते हैं और सूंघते हैं। ये चीजें बच्चों मों एक्साइटमेंट को बढ़ाती हैं, जिससे बच्चे के दिमाग का विकास और उनके समस्या और समाधान कौशल को बढ़ावा मिलता है। अलग-अलग चीजों और खिलौनों के साथ खेलने से उनका मोटर कौशल विकसित करने में मदद मिलती है।
3. पोषण और दिमाग का विकास
संज्ञानात्मक और शारीरिक विकास के लिए बच्चे का सही पोषण भी बहुत जरूरी है। बचपन में पोषक तत्वों की कमी के कारण बच्चे के दिमाग और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव (nutrition and brain development in early life) पड़ सकता है। स्तनपान की मदद से शिशुओं को जरूरी फैटी एसिड और DHA जैसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो दिमाग के विकास में मदद करते हैं। आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, दाल और मांस का सेवन एनीमिया को रोकते हैं, जो बच्चों में सीखने की क्षमताओं को ख़राब कर सकता है। इसलिए, शुरआती कुछ सालों में बच्चों को हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ खिलाने की सलाह दी जाती है।
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4. नींद और मस्तिष्क का विकास
नींद बच्चों की याददाश्त को तेज करता है, जिससे बच्चों को एक बार में कई चीजों को याद रखने और सीखने (sleep and brain development in babies) में मदद मिल सकती है। इसलिए, नवजात शिशुओं को रोजाना 14 से 17 घंटे की नींद की जरूरत होती है, जबकि छोटे बच्चों को 11 से 14 घंटे की नींद लेनी चाहिए। गहरी नींद के दौरान, दिमाग नए कनेक्शन बनाता है और मौजूदा कनेक्शन को मजबूत करता है।
निष्कर्ष
शुरुआती साल बच्चे के दिमाग के बेहतर विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि ये भविष्य में उनके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने की नींव बन सकते हैं। इसलिए, सही पोषण, बेहतर नींद और नए-नए खेलों की मदद से आप अपने बच्चे के दिमाग के बेहतर विकास की कोशिश कर सकते हैं।
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